बाढ़ परियोजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता एवं गुणवत्ता के साथ करें-स्वतंत्र देव सिंह

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बाढ़ परियोजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता एवं गुणवत्ता के साथ करें-स्वतंत्र देव सिंह
बाढ़ परियोजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता एवं गुणवत्ता के साथ करें-स्वतंत्र देव सिंह

जल शक्ति मंत्री की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश राज्य बाढ़ नियंत्रण परिषद की स्थायी संचालन समिति की 56वीं बैठक संपन्न। बाढ़ नियंत्रण से सम्बंधित परियोजनाओं को गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए समय से पूर्ण कराया जाय।बाढ़ परियोजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता एवं गुणवत्ता के साथ करें-स्वतंत्र देव सिंह

लखनऊ। आज यहां तेलीबाग स्थित, परिकल्प भवन सभागार में बाढ़ एवं जलोत्सारण से सम्बन्धित, उ0प्र0 राज्य बाढ़ नियंत्रण परिषद की स्थाई संचालन समिति की 56वीं बैठक उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह द्वारा की गयी। बैठक में प्रमुख सचिव, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग,अनिल गर्ग एवं समिति के सदस्यगण/प्रतिनिधिगण के समक्ष क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा नवीन बाढ़ परियोजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया गया। बैठक में उत्तर प्रदेश राज्य बाढ़ नियंत्रण परिषद की स्थायी संचालन समिति के समक्ष प्रस्तुत कुल 9 परियोजनाओं को समिति ने अनुमोदन प्रदान कर दिया है।


उत्तर प्रदेश राज्य बाढ नियंत्रण परिषद की स्थायी संचालन समीति के समक्ष प्रस्तुत कुल 09 परियोजनाओं में से जनपद बहराइच की 01, जनपद बस्ती की 02, जनपद देवरिया की 01, जनपद कुशीनगर की 03, जनपद बलरामपुर की 01 एवं जनपद लखीमपुर खीरी की 01 परियोजना सम्मिलित है। इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से बहारइच जनपद में 15000 हेक्टेयर कृषि भूमि लाभान्वित होगी। इसी प्रकार जनपद बस्ती में 5269.43 हेक्टेयर कृषि भूमि लाभन्वित होगी। जनपद देवरिया में 1250 हेक्टेयर कृषि भूमि एवं लगभग 4500 की आबादी को लाभ मिलेगा। जनपद कुशीनगर में 03 परियोजनाएं पूर्ण होने से 59850 हेक्टेयर कृषि भूमि एवं 348900 की आबादी को सुरक्षित किया जा सकेगा। जनपद बलरामपुर में परियोजना पूर्ण होने पर 800 हेक्टेयर की कृषि भूमि एवं 8000 की आबादी को लाभ मिलेगा। जनपद लखीमपुर-खीरी परियोजनाओं के पूर्ण होने से 313 हेक्टेयर की कृषि भूमि एवं 5300 की आबादी को सुरक्षित किया जा सकेगा।

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बाढ़ परियोजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता एवं गुणवत्ता के साथ करें-स्वतंत्र देव सिंह


जल शक्ति मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी बाढ़ परियोजनाओं का क्रियान्वयन धरातल पर पूर्ण पारदर्शिता एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए समय से पूर्ण कराया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक कार्य में क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाय। विगत वर्षाें की भॉति इस वर्ष भी प्रदेश में बाढ़ कार्यों की परियोजनाओं को अभियान चलाकर तेज़ी से पूर्ण कराया जाय। प्रदेश विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है। बाढ़ कार्यों के पारदर्शी व गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन हेतु और बाढ़ से होने वाली सम्भावित क्षति को न्यून से न्यूनतम् करने हेतु सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग तत्पर एवं दृढ़ संकल्प है। इस संकल्प का मूल तत्व सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास है।

जल शक्ति मंत्री द्वारा इस अवसर पर सिंचाई विभाग की एक वर्ष की उपलब्ध्यिों पर भी चर्चा की गई तथा सिंचाई एवं बाढ़ के समस्त कार्यों को पूर्ण पारदर्शिता, गुणवत्ता/मानक एवं समयबद्धता के साथ कराये जाने के निर्देश दिये गये। बैठक में प्रमुख सचिव, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, अनिल गर्ग, विशेष सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग अनीता सिंह वर्मा, अध्यक्ष एवं प्रशासक कमांड एरिया डेवलपमेंट अथारिटी मृदुल चौधरी, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष,एन0सी0 उपाध्याय, प्रमुख अभियंता (यांत्रिक)देवेंद्र अग्रवाल, प्रमुख अभियन्ता (परि0 एवं नियो0) आलोक कुमार जैन, प्रमुख अभियन्ता (परियोजना) अनिल कुमार, सम्बंधित क्षेत्रिय मुख्य अभियंता सहित अन्य सम्बंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

बाढ़ परियोजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता एवं गुणवत्ता के साथ करें-स्वतंत्र देव सिंह