सरगम की शुभ तान है माँ
मीठा मधुरिम गान है माँ
सांसे जो भी लिखती हैं
गीतों का उन्वान है माँ
बच्चों के उन्नति पथ की
मील -मील पहचान है माँ
लक्ष्य जो भी भेदे हमने
उन सब का संधान है माँ
आँचल में बाँधे रखती
सारे सुख की खान है माँ
पीड़ा पल में हर लेती
वह प्यारी मुस्कान है माँ