अटल जी की राजनीति का ध्येय और सिद्धांत सदैव लोक कल्याण व राष्ट्र कल्याण रहा-मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री ने श्रद्धेय पं0 अटल बिहारी वाजपेयी जी की तृतीय ‘पुण्य स्मृति’ पर आयोजित समारोह को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री ने अटल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री ने ‘मेरी यात्रा-अटल यात्रा’ पुस्तक का विमोचन किया। अटल जी के सान्निध्य में रहे तथा विभिन्नक्षेत्रों में कार्य कर रहे महानुभावों को सम्मानित भी किया। भारत रत्न श्रद्धेय पं0 अटल बिहारी वाजपेयी जी ने 06 दशकों तकराजनीति को प्रभावित करते हुए हमेशा मूल्यों और आदर्शों की राजनीति की। अटल जी की राजनीति का ध्येय और सिद्धांत सदैव लोक कल्याण व राष्ट्र कल्याण रहा। अटल जी ने मूल्यों और आदर्शों को सार्वजनिक जीवन में अपनाया। अटल जी का कृतित्व और कृतियां वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का कार्य करती रहेंगी। आने वाली पीढ़ियों के लिए अटल जी की स्मृतियां चिरस्थायी रहेंगी। राज्य सरकार द्वारा अटल जी के नाम पर अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना का कार्य किया जा रहा । राज्य के प्रत्येक मण्डल में श्रमिकों व अनाथ बच्चों के पठन-पाठनऔर आवासीय सुविधाओं से युक्त 18 अटल आवासीयविद्यालयों का निर्माण कराया जा रहा है।


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारत रत्न श्रद्धेय पं0 अटल बिहारी वाजपेयी जी ने 06 दशकों तक राजनीति को प्रभावित करते हुए हमेशा मूल्यों और आदर्शों की राजनीति की। उनकी राजनीति का ध्येय और सिद्धांत सदैव लोक कल्याण व राष्ट्र कल्याण रहा। उन्होंने मूल्यों और आदर्शों को सार्वजनिक जीवन में अपनाया। उनका कृतित्व और कृतियां वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का कार्य करती रहेंगी।मुख्यमंत्री आज यहां साइंटिफिक कंवेन्शन सेण्टर, के0जी0एम0यू0 में श्रद्धेय पं0 अटल बिहारी वाजपेयी जी की तृतीय ‘पुण्य स्मृति’ पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने राष्ट्र जीवन के लिए अटल जी द्वारा किए गए योगदान के प्रति कोटि-कोटि नमन करते हुए प्रदेशवासियों की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि अटल जी का भारतीय राजनीति मे अहम स्थान था। उन्होंने अपने व्यक्तित्व तथा कार्यों से सत्ता और विपक्ष में रहते हुए लम्बे समय तक राजनीति को प्रभावित किया। देश को अस्थिरता के दौर से निकालकर स्थिरता देने का श्रेय भी अटल जी को जाता है। उन्होंने हमेशा देश हित में निर्णय लिया, जब लोकतंत्र खतरे में था, तो उन्होंने लोकतंत्र को बचाने का कार्य किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी सबकी श्रद्धा और सम्मान के पात्र रहे। उनका मानना था कि राजनीति सिद्धांत विहीन नहीं होनी चाहिए। राजनीति परिवार, जाति, क्षेत्र तथा संकीर्ण मानसिकताओं के दायरे से बाहर रहकर होनी चाहिए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए अटल जी की स्मृतियां चिरस्थायी रहेंगी। उनके द्वारा किए गए कार्य और कृतियां भारतीय राजनीति व समाज को सदैव जीवन्तता और स्पंदन प्रदान करते रहेंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अटल जी के नाम पर अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना का कार्य किया जा रहा है। राज्य के प्रत्येक मण्डल में श्रमिकों व अनाथ बच्चों के पठन-पाठन और आवासीय सुविधाओं से युक्त 18 अटल आवासीय विद्यालयों का निर्माण कराया जा रहा है। अटल जी की स्मृतियों को चिरस्थायी बनाने के लिए राज्य के विश्वविद्यालयों में अटल सुशासन पीठ स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया है।


मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारम्भ किया। उन्होंने अटल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। ‘मेरी यात्रा-अटल यात्रा’ पुस्तक का विमोचन किया। उन्होंने अटल जी के सान्निध्य में रहे तथा विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे महानुभावों को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को अंग वस्त्र, पुष्प तथा स्मृति चिन्ह के रूप में पुस्तक भेंट की गयी।इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि अटल जी लखनऊ सहित प्रदेश व देश के लोगों के अंतर्मन में रचे-बसे हैं। वे सभी के द्वारा सम्मानित रहे हैं। यह लखनऊ का सौभाग्य है कि अटल जी ने इस जनपद से सदैव जुड़ाव रखते हुए कई बार नेतृत्व प्रदान किया।विधायी व न्याय मंत्री तथा श्रद्धेय पं0 अटल बिहारी वाजपेयी मेमोरियल फाउण्डेशन के अध्यक्ष बृजेश पाठक ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।  इस अवसर पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन, जल शक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह, विधान परिषद सदस्य स्वतंत्र देव सिंह, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।