राष्ट्रधर्म से एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना

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‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए हमें एक ही धर्म के साथ स्वयं को जोड़ना होगा-वह धर्म है ”राष्ट्रधर्म”।एक भारत श्रेष्ठ भारत, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक नयी योजना हैं जिसके पीछे एकता ही सबसे बड़ा कारण हैं।इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के सभी राज्यों को उनकी संस्कृति एवम इतिहास से जोड़ना हैं जिससे देश में एकता के नये रूप का संचार हो सके। सभी राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों के बीच गहरे रचनात्‍मक संपर्कों के माध्‍यम से राष्‍ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा देना है। यह राष्ट्र की मजबूती और एकता का एक महत्वपूर्ण कारक बनेगा, साथ ही, यह भारतीय शासन के संघीय ढांचे को भी मजबूती प्रदान करेगा। यह अभियान देश की विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं को पहचानने और उजागर करने में भी मदद करेगा ।

“एक भारत, श्रेष्ठ भारत” को सफल तरीके से चलाने के लिए राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार दोनों संयुक्त रुप से मिलकर काम करेंगी।“एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह एक सरकारी योजना की तरह काम नहीं करेगा बल्कि राष्ट्र के लोगों में एकीकरण की भावना का विकास करते हुए एक जन आंदोलन की तरह काम करता है।“एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के तहत सरकार से लेकर आम जन की सक्रिय भागीदारी होगी। इसमें मीडिया, सरकारी विभाग, सोशल ग्रुप आदि भी समान रुप से शामिल होंगे।“एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के प्रचार-प्रसार के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे, इसके तहत मॉडर्न संसाधन एवं मीडिया का उचित रुप से इस्तेमाल किया जाएगा।“एक भारत, श्रेष्ठ भारत” एक प्रतियोगिता की तरह है, जिसमें लोग अपनी भागीदारी निभाकर देश की एकता एवं अखंडता को और अधिक मजबूत करने के लिए अपने विचार सांझा कर सकेंगे। वहीं ऐसे लोगों को सम्मानित अथवा पुरस्कृत भी किया जाएगा।इस योजना के तहत हर राज्य अपने सफलता की कहानियों का लेखा-जोखा तैयार करेगा।

एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को कांग्रेस साकार नहीं होने दे रही:सीएम  योगी...

मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में पं0 दीन दयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर गरीब कल्याण मेले का शुभारम्भ किया।15 विभागों द्वारा विभागीय योजनाओं के स्टॉलों का विधिवत निरीक्षण किया,बाल विकास पुष्टाहार विभाग के स्टॉल पर गर्भवती महिलाओं कीगोदभराई एवं बच्चों को अन्नप्राशन कराया।विभिन्न विकासपरक योजनाओं के लाभार्थियोंको प्रमाण पत्र/प्रतीकात्मक चाभी प्रदान कीं।उ0प्र0 के सभी 826 विकास खण्डों पर गरीब कल्याण मेले का आयोजन किया गया है।कोई भी जरूरतमंद उपचार के अभाव में परेशान न हो यह सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना की घोषणा की थी।गरीबों को स्वास्थ्य बीमा कवर से लाभान्वित करने की कार्यवाही की जा रही है।मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत गोरखपुर में29,460 बालिकाओं को लाभान्वित किया गया।निराश्रित महिला पेंशन के लिए कैम्प के माध्यम से फॉर्म भरवाकरजोड़ने की कार्यवाही तत्काल की जाए, जिससे कोई भी महिलाअपने आप को असहाय महसूस न करे।दिव्यांगजन सशक्तीकरण योजना के अन्तर्गत गोरखपुरजनपद में अब 26,526 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया।अंतिम पायदान पर खड़े हुए व्यक्ति को शासन की योजनाओंका लाभ देने के लिये सरकार प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है।प्रदेश के कोरोना प्रबंधन की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है। कोरोना के दोनों चरणों में हर गरीब को निःशुल्क राशन देने की व्यवस्था की गयी।शासन द्वारा लागू की जा रही सभी योजनाओं के लाभार्थियों को चिन्हित कर हर पात्र व्यक्ति को इसका लाभ उपलब्ध कराने के लिए इस प्रकार के मेले आयोजित किये जाने चाहिए।पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी के कृतित्व व व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकरप्रधानमंत्री जी ने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के कल्याणके लिये विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कीं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा हम सब पं0 दीन दयाल उपाध्याय से प्रेरणा प्राप्त कर ‘एक भारत,श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने का कार्य करेंगे।

भारत एक अनोखा राष्ट्र है, जिसका निर्माण विविध भाषा, संस्कृति, धर्म के तानो बानो, अहिंसा और न्याय के सिद्धांतों पर आधारित स्वतंत्रता संग्राम तथा सांस्कृतिक विकास के समृद्ध इतिहास द्वारा एकता के सूत्र में बाँध कर हुआ हैं| एक साझा इतिहास के बीच आपसी समझ की भावना ने विविधता में एक विशेष एकता को सक्षम किया है, जो राष्ट्रवाद की एक लौ के रूप में सामने आती है जिसे भविष्य में पोषित और अभिलषित करने की आवश्यकता है।समय और तकनीक ने संपर्क और संचार के मामले में दूरियों को कम कर दिया है। ऐसे युग में जो गतिशीलता और आगे बढने की सुविधा प्रदान करता है, विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के सामान्य दृष्टि कोण के द्वारा आपसी रिश्तो में मजबूती करना और राष्ट्र-निर्माण महत्वपूर्ण है। आपसी समझ और विश्वास भारत की ताकत की नींव है और भारत के सभी नागरिकों को सांस्कृतिक रूप से एकीकृत महसूस करना चाहिए।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गोरखपुर में एकात्म मानववाद और अन्त्योदय के प्रणेता पं0 दीन दयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनसामान्य तक पहुंचाने के लिए भरोहिया विकास खण्ड के बाबा गुरू गोरखनाथ विद्यापीठ प्रांगण में आयोजित गरीब कल्याण मेले का शुभारम्भ किया। उन्होंने इस अवसर पर 15 विभागों द्वारा लगाए गए विभागीय योजनाओं के स्टॉलों का विधिवत निरीक्षण किया एवं बाल विकास पुष्टाहार विभाग के स्टॉल पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई एवं बच्चों को अन्नप्राशन भी कराया।
  मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित महिला पेंशन, आयुष्मान गोल्डन कार्ड, वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांगजन पेंशन, राशन वितरण योजना, उज्ज्वला योजना, पोषाहार वितरण, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, व्यक्तिगत शौचालय, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन सहित कृषि सयंत्रों के 02-02 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के 02-02 लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चाभी/प्रमाण पत्र प्रदान किए।आज प्रदेश के सभी 826 विकास खण्डों पर गरीब कल्याण मेले का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि किसी परिवार में अगर कोई बीमार है, तो उसके सामने आर्थिक संकट आ जाता है। हर व्यक्ति सुविधा-सम्पन्न नहीं होता, इसे ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2019 में आयुष्मान भारत योजना की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो आयुष्मान भारत योजना से आच्छादित नहीं हो पाये, उनके लिए प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना संचालित की जा रही है। वे लोग किसी भी सरकारी/सूचीबद्ध अस्पताल में 05 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य सुविधा का लाभ निःशुल्क ले सकते हैं। कोई भी जरूरतमंद उपचार के अभाव में परेशान न हो यह सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकारें हर एक पीड़ित परिवार के साथ खड़ी हैं। गरीबों को स्वास्थ्य बीमा कवर से लाभान्वित करने की कार्यवाही की जा रही है, जिससे गरीब उपचार के अभाव में दर-दर की ठोकर खाने के लिये मजबूर न हो।

मानव मन भावनाओं का अथाह सागर है।प्रतिपल उठती भावुक लहरें एक नये मंथन को जन्म देती हैं, एक नये विचार का आविर्भाव करती हैं । ‘मेरी अभिव्यक्तियाँ’ एक प्रयास है, भावनाओं के मंथन को शाब्दिक रूप मे व्यक्त कर पाने का।


मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत जनपद गोरखपुर में 29,460 बालिकाओं को लाभान्वित किया गया है। इस योजना में बालिका के जन्म सेे उसकी स्नातक तक की शिक्षा के लिए 15,000 रुपये की राशि सरकार देती है। भरोहिया विकास खण्ड में 1,061 बालिकाओं को इस योजना का लाभ मिला है। निराश्रित महिला पेंशन योजना के अन्तर्गत जनपद गोरखपुर में 68,341 निराश्रित महिलाओं को पेंशन का लाभ मिल रहा है, जिसमें भरोहिया विकास खण्ड की 1,661 लाभार्थी सम्मिलित हैं। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिये कि जितनी निराश्रित महिलाएं है, उन्हें निराश्रित महिला पेंशन के लिए कैम्प के माध्यम से फॉर्म भरवाकर इस योजना से जोड़ने की कार्यवाही तत्काल की जाए, जिससे कोई भी महिला अपने आप को असहाय महसूस न करे, केन्द्र/प्रदेश सरकार उनके साथ हैं। दिव्यांगजन सशक्तीकरण योजना के अन्तर्गत गोरखपुर जनपद में अब तक 26,526 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है। दिव्यांगजन पेंशन योजना से भरोहिया विकास खण्ड के 606 लाभार्थी लाभान्वित हुए हैं। साथ ही, दिव्यांगजन को कृत्रिम अंग का वितरण भी किया गया है। उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत जनपद गोरखपुर में पहले चरण में 2,44,519 परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिये गये। 19,000 लाभार्थी अब तक उज्ज्वला योजना के द्वितीय चरण के लिए चयनित हो चुके हैं।


पोषाहार योजना के अन्तर्गत जनपद गोरखपुर में 4,172 आंगनबाड़ी केन्द्रों से 6 माह से 3 वर्ष के 1,33,926 और 3 वर्ष से 6 वर्ष के 74,626 बच्चों को और 54,417 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पोषाहार वितरित किया जा रहा है। जिसमें भरोहिया विकास खण्ड के 6 माह से 3 वर्ष के 4,278 बच्चे हैं, 3 से 6 वर्ष के 2,208 बच्चों, 1,656 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पुष्टाहार वितरण की कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अब तक 231 जोड़ों का विवाह जनपद के विकास खण्ड मुख्यालयों पर सम्पन्न हो चुका है। वृद्धावस्था पेंशन में 1,49,140 लाभार्थियों को पेंशन का लाभ मिल रहा है। भरोहिया ब्लॉक में 4,201 लाभार्थियों को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ मिल रहा है। आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत जनपद में 33,65,153 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड अब तक बनाये जा चुके हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में 5,19,129 किसानों को इस योजना से लाभान्वित किया गया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में जनपद में 14,442 समूहों का गठन किया जा चुका है। भरोहिया विकास खण्ड में 451 समूहों का गठन हो चुका है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 37,451 आवास अब तक गोरखपुर में निर्मित किये जा चुके हैं। विकास खण्ड भरोहिया में 751 आवास अब तक निर्मित किये जा चुके हैं। नये लाभार्थियों में 9,228 का चयन होकर स्वीकृति पत्र जारी हो रहा है। मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत भी 61 आवास उपलब्ध कराये गये हैं।

व्यक्तिगत शौचालय में जनपद गोरखपुर में 2,24,258 के सापेक्ष 6,790 विकास खण्ड भरोहिया में निर्मित किये जा चुके हैं। अंतिम पायदान पर खड़े हुए व्यक्ति को शासन की योजनाओं का लाभ देने के लिये सरकार प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कोरोना प्रबंधन की पूरी दुनिया में प्रशंसा हो रही है। देश के अन्दर सबसे अधिक आबादी वाला राज्य होने के बावजूद उत्तर प्रदेश ने कोरोना प्रबंधन में सबसे अच्छी भूमिका निभायी। कोरोना के दोनो चरणों में हर गरीब को निःशुल्क राशन देने की व्यवस्था की गयी है।मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन द्वारा लागू की जा रही सभी योजनाओं के लाभार्थियों को चिन्हित कर हर पात्र व्यक्ति को इसका लाभ उपलब्ध कराने के लिए इस प्रकार के मेले आयोजित किये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी के कृतित्व व व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर प्रधानमंत्री जी ने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े हुए व्यक्ति के कल्याण के लिये विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कीं। हम सब पं0 दीन दयाल उपाध्याय से प्रेरणा प्राप्त कर ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने का कार्य करेंगे।इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।