देश की अर्थव्यवस्था चंद पूंजीघरानों के पास बंधक अखिलेश यादव

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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था को भाजपा ने चंद पूंजीघरानों के पास बंधक बना दिया है। जनता कंगाल होकर कराह रही है जबकि अमीर हर रोज समृद्धि और सम्पन्नता के नए शिखर छू रहे हैं। उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन बनाने की दम्भपूर्ण घोषणा तो दुहराई जाती रही है लेकिन यथार्थ में यह प्रदेश अब हर क्षेत्र में पिछड़ता ही चला जा रहा है।


दैनिक आवश्यकताओं की सभी चीजें डीजल-पेट्रोल, रसोई गैस, बिजली एवं खाने का तेल, खाद्य वस्तुएं सहित अन्य घरेलू सामान महंगा हो गया है। परिवारों का औसत खर्च 4 माह में 43 प्रतिशत बढ़ गया हैं। बच्चों की पढ़ाई और बुजुर्गों की दवाई की खरीद लोगों की जेब से बाहर है। भाजपा सरकार में महंगाई के शिकार लोग बद-से-बदतर जिंदगी जीने को मजबूर है। आम आदमी के लिए आगे जिंदगी चलाना आसान नहीं रह गया है।


अभी गेहूं खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की दर से नहीं हुई है। पांच बड़ी कम्पनियों ने किसानों से गेहूं खरीद लिया और अपने गोदामों में भण्डारण कर लिया। निश्चय ही अब अपनी मुनाफाखोरी की आदत के चलते वे महंगा आटा बेचेंगे। गरीब की रोटी-थाली सब जनता की पहुंच से बाहर हो जाएगी।
भाजपा सरकार में विकास अवरुद्ध है। गड्ढा मुक्त प्रदेश भाजपा सरकार का पहला और सबसे बड़ा अधूरा वादा है। आलम यह है कि सरकार अब गड्ढा मुक्ति की नई तारीख भी नहीं बता रही है। भाजपा सरकार में खस्ता हाल सड़कों की तस्वीर भी नहीं बदली। बारिश से पहले मरम्मत नहीं हुई तो सड़क तालाब की शक्ल में नज़र आएगी।


भाजपा राज में जनता भीषण गर्मी में झुलस रही है। डबल इंजन सरकार वादे के मुताबिक बिजली भी नहीं दे पा रही है। शहर से गांव तक अघोषित बिजली कटौती से हाहाकार मचा है। भाजपा राज में पिछले पांच साल में एक बिजलीघर नहीं बना। भाजपा राज ने उत्तर प्रदेश को अंधेरे की सौगात के सिवा कुछ नहीं दिया।


अपराध के क्षेत्र में भी उत्तर प्रदेश नम्बर एक बन चुका है। लूट, हत्या, अपहरण की खबरें रोजाना सुर्खियां बनती है। महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। हिरासत में मौतों का सिलसिला जारी है। फर्जी एनकाउंटर भी होते रहते हैं। मानवाधिकार आयोग इस सम्बंध में राज्य सरकार को कितनी ही नोटिसें जारी कर चुका है।


जनता की बुनियादी समस्याओं की ओर भाजपा सरकार का कोई ध्यान नहीं है। जनता की परेशानियों और तकलीफों के निवारण की दिशा में कोई कदम उठाने की उसकी इच्छाशक्ति ही नहीं दिखाई देती है। भाजपा लोगों के बीच सौहार्द बिगाड़ने का ही काम कर रही है। समाजवादी पार्टी जनसमस्याओं के लिए सतत संघर्षशील रही है। वह गरीबों के हितों के लिए सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ने को प्रतिबद्ध है।