योगी के योग से काँपता है अपराधियों का दिल-राजनाथ सिंह

137

महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने सनातन धर्म की रक्षा व संवर्धन के लिए अतुलनीय कार्य किये। पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने देश व धर्म के विकास एवं लोगों के कल्याण के लिए विभिन्न कार्य किये।

महंत अवेद्यनाथ का जन्म 28 मई 1921 को महंत अवेद्यनाथ जी का जन्म ग्राम काण्डी, जिला पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखण्ड में श्री राय सिंह बिष्ट के घर हुआ था। आपके बचपन का नाम कृपाल सिंह बिष्ट था और कालांतर में श्री अवैद्यनाथ बनकर भारत के राजनेता तथा गुरु गोरखनाथ मन्दिर के पीठाधीश्वर थे के रूप में प्रसिद्द हुए। श्री अवैद्यनाथ जी ने हिन्दू धर्म की आध्यात्मिक साधना के साथ “सामाजिक हिन्दू” साधना को भी आगे बढाया और सामाजिक जनजागरण को अधिक महत्वपूर्ण मानकर हिन्दू धर्म के सोशल इंजीनियरिग पर बल दिया | श्री योगी आदित्यनाथ जी के हिन्दू युवा वाहिनी जैसे युवा संगठन की प्रेरणा भी कहीं न कहीं इसी सोसल इंजीनियरिग की प्रेरणा रही थी |हिमालय और कैलाश मानसरोवर की यात्रा और साधना से शैव धर्म से गहरे प्रभावित श्री महंथ जी पहली बार १९४० में अपनी बंगाल यात्रा के दौरान मेंमन सिंह (तत्कालीन बंगाल) में श्री निवृति नाथ जी के माध्यम से श्री दिग्विजय नाथ जी से मिले | ८ फ़रवरी १९४२ को आप गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी बन गए | और इस तरह मात्र २३ साल की अवस्था में श्री कृपाल सिंह बिष्ट से अवैद्यनाथ बनकर विश्वमंच पर एक दैदीव्य्मान अक्षय प्रकाश पुंज के रूप में सदैव के लिए अमर हो गये |आजन्म विवादों से दूर रहने वाले, विरक्त सन्यासी, सज्जन, सरल और सुमधुर और मितभाषी व्यक्तित्व के धनी श्री अवैद्यनाथ जी ने श्री रामजन्म भूमि आन्दोलन को मात्र गति ही नहीं दिया अपितु एक संरक्षक की भाँती हर तरह से रक्षित और पोषित किया |

मुख्यमंत्री तथा रक्षा मंत्री ने जनपद महराजगंज में ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वरमहंत अवेद्यनाथ जी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया।पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने देश व धर्म के विकास एवं लोगों के कल्याण के लिए विभिन्न कार्य किये। प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में आज देश की आन्तरिक एवंबाह्य सुरक्षा पहले से मजबूत हुई, वैश्विक स्तर पर देश की प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई।आज देश को नक्सलवाद, माओवाद, पूर्वाेत्तर के उग्रवादसे निजात मिली, कश्मीर में अलगाववाद का समाधान किया।भारत दुनिया की महाशक्ति के रूप में निरन्तर आगे बढ़ रहा।महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने सनातन धर्म की रक्षा व संवर्धन के लिए अतुलनीय कार्य किये।प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने कोरोना कालखण्ड मेंबेहतर प्रबन्धन द्वारा कोरोना महामारी का सफलता पूर्वक नियंत्रण किया।केन्द्र व प्रदेश सरकार ने बिना भेदभाव केलोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान किया।सर्वधर्म सम्भाव की नीति पर बढ़ते हुए मुख्यमंत्री जीके नेतृत्व में प्रदेश सरकार कार्य कर रही।प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक जनपद में मेडिकल कॉलेज स्थापित कराया जा रहा।माफियाओं व अपराधियों की अरबों रुपये की अवैध सम्पत्ति जब्त।

रक्षा मंत्री ने कहा कि नींद में भी उत्तर प्रदेश ही नहीं भारत का कोई माँ का लाल यह नहीं कह सकता कि योगी जी के शासनकाल में कहीं भ्रष्टाचार हुआ हो। यदि हम उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाना चाहते हैं तो कानून व्यवस्था इसकी पहली शर्त है। इस सच्चाई को कोई भी नहीं नकार सकता, यहां तक हमारे विरोधी भी, कि यूपी में योगी आदित्यनाथ एक ऐसी शख्सियत हैं जिनका नाम लेते ही अपराधियों का दिल धड़कने लगता है। रक्षा मंत्री ने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के विकास कार्यों की जमकर तारीफ की। कहा कि हर जिले में मेडिकल कॉलेज, सात नए विश्वविद्यालयों की स्थापना, 42 लाख लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा आदि कितने ऐसे काम हैं जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता।रक्षा मंत्री ने कहा कि 2014 में देश में एक ऐतिहासिक परिवर्तन हुआ। जनता ने बहुमत के साथ नरेंद्र भाई मोदी दिल्ली में स्थापित किया। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत का मान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की सूझबूझ देखिए 2017 में जब उत्तर प्रदेश की कमान सौंपने की बात आई तो उन्होंने योगी आदित्यनाथ का चुनाव या ना आज सर्व स्वीकार्य है।


पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी ने राष्ट्रीयता, सामाजिक समरसता और समाज को जोड़ने का काम किया, योगी आदित्यनाथ उन्हीं के मार्ग पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य के गर्भ में क्या है उसे संत देख लेते हैं। महंत अवेद्यनाथ जी भी ऐसे ही थे। उन्होंने ऐसा उत्तराधिकारी चुना जो सनातन संस्कृति की रक्षा कर सके, सामाजिक समरसता का लक्ष्य प्राप्त कर सके और जरूरत पड़ने पर उत्तर प्रदेश का नेतृत्व भी कर सके। ये सारे कार्य योगी जी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महंत अवेद्यनाथ महाविद्यालय, जनपद महराजगंज में ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की 7वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में कहा कि पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने देश व धर्म के विकास एवं लोगों के कल्याण के लिए विभिन्न कार्य किये। पूज्य महंत जी ने विशेषतः इस क्षेत्र के शैक्षणिक विकास हेतु चार से पांच दशक तक अनवरत रूप से कार्य किया। जब इस क्षेत्र में शिक्षा का कोई केन्द्र नहीं था, तब 1950 के दशक में महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने अपने पूज्य गुरु महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज के नाम पर दिग्विजयनाथ इण्टर कॉलेज की स्थापना की थी। इस शिक्षण संस्था के विद्यार्थियों ने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में रोशनी बिखेरने का कार्य किया है। पूज्य महंत जी ने बालिकाओं की शिक्षा के लिए 1990 के दशक के पूर्वार्द्ध में एक स्कूल खोला था। बालिकाओं की उच्च शिक्षा हेतु डिग्री कॉलेज की स्थापना के लिए महंत जी ने हमें प्रेरित किया था। आज गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ महाविद्यालय यहां के युवाओं की उच्च शिक्षा के लिए तत्पर है। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध यह महाविद्यालय कला, विज्ञान व वाणिज्य की शिक्षा यहां के बच्चों को उनके घर (जनपद) में ही उपलब्ध करा रहा है।


पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी महाराज जी सदैव शिक्षण कार्यों के विकास के लिए तत्पर रहे, क्यांेकि वह यह मानते थे कि आज के बच्चे कल हमारे देश के भविष्य होंगे। पूज्य महंत जी ने इस क्षेत्र के लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं पशुआं के इलाज हेतु पशु चिकित्सालय खुलवाए। उन्हांने कहा कि पूज्य महंत जी ने मन्दिरों को लोक कल्याण के केन्द्र के रूप में स्वीकार किया।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में आज देश की आन्तरिक एवं बाह्य सुरक्षा पहले से मजबूत हुई है। आज देश से नक्सलवाद, माओवाद, पूर्वाेत्तर के उग्रवाद से निजात मिली है तथा कश्मीर में अलगाववाद का समाधान किया गया है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भारत के जज्बे को स्वीकार कर रही है और देश प्रधानमंत्री जी के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है। भारत दुनिया की महाशक्ति के रूप में निरन्तर आगे बढ़ रहा है।प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश सभी क्षेत्रों में सुदृढ़ हो रहा है। यशस्वी नेतृत्व से वैश्विक स्तर पर देश की प्रतिष्ठा मंे वृद्धि हुई है। आज सीमा पार से घुसपैठ में कमी आयी है। सीमावर्ती क्षेत्रों में दूर-दूर तक कोई नजर नहीं आता तथा दुस्साहस करने वालों को हटने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह नये एवं मजबूत भारत की तस्वीर है। देश का प्रत्येक नागरिक ऐसे यशस्वी नेतृत्व को अभिनन्दन कर रहा है।

योग व दर्शन के मर्मज्ञ महंतजी के राजनीति में आने का मकसद हिंदू समाज की कुरीतियों को दूर करना और राम मंदिर आंदोलन को गति देना रहा है। हिन्दू धर्म में ऊंच-नीच दूर करने के लिए उन्होंने लगातार सहभोज के आयोजन किए। इसके लिए उन्होंने बनारस में संतों के साथ डोमराजा के घर जाकर भोजन किया और समाज की एकजुटता का संदेश दिया।हिंदू समाज की एकता ही उनके प्रवचन के केंद्र में होती थी। वह मूलत: इतिहास और रामचरितमानस का सहारा लेते थे। श्रीराम का शबरी, जटायु, निषादराज व गिरीजनों से व्यवहार का उदाहरण देकर दलित-गरीब लोगों को गले लगाने की प्रेरणा देते रहे।गोरक्षपीठ पर गुरु गोरखनाथजी के प्रतिनिधि के रूप में सम्मानित संत को महंत की उपाधि से अलंकृत किया जाता है। वर्तमान समय में महंत श्री अवेद्यनाथ जी महाराज गोरक्ष पीठाधीश्वर के पद पर आसीन थे। इस मंदिर के प्रथम महंत वरदनाथजी महाराज रहे हैं जो गुरु गोरखनाथ जी के शिष्य थे।

ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा अनावरण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2014 के पूर्व देश की आंतरिक स्थिति बहुत खराब थी। कहीं नक्सलवाद व माओवाद से लोग टत्रस्त थे तो कहीं पूर्वोत्तर का उग्रवाद सिर पर था। कहीं कश्मीर का उग्रवाद देश की एकता और अखंडता को चुनौती देता था। धीरे-धीरे उनके दायरे को सिकुड़ते हुए भारत की आंतरिक स्थिति को सुदृढ करने में सरकार को सफलता मिली। दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ जब यशस्वी नेतृत्व मिलता है तो ऐसे ही होता है। पहले जो आंखें दिखाते थे, घुसपैठ करते थे वह अब पीएम मोदी के नेतृत्व में देश के सीमावर्ती इलाकों में दूर-दूर तक नजर नहीं आते। यह नए भारत की तस्वीर है जो दुनिया के सभी देशों से आंख में आंख मिलाकर बात करता है।


केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व मुख्यमंत्री ने पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया तथा उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।रक्षा मंत्री ने कहा कि पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी महाराज का व्यक्तित्व अद्भुत था। वह शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के समर्थक व सहज व्यक्तित्व के धनी थे। पूज्य महाराज जी ने सनातन धर्म की रक्षा व संवर्धन के लिए अतुलनीय कार्य किये। उन्होंने कहा कि नाथ सम्प्रदाय व गोरक्षपीठ के प्रति लोगों में अपार आस्था है। नाथ सम्प्रदाय व गोरक्षपीठ ने जाति, धर्म, पंथ का भेद किये बिना देश व धर्म के विकास तथा सामाजिक समरसता को बढ़ाने मंे अपना अमूल योगदान दिया है। राम जन्मभूमि के इतिहास में महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज व महंत अवेद्यनाथ जी महाराज का महती योगदान है।  रक्षा मंत्री ने कहा कि महंत अवेद्यनाथ जी महाराज विशाल हृदय की शख्सियत थे। छोटे दिल का व्यक्ति कभी संत नहीं हो सकता और समाज का कभी कल्याण नहीं कर सकता। छोटे मन का व्यक्ति कभी बड़े उद्देश्य को नहीं प्राप्त कर सकता। उन्होंने कहा कि हमारे ऋषि मुनियों ने कहा था कि ‘जो पिण्ड में है वहीं ब्रह्ममाण्ड में है, जो जड़ में है वहीं चेतन में है, जो सूक्ष्म में है वही विवर्त में है, जो छोटे में है वही बड़े में है, जो मेरे में है वही तेरे में है’ – यह संदेश जनमानस तक पहुंचाने का कार्य नाथ सम्प्रदाय ने किया है।योगी ने उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सारी योजनाओं का अक्षरशःवरण किया है। कोरोना संकट में सीएम योगी की भूमिका की पूरी दुनिया मे प्रशंसा हुई। पूरी दुनिया ने माना कि भारत में उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहां के मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी के मार्गदर्शन कोरोना की चुनौती को स्वीकार कर उस पर सफलतापूर्वक नियंत्रण पाया। कोविड टीकाकरण में भी यूपी का कार्य उल्लेखनीय है। योगी जी मे सत्ता की शक्ति के साथ दृढ़ इच्छाशक्ति है।


रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की सनातन संस्कृति कभी छुआ-छूत की इजाजत नहीं देती। भारत की धरती से ही ‘वसुधैव कुटुबम्कम’ का संदेश पूरे विश्व में गया है। उन्होंने कहा कि सर्वधर्म सम्भाव की नीति पर बढ़ते हुए मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। विगत साढ़े चार वर्षाें से उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के समग्र विकास के लिए कानून व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। आज अपराधियों के मन में कानून व्यवस्था का भय व्याप्त है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विकास के नये-नये मापदण्ड स्थापित किये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने कोरोना कालखण्ड में बेहतर प्रबन्धन द्वारा कोरोना महामारी का सफलतापूर्वक नियंत्रण किया है।प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत तेजी से विकास रथ को आगे बढ़ा रहा है। वैश्विक स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि भारत ने कभी किसी देश की एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं किया है। देश पहले आक्रमण की नीति पर कार्य नहीं करेगा, लेकिन दुस्साहस करने वालों को मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसे अब उत्तम प्रदेश बनने से कोई नहीं रोक सकता है। योगी धार्मिक अनुष्ठान के साथ विकास के नए मानदंड स्थापित करने का काम करते जा रहे हैं। केन्द्र व प्रदेश सरकार ने बिना भेदभाव के लोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान किया है। निःशुल्क आवास, शौचालय, रसोई गैस कनेक्शन, 05 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर तथा कोविड कालखण्ड में मुफ्त खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था जैसी विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक जनपद में मेडिकल कॉलेज स्थापित कराया जा रहा है। प्रदेश की स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का लाभ 42 लाख लोगों को प्रदान किया गया है। प्रदेश में साढ़े चार वर्षाें में 07 नये विश्वविद्यालय बने है। उन्हांेने कहा कि प्रदेश में आज गुण्डों पर वर्दी भारी है। माफियाओं व अपराधियों की अरबों रुपये की अवैध सम्पत्ति जब्त की जा चुकी है। अपराधियांे का मनोबल टूटना चाहिए तथा सज्जनों का मनोबल बढ़ना चाहिए, यही शासन की जिम्मेदारी व उत्तरदायित्व है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी की दृढ़इच्छा शक्ति से प्रदेश बदल रहा है। गांव, गरीब, दलित, वंचित, महिला, किसान, नौजवान सभी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के साथ विकास पथ पर आगे बढ़ रहे हैं।इस अवसर पर केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी, प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ0 महेन्द्र सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।