गुड़ उत्पादकों के जीवन में समृद्धि का अवसर देगा गुड़ महोत्सव

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  1. प्रदेश के 60 लाख गन्ना किसानों और गुड़ उत्पादकों के जीवन में समृद्धि के अवसर लेकर आया राज्य गुड़ महोत्सव।
  2. प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने किया दो दिवसीय राज्य गुड़ महोत्सव का समापन।
  3. देश एवं प्रदेश में प्रथम बार राज्य स्तर पर आयोजित गुड़ महोत्सव- 2021 ने प्रदेश के गुड़ उत्पादको को नया व्यवसायिक मंच प्रदान किया।
  4. इस आयोजन से गुड़ एवं सहउत्पादों की ब्रान्डिंग हुयी, गुड़ उत्पादको को आर्थिक लाभ एवं उत्साह की सुखद अनुभूति।
  5. गन्ना विकास विभाग प्रदेश के गन्ना किसानों एवं गुड़ उत्पादको के विकास, सम्पन्नता एवं उज्जवल भविष्य के लिये सदैव तत्पर।
  6. राज्य गुड़ महोत्सव में अश्वगंधा गुड़, गाजर गुड़, सौफ गुड़, स्ट्राबेरी गुड़, चाकलेट गुड़, गुड़ की आईस्क्रीम, जैविक गुड़ आदि रहे मुख्य आकर्षण।

लखनऊ – प्रदेश की राजधानी में गन्ना विकास विभाग द्वारा राज्य गुड़ महोत्सव 2021 का आयोजन 06 से 07 मार्च, 2021 को इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, के जुपिटर हाॅल में किया गया। 06 मार्च को इस महोत्सव का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कर-कमलों द्वारा किया गया। राज्य गुड़ महोत्सव 2021 के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य गुड़ महोत्सव 2021 का आयोजन गुड़ उत्पादकों के जीवन में व्यापक सकरात्मकता और समृद्धि के अवसर लेकर आया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा राज्य गुड़ महोत्सव स्मारिका का विमोचन भी किया गया।

राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित गुड़ महोत्सव की खुशबू राजधानी के लोगों का आकर्षण का केंद्र बनी है।गुड़ की मिठास नवाबों के शहर राजधानी लखनऊ में कई प्रकार से लोगों को अपनी और आकर्षित कर रही है।राजधानी लखनऊ में आयोजित गुड़ महोत्सव में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से गुण व्यवसाई आए और अपने विभिन्न वैरायटी के गुड़ के गुणों का प्रदर्शन किया है। इन गुड़ के गुणों में विशेषकर राम नगरी अयोध्या का आनंद आनंदम सबसे खास है। इस गुड़ में कई प्रकार की जड़ी बूटियों को मिलाकर बनाया गया है जिसमें कई प्रकार की भस्म, शिलाजीत, केसर, अश्वगंधा ,देसी घी, काजू, बादाम और स्वर्ण भस्म तक मिलाया गया है जो शरीर को एक नई ऊर्जा प्रदान करती है। यह अलग बात है कि इस ग्रुप की कीमत काफी अधिक है जो लगभग ₹6000 प्रति किलो है। यह आम आदमी की पहुंच से बहुत दूर है अब देखना यह है कि यह गुड़ की क्वालिटी अयोध्या को कितना ऊपर ले जाती है।गुड़ महोत्सव में गुड़ के गुणों की कई वैरायटी हैं अश्वगंधा, आंवला, अलसी तेल, नारियल, सतावर, मेथी के गुड़ भी प्रदर्शन के लिए आए हैं। सफेद मूली, स्वर्ण भस्म, जावित्री, दालचीनी, काली मिर्च, इलायची, स्वर्ण भस्म का मिश्रण कर कई प्रकार के गुड़ बनाया गया है।

महोत्सव के उद्घाटन कार्यक्रम में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा, अपर मुख्य सचिव गृहअवनीश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय आर 0 भूसरेड्डी एवं अपर मुख्य सचिव, सूचना नवनीत सहगल, विशेष सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास डॉ 0 रूपेश कुमार भी उपस्थित रहे।आज महोत्सव के समापन कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने लगातार किसानों और खाण्डसारी उद्योग के हित में सकारात्मक निर्णय लेने के लिये मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।

प्रदेश का गुड़ एवं सहउत्पाद अब नये ब्रान्ड बन रहे हैं तथा विश्वास है कि यह महोत्सव गुड़ को अन्तराष्ट्रीय पहचान दिलाने का कार्य करेगा और गन्ना किसानो के लिये भी लाभदायक सिद्ध होगा। उन्होंने कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों और गुड़ उत्पादकों का सहभागिता हेतु आभार व्यक्त किया। प्रतिभागी गुड़ उत्पादको के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कायम करने की दृष्टि से गुड़ उत्पादक प्रतिभागियो एवं गुड़ निर्माण हेतु मशीनरी निर्माण करने वाली प्रतिभागी फर्मों को मंत्री द्वारा स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण-पत्र से पुरस्कृत भी किया गया।

गुड़ उत्पादको की श्रेणी में लखनऊ की फर्म शिवन्या फूड्स(प्रभा शर्मा), गाजियाबाद की फर्म हिमालयनी एग्रो(नीतू कौशिक) तथा बरेली की क्रियेशन बायोटेक क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रही, वसन्धुरा आर्गेनिक्स सीतापुर, जैगरी फाउन्डेशन अयोध्या को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। साथ ही गुड़ निर्माण हेतु मशीनरी निर्माण करने वाली फर्म कैलाश ट्रेडर्स बाजपुर को भी पुरस्कृत किया गया।

राज्य गुड़ होत्सव-2021 के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि मुख्यमंत्री एवं गन्ना मंत्री जी के मार्ग-दर्शन में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग ने प्रदेश के 60 लाख गन्ना किसानों के समग्र विकास एवं समृद्धि के लिए तथा खाण्डसारी उद्योग के छोटे उद्यमियों को पुनर्जीवित करने तथा़ किसानों को विकसित करने के लिए भी भरसक प्रयास किया है। उन्होनें बताया कि दो दिवसीय महोत्सव के दौरान जुपिटर हाल में विशेशज्ञों द्वारा संगोश्ठी आयोजित कर प्रशिक्षण तथा व्याख्यान भी दिया गया। जिसमें गुड उद्योग की समस्याएं एवं सम्भावनाएं, गुड़ के औष़धीय गुण एवं प्रदेश की आत्मनिर्भरता में गन्ना किसानों एवं ग्रामीण महिलाओं की भूमिका से संबंधित व्याख्यान तथा गुड़ उद्योग से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर बौद्धिक परिचर्चा भी हुयी।

गुड़ महोत्सव में प्रदेेश के विभिन्न हिस्सों से आये गुड़ उत्पादकों द्वारा गुड़ एवं इसके सह-उत्पादांे के स्टॅाल्स लगाये गये, जिनमेें सोंठ, सौंफ, इलायची, तिल, मूंगफली, काजू, बादाम, केसरयुक्त गुड़ एवं गुड़ के गुलगुले, गुड़ की खीर, गुड़ की अमृता चाय, गुड़ का लड्डू, गुड़ की कुल्फी, गुड़ का जलेबी, गुड़ का हलवा, गुड़ का मीठा पोंगल, तथा स्वर्ण भस्म एवं अश्वगंधा से युक्त 6000 रू. किलो. तक का गुड़ मुख्य आकर्षण रहेें। संस्कृति विभाग के सौजन्य से विभिन्न सांस्कृति कार्यक्रमों एवं लोक नृत्य आदि का आयोजन किया गया जिनमें दीपिका मिश्रा, प्रज्ञा सिंह, जितेन्द्र सिंह, पल्लवी शुक्ला, प्रीति वर्मा, अभिशेक श्रीवास्तव, अराधना आदि को प्रमाण-पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया।


जिन गुड़ विक्रेताओं ने अपने स्टाल लगाये है उनमें से प्रथम दिवस ही 15 प्रतिशत गुड़ विक्रेताआं के शत्-प्रतिशत, 25 प्रतिशत विक्रेताओं के 60 प्रतिशत, तथा 25 प्रतिेशत के 50 प्रतिशत गुड़ के पदार्थों की बिक्री हो गयी। इन सभी को पुनः अपने जिलों से गुड़ उत्पाद मंगवाने की आवश्यकता पड़ गयी। कई विक्रताओं को गुड़ निर्माण हेतु अग्रिम आर्डर भी प्राप्त हो गये हैं।


उन्होंने कहा कि राज्य गुड़ महोत्सव-2021 का सफल आयोजन सभी समितियों के अध्यक्षों एवं सदस्यों के अथक प्रसास से सम्भव हो सका। उन्होंने चीनी उद्योग एवं गन्ना विभाग के साथ-साथ एम.एस.एम.ई, परिवहन, गृह, स्वास्थ्य, फायर बिग्रेड, एल.डी.ए., पुलिस, संस्कृति, आई.सी.ए.आर आदि का आभार व्यक्त किया। आयोजन समिति के अध्यक्ष विमल दूबे द्वारा भी समस्त प्रतिभागी गुड़ उत्पादकों, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले प्रतिभागियों, विभागीय अधिकारियों एवं महोत्सव को सफल बनाने हेतु भूमिका निभाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को धन्यवाद ज्ञापित किया।