भारत सरकार ने सिताबदियारा, बिहार में लोक नायक जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा का अनावरण गृह एवं सहकारिता मंत्री, ने किया। लोक नायक जय प्रकाश नारायण ने अपना पूरा जीवन देश के भूमिहीनों, गरीबों, दलितों तथा पिछड़ों के उत्थान के लिए गुजारा। देश में विगत 08 वर्षाें से प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जय प्रकाश नारायण जी और विनोबा भावे जी के सर्वाेदय के सिद्धान्त के आधार पर सरकार चल रही। मुख्यमंत्री ने महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लोक नायक जय प्रकाश नारायण की पावन जयन्ती के अवसर पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में आजादी के आन्दोलन में पूरा सहयोग बिहार में प्राप्त हुआ था, गांधी जी ने इसी बिहार की धरती पर चम्पारण आन्दोलन को गति दी। आज जय प्रकाश जी के स्वप्न को प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश की सरकार साकार कर रही है, समाज के सभी तबकों के हितों के लिए कार्य हो रहा। देश के प्रत्येक नागरिक को बिना भेदभाव जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा। मां गंगा और मां सरयू के इस संगम स्थल पर स्थित दोआब में बाढ़ की त्रासदी को रोकने के लिए शीघ्र ही उ0प्र0 सरकार अपने कार्यक्रमों को आगे बढ़ाकर यहां के समग्र विकास को आगे बढ़ाने का कार्य करेगी

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कैबिनेट प्रस्ताव के माध्यम से लोक नायक जय प्रकाश नारायण की जन्मभूमि पर उनकी मूर्ति की स्थापना का प्रण लिया था। आज वह प्रण लोक नायक के जन्म जयन्ती के दिन पूरा हो रहा है। जय प्रकाश नारायण जी का जीवन अनेक मायनों में विशिष्ट रहा है। आजादी के लिए क्रान्ति के रास्ते पर भी वे लड़े, आजादी के लिए महात्मा गांधी जी के बताये मार्ग पर भी वे लड़े। आजादी के बाद जब सत्ता लेने का समय आया, तब वे एक संन्यासी की भांति विनोबा भावे के साथ सर्वाेदय की गतिविधि से जुड़ गये। गृह एवं सहकारिता मंत्री, भारत सरकार अमित शाह जी ने आज सिताबदियारा,जनपद सारण, बिहार में लोक नायक जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सम्मिलित हुए।

गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि लोक नायक जय प्रकाश नारायण ने अपना पूरा जीवन देश के भूमिहीनों, गरीबों, दलितों तथा पिछड़ों के उत्थान के लिए गुजारा। उनका समाजवाद तथा सर्वाेदय की विचारधारा पर विश्वास और जातिविहीन समाज का स्वप्न था। 70 के दशक में देश में इमर्जेंसी लागू होने के समय जय प्रकाश नारायण जी ने इसके खिलाफ बड़ा आन्दोलन किया। सत्ता से बाहर रहते हुए परिवर्तन करने का उत्कृष्ट उदाहरण जय प्रकाश नारायण जी ने दिया। देश में विगत 08 वर्षाें से प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में जय प्रकाश नारायण जी और विनोबा भावे जी के सर्वाेदय के सिद्धान्त के आधार पर सरकार चल रही है। प्रधानमंत्री जी ने इसे अन्त्योदय के साथ जोड़ा है। जय प्रकाश नारायण जी के सर्वाेदय क्रान्ति के नारे को प्रधानमंत्री जी ने साकार किया है।

जय प्रकाश नारायण जी ने सम्पूर्ण क्रान्ति का नारा देकर भारत के लोकतंत्र को बचाने का कार्य किया- मुख्यमंत्री


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लोक नायक जय प्रकाश नारायण की पावन जयन्ती के अवसर पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि जय प्रकाश नारायण जी ने सम्पूर्ण क्रान्ति का नारा देकर भारत के लोकतंत्र को बचाने का कार्य किया। स्वतंत्र भारत में भारत की व्यवस्था का संचालन किस प्रकार हो, गांव, गरीब, किसान, नौजवान तथा महिलाओं के लिए कैसी योजनाएं बनें, इसके लिए सरकार से बाहर रहकर, इस विषय पर लोक नायक जय प्रकाश नारायण, पं0 दीनदयाल उपाध्याय तथा डॉ0 राम मनोहर लोहिया जैसे महापुरुषों ने स्वस्थ चिन्तन को आगे बढ़ाया। मां गंगा और मां सरयू का आशीर्वाद इस पूरे क्षेत्र को निरन्तर प्राप्त होता है। यह दुनिया की सबसे उर्वरा भूमि है। प्रतिवर्ष बाढ़ जैसी त्रासदी का सामना करने के बावजूद इस क्षेत्र और इस भूमि से जुड़े लोगों के अन्दर जुझारुपन देखने को मिलता है। बिहार के युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है। जब भी अवसर मिला है, बिहार के नौजवानों ने देश व दुनिया में अपनी प्रतिभा और क्षमता का लोहा मनवाया है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में आजादी के आन्दोलन में पूरा सहयोग बिहार में प्राप्त हुआ था।


भारत वर्ष 1947 में आजाद हुआ, लेकिन बलिया ने अपने आपको वर्ष 1942 में ही आजाद घोषित कर लिया था। महात्मा गांधी ने इसी बिहार की धरती पर चम्पारण आन्दोलन को गति दी थी। स्वतंत्र भारत में देश की व्यवस्था के संचालन के लिए संसदीय प्रणाली को अपनाया गया, लेकिन सत्ता मोह में उस समय की सरकार ने एक समय लोकतंत्र को कुचलने का कार्य भी किया था। ऐसे समय में बिहार शान्त कैसे बैठ सकता था। लोकतंत्र को बचाने के लिए उस समय लोक नायक जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में जो आन्दोलन प्रारम्भ हुआ, वह अभूतपूर्व था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आजादी के बाद हुए इस सशक्त आन्दोलन ने तत्कालीन सरकार को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया था और जनता जनार्दन की अदालत में उस सरकार को जाना पड़ा था। आज जय प्रकाश जी के स्वप्न को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की सरकार साकार कर रही है। समाज के सभी तबकों के हितों के लिए कार्य हो रहा है। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2016 में उज्ज्वला योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद से की थी। इसके अन्तर्गत अब तक 08 करोड़ से अधिक गरीबों को, जिन्होंने कभी रसोई गैस के बारे में सोचा नहीं था, को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन प्रदान किया जा चुका है। देश के प्रत्येक नागरिक को, उसकी जाति, मत-मजहब, क्षेत्र, भाषा के परे, बिना भेदभाव जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। लोक नायक जय प्रकाश नारायण, डॉ0 राम मनोहर लोहिया तथा पं0 दीनदयाल उपाध्याय जैसे महापुरुषों की प्रेरणा से भारत के 135 करोड़ लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए यह कार्यक्रम चल रहे हैं। इन महापुरुषों के सपने आज साकार होते दिखायी दे रहे हैं।


लोक नायक जय प्रकाश नारायण की इस जन्मभूमि के गांव के बाद उत्तर प्रदेश के जनपद बलिया की भूमि आती है। बिहार सरकार से उनका अनुरोध है कि बाढ़ की समस्या के समाधान के लिए नदी के ड्रेजिंग कार्य को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। यह जल यातायात की सुविधा प्रदान करने के साथ ही प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ की समस्या का समाधान भी करेगा। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 से पूर्व 38 जनपदों में भीषण बाढ़ आती थी। आज केवल 03 से 04 जनपदों में ही बाढ़ आती है। अगले 01 से 02 वर्ष में उन्हें भी बाढ़ से सदैव के लिए मुक्त करने के कार्यक्रम आगे बढ़ रहे हैं। नदियों को चैनलाइज करने, उन्हें जल यातायात के माध्यम से आवागमन के लिए योग्य बनाने तथा बाढ़ से होने वाली जनधन की हानि को रोकने के कार्यक्रमों को उत्तर प्रदेश ने गृह मंत्री जी के नेतृत्व में मजबूती के साथ लागू किया है। इसके अच्छे परिणाम सामने आये हैं।मां गंगा और मां सरयू के इस संगम स्थल पर स्थित दोआब में बाढ़ की त्रासदी को रोकने के लिए शीघ्र ही उत्तर प्रदेश सरकार अपने कार्यक्रमों को आगे बढ़ाकर यहां के समग्र विकास को आगे बढ़ाने का कार्य करेगी।इस अवसर पर केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, उत्तर प्रदेश सरकार के सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयेन्द्र प्रताप सिंह राठौर, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह, अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी, सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त, डॉ0 संजय जायसवाल,राधा मोहन सिंह, सुशील कुमार मोदी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।