सशक्त एवं स्वर्णिम भविष्य का शाश्वत प्रतीक बनेगा नया संसद भवन-योगी

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सशक्त एवं स्वर्णिम भविष्य का शाश्वत प्रतीक बनेगा नया संसद भवन-योगी
सशक्त एवं स्वर्णिम भविष्य का शाश्वत प्रतीक बनेगा नया संसद भवन-योगी

सशक्त एवं स्वर्णिम भविष्य का शाश्वत प्रतीक बनेगा नया संसद भवन। नव निर्मित संसद भवन में कार्यवाही शुरू होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देशवासियों को दी बधाई। एक्स अकाउंट पर सीएम ने लिखा- ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की अविराम यात्रा को और गति प्रदान करेगा नया संसद भवन।

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे भारत ने मंगलवार को गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर नया इतिहास बनते देखा। संसद के विशेष सत्र के दूसरे दिन संसद की कार्यवाही को पुराने संसद भवन से नव निर्मित संसद भवन में शुरू कर दिया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देशवासियों को बधाई दी। अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर सीएम योगी ने लिखा, 140 करोड़ भारतीयों के संवैधानिक अधिकारों का प्रतिनिधित्व करता ‘नया संसद भवन’ मानवीय मूल्यों की स्थापना के साथ ही हमारे सशक्त एवं स्वर्णिम भविष्य का शाश्वत प्रतीक बनेगा। उन्होंने आगे कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है, यह संसद भवन आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व में ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की अविराम यात्रा को और गति प्रदान करेगा। देश वासियों को हार्दिक बधाई।  इससे पहले सांसदों ने पुराने संसद भवन में फोटोशूट भी कराया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान की प्रति लेकर नए भवन में प्रवेश किया।

नारी शक्ति वंदन अधिनियम पेश करने के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पीएम का आभार जताया। नारी शक्ति के लिए लगातार काम करते हुए मोदी सरकार ने उन्हें सदैव महत्व दिया- नरेंद्र सिंह तोमर

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा आज लोक सभा में नारी शक्ति वंदन अधिनियम प्रस्तुत करने के लिए श्री मोदी का आभार व्यक्त किया है। साथ ही श्री तोमर ने कहा है कि मोदी ने वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद से ही देश में नारी शक्ति की प्रगति के लिए लगातार ठोस कदम उठाते, कार्य करते उन्हें सदैव महत्व दिया है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम, महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। इसके अंतर्गत लोक सभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने का प्रस्ताव है। प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी व कुशल नेतृत्व में इस अधिनियम के माध्यम से निश्चित ही हमारे लोकतंत्र को और मजबूती मिलेगी तथा महिलाएं अपने बूते पर पूरे दमखम के साथ देशवासियों की आवाज लोकतंत्र के मंदिरों में प्रखरता से बुलंद करेगी। हमारे देश की संस्कृति में नारी को पूज्यनीय मानते हुए उन्हें महत्ता प्रदान की गई है। आज नए संसद भवन में, पहले ही दिन मोदी सरकार ने यह ऐतिहासिक अधिनियम पेश करके दर्शा दिया है कि इस सरकार की प्राथमिकताएं क्या है।