
लखनऊ से दिल्ली ले जाई जाएगी हर गांव की मिट्टी।
कार्ययोजना के अनुसार, 9 से 15 अगस्त के बीच अमृत सरोवर/पंचायत भवन/ विद्यालयों/शहीद स्थलों/ अमृत वाटिकाओं/ सामुदायिक केन्द्रों में से किसी भी चयनित स्थान पर बैठकों का आयोजन किया जाएगा। ग्रामों/पंचायतों से मिट्टी-कलश अमृत यात्रा का शुभारंभ करते हुए ब्लॉक स्तर पर 16 से 20 अगस्त, 2023 तक पहुँचाये जायेंगे। एकत्रित कलशों में से एक-एक कलश प्रति ग्राम पंचायत प्रदेश की राजधानी लखनऊ तथा देश की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित राज्य स्तर/राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों तक चयनित श्रेष्ठ प्रतिभागियों के माध्यम से पहुंचाया जाएगा। वहीं, 16 से 20 अगस्त के बीच ब्लॉक स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रत्येक ब्लाक पर गाँवों/ग्राम पंचायतों से संगृहीत दो मृत्तिका-कलश, क्रमशः प्रदेश की राजधानी लखनऊ व देश की राजधानी नई दिल्ली में, चयनित युवकों/युवतियों द्वारा लाया जायेगा।
मुख्य कार्यक्रम के लिए नई दिल्ली व लखनऊ प्रदेश के समस्त ब्लॉकों में एकत्रित किये गए मृत्तिका कलशों को सुसज्जित वाहनों के माध्यम से 27 से 29 अगस्त, 2023 के मध्य नई दिल्ली के कर्तव्यपथ व 23 से 24 अगस्त, 2023 के मध्य प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एकत्रित किया जाएगा। देश एवं प्रदेश के सभी हिस्सों से एकत्रित की गई इस मिट्टी को अमृत वाटिका उद्यान विकसित करने के लिए उपयोग किया जायेगा। इस अमृत वाटिका में स्वदेशी प्रजातियों के 75 वृक्षों के लिए पौधारोपण किया जायेगा। इस अमृत वाटिका में देश की स्वतंत्रता/एकता/अखण्डता के लिए योगदान देने वाले सभी नायकों को समर्पित एक “आजादी का अमृत महोत्सव’ स्मारक बनाया जाएगा। वहीं, शिलाफलकम, वीरों का वंदन, ध्वजारोहण, वसुधा-वंदन संबंधी कार्यक्रम भी प्रदेश में आयोजित होंगे। लखनऊ से दिल्ली जाएगी हर गांव की मिट्टी