अन्य प्रदेशों से आने वाले प्रवासियों की थर्मल स्केनिंग करायी जायेगी- जिलाधिकारी

124

अयोध्या – अन्य प्रदेशों से आने वाले प्रवासियों की थर्मल स्केनिंग करायी जायेगी। स्केनिंग पर किसी भी प्रकार के लक्षण पाये जाने पर इन्हें क्वाॅरंटीन में रखा जायेगा तथा जांच करवाने के पश्चात यदि संक्रमित पाया जाता है तो उसे कोविड अस्पताल या घर पर आसलेट किया जायेगा। जो संक्रमित लक्षण वाले व्यक्ति संक्रमित नही पाये जाते है उन्हें 14 दिनों के लिए होम क्वाॅरंटीन में भेज दिया जायेगा। बाहर से आये हुये लक्षण विहीन व्यक्ति भी 7 दिन तक होम क्वाॅरंटीन में रहेंगे जिसकी निगरानी के लिए ग्राम निगरानी समिति व मोहल्ला निगरानी समितियां गठित कर दी गयी है। उक्त जानकारी देते हुये जिला मजिस्टेªट अनुज कुमार झा ने आगे बताया कि स्केनिंग कैम्पस में आने वाले प्रत्येक प्रवासियों का विवरण राहत आयुक्त के बेवसाइड पर फीड किया जाना अनिवार्य है।

उन्होंने बताया कि क्वाॅरंटीन सेन्टर पर क्वाॅरंटीन किये हुये व्यक्तियों को दोनों टाइम पका हुआ भोजन भी उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि क्वाॅरंटीन किया गया व्यक्ति दूसरे जनपद का निवासी है तो सम्बंधित जनपद के जिलाधिकारी से सम्पर्क स्थापित कर ऐसे व्यक्तियों का पूरा विवरण उपलब्ध कराते हुये उनकी सुरक्षित रवानगी सुनिश्चित करायी जायेगी। उन्होंने सभी खण्ड विकास अधिकारी एवं नगर निगम एवं नगर पालिका, नगर पंचायत के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वह यह सुनिश्चित कर लें कि सभी ग्राम व मोहल्ला निगरानी समितियां गठित हो गयी हो और अच्छे तरीके से कार्य कर रही हो। ग्राम व मोहल्ला निगरानी समितियां का यह दायित्व होगा कि जो व्यक्ति आइसलेट में रखा गया हो उसके घर सम्बंधित पोस्टर चस्पा कर उस पे निगरानी करेंगी कि वह नियमों का पालन कर रहा है कि नही। निगरानी समिति को यह भी देखना होगा कि जो लोग बाहर से आये है वे अपने निवास स्थल पर 7 दिन के लिए होम क्वाॅरंटीन हुये की नही। यदि उनके द्वारा प्रोटोकाल एवं गाइड लाइन का उल्लंघन किया जाता हो तो निगरानी समितियां सम्बंधित खण्ड विकास अधिकारी सहित उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट देंगे और इन सभी का विवरण एक रजिस्टर में दर्ज कर अभिलेखों को सुरक्षित रखेंगे।

जिलाधिकारी ने चिकित्सा विभाग से यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि एन्टीजेंट टेस्टिंग के समय ही पाजीटिव वाले व्यक्तियों को बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट की प्रतीक्षा किये बिना उन्हें दवा की किट उपलब्ध कराते हुये उन्हें सेवन की विधि के साथ अन्य आवश्यक दिशा निर्देश बतायें। उन्होंने कहा कि जो भी कैन्टोंमेंट जोन हो उनको नियमानुसार सेनेटाइज एवं डिस्इंफेक्ट कराये। ग्रामीण क्षेत्रों में यह काम खण्ड विकास अधिकारी तथा नगरीय क्षेत्र में यह कार्य नगर पंचायत, नगर पालिका एवं नगर निगम के अधिकारियों द्वारा किया जाना है। जिला मजिस्टेªट ने आगे बताया कि ग्रीष्मकाल में टेªनों एवं बसों की संख्या बढ़ने के साथ प्रवासियों का आगमन बड़ी संख्या में होने की संभावना है ऐसे में रेलवे एवं बस स्टेशनों पर टेस्टिंग टीम की संख्या आवश्यकतानुसार बढ़ायी जाय।

क्वाॅरंटीन सेंटर में जो टीम सामूहिक किचन का कार्य करें उन सभी की टेस्टिंग पहले से करा ली जाय। उन्हें गलब्स आदि भी उपलब्ध कराया जाय। इसी के साथ जिला मजिस्टेªट ने प्रदेश के अंदर अन्य जनपदों से आने वाले लोगों की भी स्केनिंग कराने के लिए आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि अन्य प्रदेशों से जो भी प्रवासी बसों से आयेंगे वे सभी बसें बस स्टेशन पर न आकर राजकीय बालिका इंटर कालेज के सामने यात्रियो को उतारेगे। वहां लगे हुये पुलिस के जवान उन्हें स्कैनिंग के लिए राजकीय बालिका इंटर कालेज के अंदर भेजेंगे। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों से आहवान किया कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी आप सभी को इस कार्य को एक चैलेंज के रूप में स्वीकार करते हुये प्रत्येक संक्रमित व्यक्तियों को दवाओं की किट जितनी जल्द से जल्द हो उनको उपलब्ध कराने के साथ सेवन व आइसलेट में रहने के नियमों आदि के बारे में विस्तार से बतायें। यदि हम ऐसा करने में सफल रहे तो निश्चित रूप से कोविड के प्रसार को रोकने में सफलता मिलेगी। उन्होंने बताया कि जनपद में फिलहाल दवाओं की कोई कमी नही है सभी दवाएं पर्याप्त मात्रा में चिकित्सा विभाग के पास उपलब्ध है आवश्यकता इस बात की है कि समय से संक्रमित व्यक्तियों को दवा उपलब्ध हो जाय जिससे उनके अंदर संक्रमण बढ़ने न पायें। यदि यह कार्य करने में हम सफल रहे तो निश्चित रूप से कोरोना के वायरस के संक्रमण को रोकने में हम सफल होंगे।

पूर्व की भांति हम सभी को बेहतर समन्वय एवं जिम्मेदारी के साथ इस कार्य को पूरा करना है। गत दिवस मेरे द्वारा समीक्षा की गयी। इस कार्य में तेजी लाये। उन्होंने कहा कि जनपद में आक्सीजन की कोई कमी नही होने दी जायेगी। जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। बैठक में जिलाधिकारी ने सम्भागीय परिवहन अधिकारी से कहा कि ई-रिक्सा, टैम्पो, विक्रम व अन्य वाहनों में कोविड के मानक से अधिक संख्या में सवारियां न बैठने पाये। इसे सुनिश्चित किया जाये। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शैलेश कुमार पांडेय ने भी पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये कि शासन के जो आदेश एवं निर्देश है उसका शत प्रतिशत पालन कराया जाय। सबसे अधिक माक्स न पहनने वालों पर शासन के निर्देशानुसार समुचित कार्यवाही की जाये। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि स्वयं सुरक्षित रहते हुये अपनी डियुटी को बेहतर तरीके से करें। मास्क हमेशा पहने रहे। किसी भी स्थान पर भीड़भाड़ एकत्र न होने दें।

उन्होंने जिला प्रशासन से कहा कि पुलिस विभाग के जवान यदि संक्रमित होते है तो उनके होम आइसलेट के लिए पर्याप्त कमरों के भवन एक चिन्हित किया जाय ताकि अन्य पुलिस के जवान संक्रमित न होने पाये। इस पर जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी नगर को एक दिन के अंदर व्यवस्था कराने के निर्देश दिये है। बैठक में अपर जिलाधिकारी नगर, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, अपर जिलाधिकारी प्रशासन सहित राज्य परिवहन निगम, पुलिस, शिक्षा, उद्योग, पंचायत, स्वास्थ्य सहित कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने से सम्बंधित सभी अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।