थर्टी फस्ट की नाइट,बनेगी नशे की फ्लाइट

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भारत के लाखों बच्चे आगामी 31 दिसम्बर की पार्टी में पहली बार कोई न कोई नशा करेंगे। उन्हें शाम को उनका ही कोई दोस्त यानी ‘नशे का रावण’ अंग्रेजी साल की ‘पार्टी’ में ले जाएगा। वहां उन्हें कोई न कोई नशा पहली बार कराया जाएगा।


थर्टी फस्ट की नाइट में कोई किसी को पहली बार सिगरेट, हुक्का, चरस, गांजा या भांग पिलाएगा। नए साल की पार्टी में कोई किसी को पहली बार बीयर या शराब पिलाएगा। मेरे कहने का अर्थ यह है कि 31 दिसम्बर की शाम बड़ी खतरनाक होती है। नए साल के जश्न के नाम पर नशे के सौदागर नए नशेड़ियों को पौध रोपते हैं।


हम अभिभावकों को चाहिए कि अपने बच्चों को ऐसी पार्टी में कतई न जाने दें। हर बार अंग्रेजी साल का स्वागत सपरिवार करिये। बच्चों को नशे से बचा कर रखिये। भारत नशामुक्त तभी हो सकेगा। जब आज की यह पूरी पीढ़ी आजीवन नशामुक्त रहने का संकल्प ले लेगी। हमें नशे की आपूर्ति के बजाय नशे की मांग पर कड़ा प्रहार करना है।