जो दुख में आपके साथ नहीं,वो कभी आपके नहीं होंगे

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विकास श्रीवास्तव

“जो दुख में आपके साथ नहीं हो सकते, वो कभी आपके नहीं होंगे ”  प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के मुख से इटावा में कोरोनाकाल की दोनों ही लहरों के दौरान योगी सरकार द्वारा की गई प्रशासनिक अनदेखी की सामाजिक कड़वी सच्चाई अब बाहर  निकली है।कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान सोशल मीडिया और मीडिया में पूरे देश ने प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी को बेशर्मी और अकर्मण्यता और ताली, थाली और घंटा बजाते सभी ने देखा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री यूपी आये 24 लाख आप्रवासी मजदूरों को भोजन राशन इत्यादि आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना तो दूर उन्हें घर पंहुचाने के लिये ट्रेन, वाहन तक नहीं मुहैया कराया। मनरेगा योजना के तहत योग्यता के अनुसार अप्रवासी मजदूरों को प्रदेश में ही रोजगार देंगे, यह वायदा भी आज पूरी तरह झूठा और जुमला साबित हो गया। करोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन सिलेंडरों, बेड, जरूरी दवाइयों, इंजेक्शन के भारी अभावों के चलते इस बार तो लाखों लोगों को जान गवांनी पड़ी, शवों को दाहसंस्कार का सम्मान तक नही दिया, योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए उक्त व्यक्तव्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने व्यक्त किया।

कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने योगी सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी /राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के प्रयास से उपलब्ध करायी गई करीब 1000 बसों को प्रशासनिक अड़ंगा लगाकर स्वयं के अहंकार में डूबी योगी सरकार ने अप्रवासी मजदूरों को पैदल चलने को मजबूर किया। इसके साथ ही समूचे प्रदेश में मजदूरों को कोई मदद न पहुँचे, इसलिए भोजन संसाधन उपलब्ध कराने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को फर्जी मुकदमा दर्ज कर पूरे एक महीना जेल में रखा। इसके साथ ही सैकड़ो कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी महामारी एक्ट के दुरुपयोग करके फर्जी मुकदमे में जेल भेजा।


कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने करोना काल की याद दिलाते हुए कहा कि पुलिसिया उत्पीड़न और प्रशासनिक अव्यवस्था के शिकार भूखें प्यासे अप्रवासी मजदूरों की लाचारी और उत्पीड़न की दर्दनाक तस्वीरों और वीडियो ने सोशल मीडिया और मीडिया में आम जनमानस के ह्रदय को झझकोर दिया,परन्तु सरकार केवल प्रधानमंत्री केयर फंड के नाम पर लोगों से चंदा वसूलने में ही तल्लीन रही।करोना की दोनों ही लहरों में योगी सरकार की प्रशासनिक अव्यवस्थाओं का शर्मसार स्वरूप सोशल मीडिया और प्रमुख मीडिया पूरी दुनिया ने देखा है।


कांग्रेस प्रवक्ता ने योगी सरकार पर गम्भीर आरोप लगाया कि पहली लहर के 10 महीने बाद भी केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार बिना कोई सबक लिए पूरी तरह अपनी अकर्मण्यता में डूबी रही। कोरोना की दूसरी लहर से निपटने की कोई भी तैयारी केंद्र की मोदी और योगी सरकार के पास नही थी। प्रदेश में पंचायत चुनाव और पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों में योगी और मोदी समेत मंत्री नेता कोरोना प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए भीड़भाड़ में प्रचार प्रसार करते सबने देखा, बिना टेस्टिंग और जांच के कारण पंचायत चुनाव के चलते करीब 1600 से ज्यादा शिक्षाकर्मीयो को अपनी जान गवाना पड़ा। सरकार मुआवजा देने से भी मुकर गयी।

श्री श्रीवास्तव ने बताया कि करोना की दूसरी लहर  आयी तो योगी सरकार ने तो अपनी असंवेदनशीलता की सारी हदें तोड़ दिया। ऑक्सीजन सिलेंडरों, बेड, जरूरी दवाइयों, इंजेक्शन के भारी अभावों के चलते इस बार तो लाखों लोगों को जान गवांनी पड़ी। योगी सरकार में अव्यवस्था से जान गवांने के बाद भी हजारों शवों को अंतिम संस्कार का सम्मान नही नसीब हुआ।राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने हजारों शवों को गंगा नदी में बहते, चील और श्वानों द्वारा नोंचते हुए दिखाया। योगी सरकार के द्वारा पूरा प्रदेश वैश्विक परिदृश्य में शर्मसार किया गया।


कांग्रेस प्रवक्ता श्री श्रीवास्तव  ने कहा कि आज भी योगी जी साढ़े चार साल की अपनी अकर्मण्यता को छिपाने के लिए  जनता की गाढ़ी कमाई के टैक्स से हजारों करोड़ का झूठा विज्ञापन जनता के बीच परोसा जा रहा है। पश्चिम बंगाल के एलिवेटेड ब्रिज, और अमेरिका की फैक्ट्री को योगी सरकार अपनी उपलब्धियों में गिनाते हुए सरकारी विज्ञापनों में दिखा रही है, क्योंकि प्रदेश सरकार के पास आज साढ़े चार साल बीतने के बाद भी खुद के द्वारा किये गए विकास की कोई भी वास्तविक तस्वीर नही है। झूठे वायदे और आधे अधूरे पड़े काम को विज्ञापनों में दिखा कर भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार अभी से चुनावी प्रचार के मुड़ में आ गयी है।

कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने का वायदा करके सत्ता में आयी मोदी सरकार के गृह मंत्री अब किसानों के आंदोलनों को तो कुचलने में नाकाम होने के बाद, लखीमपुर में किसानों को ही अपनी गाड़ी से रौंद डाला।प्रदेश भर में महिलाओं और नवजवानों के हक को मारा जा रहा, संवैधानिक संस्थाओं और भारतीय संविधान के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा। देश में हुआ अब तक का समूचा विकास निजीकरण की भेंट चढ़ाया जा रहा। विघटनकारी षड्यंत्र के तहत लोगों को जाति धर्म में उलझा कर रखने की बीजेपी की चाल अब आम जनमानस के सामने उजागर हो चुकी है।