अपने ही इंस्पेक्टर को नही पकड़ पा रही UP पुलिस

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हाईकोर्ट ने गुरेरा तो घोषित किया २५,००० का इनाम। सार्वजनिक स्थलों पर चस्पा किये फरार इंस्पेक्टर के पोस्टर।

अजय सिंह

सुल्तानपुर। यूपी के सुल्तानपुर जिले की पुलिस के लिए महिला सिपाही से दुष्कर्म के आरोपी इंस्पेक्टर नीशू तोमर की फरारी गले की फांस बन गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने गत दिवस जब डीजीपी से जवाब मांगा तो आरोपी इंस्पेक्टर पर २५ हजार रुपए का इनाम घोषित कर पुलिस ने सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर लगवाने शुरू कर दिए हैं। पुलिस अधीक्षक ने सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखने के साथ उसकी सुरक्षा का भी दावा किया है।

जानकारी के अनुसार, इंस्पेक्टर नीशू तोमर पर जिले के हलियापुर थाने में तैनाती के दौरान एक महिला सिपाही के साथ रेप का आरोप है। इस बाबत पीड़िता ने कोतवाली नगर में जुलाई माह में मुकदमा भी पंजीकृत कराया था। इसी मामले में गत २२ सितंबर को जिला सत्र न्यायालय से महिला थाने की पुलिस उन्हें बयान दर्ज कराने के बहाने महिला थाने लेकर आई थी। जहां पर तत्कालीन महिला थानाध्यक्ष मीरा कुशवाहा को चकमा देते हुए वह फरार हो गया था। इंस्पेक्टर की पत्नी कुसुम की ओर से हाईकोर्ट में हैबियस कार्पस याचिका दाखिल की गई जिसमें पति को लाए जाने की पत्नी ने गुहार लगाई थी। इसके बाद प्रकरण को संज्ञान लेते हुए एसपी सोमेन वर्मा ने थानाध्यक्ष महिला मीरा कुशवाहा को सस्पेंड कर दिया था और पूरे मामले की जांच सीओ सिटी राघवेंद्र चतुर्वेदी को सौंप दी थी। हाईकोर्ट ने डीजीपी को तलब करते हुए व्यक्तिगत एफिडेविट देने का आदेश दिया था। बीते ७ दिसंबर को मामले में सुनवाई करते हुए पुलिस विभाग को अग्रिम कार्रवाई कर अवगत कराने का निर्देश हाईकोर्ट की तरफ से दिया गया था। इसी क्रम में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रचना की कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट इंस्पेक्टर तोमर के खिलाफ जारी किया गया था।

बागपत जिले के निवासी हैं इंस्पेक्टर-

पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा के आदेश पर गढ़ी कांगरन थाना दोघट, जिला बागपत निवासी इंस्पेक्टर के खिलाफ 25 हजार का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस विभाग की तरफ से सार्वजनिक स्थल पर इंस्पेक्टर की गुमशुदगी और सूचना देने से संबंधित पोस्टर भी लगाए जा रहे हैं।