05 अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालित करने वाला पहला राज्य होगा उत्तर प्रदेश 

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एयर एशिया द्वारा प्रदेश की राजधानी को बेहतरीन वायु सेवा से जोड़ने के लिए सकारात्मक रूख अपनाया गया, यह प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने जैसा,आज प्रदेश में 09 हवाई अड्डे पूरी तरह से क्रियाशील, इससे प्रदेश को देश व दुनिया में बेहतरीन एयर कनेक्टिविटी प्राप्त हुई।प्रधानमंत्री ने उड़ान योजना के माध्यम से संकल्प लिया है कि आम नागरिक यानी हवाई चप्पल पहनने वाला व्यक्ति भी हवाई यात्रा कर सके।आने वाले समय में उ0प्र0 05 अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालित करने वाला पहला राज्य होगा।

लखनऊ। एयर कनेक्टिविटी आज की आवश्यकता, विगत 05 वर्षों के दौरान प्रदेश सरकार ने एयर कनेक्टिविटी की दिशा में बेहतरीन सफलता प्राप्त की।एयर कनेक्टिविटी आज की आवश्यकता है। विगत 05 वर्षों के दौरान प्रदेश सरकार ने एयर कनेक्टिविटी की दिशा में बेहतरीन सफलता प्राप्त की है। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में लखनऊ और वाराणसी के दो हवाई अड्डे पूरी तरह से तथा गोरखपुर एवं आगरा हवाई अड्डे आंशिक रूप से क्रियाशील थे। आज प्रदेश में 09 हवाई अड्डे पूरी तरह से क्रियाशील हैं। इससे प्रदेश को देश व दुनिया में बेहतरीन एयर कनेक्टिविटी प्राप्त हुई है। इसने प्रदेश के विकास में एक बड़ी भूमिका का निर्वहन किया है। इसके माध्यम से आम नागरिकों के आवागमन को सहज व सरल भी बनाया गया है। आज यहां चौधरी चरण सिंह अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, लखनऊ से एयर एशिया की उड़ान के शुभारम्भ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने उड़ान योजना के माध्यम से संकल्प लिया है कि आम नागरिक यानी हवाई चप्पल पहनने वाला व्यक्ति भी हवाई यात्रा कर सके। आज एयर एशिया द्वारा प्रदेश की राजधानी को बेहतरीन वायु सेवा से जोड़ने के लिए सकारात्मक रूख अपनाया गया है। यह प्रधानमंत्री जी के संकल्प को साकार करने जैसा है।

प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में पिछले एक वर्ष में दूर-दराज के इलाकों को भारत के नागर विमानन के नक्शे में सम्मिलित किया गया।लखनऊ वासी अब देश के हर कोने में जा सकते हैं, यह प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रयासों से ही सम्भव हो पाया।उ0प्र0 में डबल इंजन की सरकार के माध्यम से नागर विमानन के क्षेत्र में आधारभूत संरचना को बढ़ाने के लिए उड़ान योजना के अन्तर्गत 18 हवाई अड्डों का चयन किया गया।

वर्ष 2017 में लखनऊ की एयर कनेक्टिविटी मात्र 15 शहरों तक सीमित थी, आज लखनऊ एयरपोर्ट 30 गंतव्यों के लिए वायु सेवाएं दे रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ने शीघ्र ही प्रदेश के आजमगढ़, म्योरपुर (सोनभद्र), चित्रकूट, अलीगढ़ तथा श्रावस्ती एयरपोर्ट को क्रियाशील करने का आश्वासन दिया है। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश 05 अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालित करने वाला पहला राज्य होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आबादी और क्षमता को देखते हुए राज्य में जितनी बेहतरीन एयर कनेक्टिविटी दी जाएगी, उतना ही विकास की गति को तीव्र कर सकेंगे। उन्होंने एयर एशिया को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से देश की राजधानी दिल्ली, बेंगलुरु, गोवा से जोड़ने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बहुत सम्भावनाएं हैं। प्रदेश की इस सम्भावना का लाभ एयर एशिया कम्पनी के साथ ही, प्रदेश के आम नागरिकों को भी मिलेगा।


प्रदेश सरकार राज्य में सड़क इन्फ्रास्ट्रक्चर के रूप में एक्सप्रेस-वे तथा रेल कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रही है। साथ ही, सिविल एविएशन के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया के साथ मिलकर इन कार्यक्रमों को नई गति प्रदान की है। इस सम्बन्ध में भारत सरकार का सकारात्मक सहयोग प्राप्त हुआ है। इसके लिए भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में भी देश की सबसे बड़ी आबादी के राज्य को इसी प्रकार का सहयोग केन्द्रीय नागर विमानन मंत्रालय से प्राप्त होगा। राज्य सरकार का सकारात्मक सहयोग भी प्रदेश में बेहतरीन एयर कनेक्टिविटी बनाने के लिए मिलेगा।

प्रदेश सरकार राज्य में सड़क इन्फ्रास्ट्रक्चर के रूप में एक्सप्रेस-वे तथा रेल कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रही।वर्ष 2017 में लखनऊ की एयर कनेक्टिविटी 15 शहरों तक सीमित थी, आज लखनऊ एयरपोर्ट 30 गंतव्यों के लिए वायु सेवाएं दे रहा।राज्य सरकार ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया के साथ मिलकर सिविल एविएशन इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के कार्यक्रमों को नई गति दी, इसमें भारत सरकार का सकारात्मक सहयोग मिला।


मुख्यमंत्री ने लखनऊ एयरपोर्ट से एयर एशिया की पहली फ्लाइट से यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को बधाई दी और विश्वास व्यक्त किया कि एयर एशिया आम उपभोक्ताआंे के हितों की पूर्ति करते हुए उन्हें बेहतरीन सेवाएं देने का कार्य करेगा। उन्होंने एयर एशिया की इस पहल के लिए कम्पनी के पदाधिकारियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम0 सिंधिया ने कहा कि आज का दिन लखनऊ,उत्तर प्रदेश के साथ ही, भारत के लिए भी ऐतिहासिक है। आज एक ही दिन, एक ही एयर लाइन की, एक ही शहर से पूरे भारत को जोड़ने के लिए उड़ानें प्रारम्भ हो रही हैं। लखनऊ वासी अब देश के हर कोने में जा सकते हैं। यह प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के प्रयासों से ही सम्भव हो पाया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में उड़ान योजना के अन्तर्गत 63 नए रूट शुरू किये गये हैं। आने वाले समय में यह संख्या बढ़ाकर 108 रूट तक की जाएगी। उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार के माध्यम से नागर विमानन के क्षेत्र में आधारभूत संरचना को बढ़ाने के लिए उड़ान योजना के अन्तर्गत 18 हवाई अड्डों का चयन किया गया है। इसमें करीब 1,121 करोड़ रुपये का व्यय होगा।

आज का दिन लखनऊ, उ0प्र0 के साथ ही, भारत के लिए भी ऐतिहासिक, आज एक ही दिन, एक ही एयर लाइन की, एक ही शहर से पूरे भारत को जोड़ने के लिए उड़ानें प्रारम्भ हो रही – केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री


केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में पिछले एक वर्ष में देश के ऐसे दूर-दराज के इलाकों को भारत के नागर विमानन के नक्शे में सम्मिलित किया गया है, जिसकी लोग कल्पना भी नहीं कर सकते थे। एक ही राज्य में 05 अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे बनने जा रहे हैं। यह पूरे देश में एक कीर्तिमान है। उन्होंने मुख्यमंत्री जी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि वे नागर विमानन क्षेत्र के विकास व प्रगति के लिए सदैव तैयार रहते हैं।कार्यक्रम को केन्द्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी0के0 सिंह ने भी वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित किया।इससे पूर्व, कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मुख्यमंत्री जी का स्वागत पौधा भेंट कर किया गया।इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन एस0पी0 गोयल, लखनऊ की मण्डलायुक्त रोशन जैकब सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, एयर एशिया के एम0डी0/सी0ई0ओ0 सुनील भास्करन एवं अन्य प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।