देश के 15वें राष्ट्रपति के लिए चुनाव हुए। सोमवार शाम को मतदान समाप्त हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा कई सांसद और केंद्रीय मंत्री वोट डाला। कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विधायकों ने भी मतदान किया।देश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हुए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कई मंत्रियों और सांसदो ने अपना वोट डाला। राज्य की विधानसभाओं में भी विधायकों ने वोट डाले। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत कई बड़े नेताओं ने अपने वोट डाले।
राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा के बीच मुकाबला है। वोटों का गणित देखे तो द्रौपदी मुर्मू की जीत पक्की मानी जा रही है। अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनती हैं तो वह आदिवासी समुदाय की देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली पहली शख्सियत होंगी। मतदान के बाद सभी राज्यों से मत पेटियां दिल्ली लाई जाएंगी और 21 जुलाई को वोटों की गिनती के बाद देश के नए राष्ट्रपति के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा।
राष्ट्रपति के चुनाव में आज हुए मतदान की अधिक जानकारी देते हुए मुख्य रिटर्निंग अधिकारी ने बताया कि देश में हर जगह शांतिपूर्वक और सौहार्दपूर्ण ढंग से राष्ट्रपति के लिए वोटिंग हुई। संसद में कुल 99.18 प्रतिशत मतदान हुआ। सोमवार शाम तक देशभर से संसद में सभी बैलेट बाक्स पहुंचेंगे।
अब जल्द ही देश को नया राष्ट्रपति मिलने जा रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की खूब चर्चा हुई। इसके पीछे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा द्वारा उन्हें ISI का एजेंट बताया जाना है। हालांकि इसके बावजूद अखिलेश यादव ने यशवंत सिन्हा को अपना समर्थन दिया है।यशवंत सिन्हा को समर्थन दिए जाने पर अखिलेश यादव से चाचा शिवपाल यादव भी नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि जो हमारे मार्गदर्शक, अभिभावक और नेता को ISI का एजेंट कहे, उसे हम समर्थन नहीं दे सकते। हालांकि इसी बीच अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति पद के लिए मतदान करने पहुंचे मुलायम सिंह यादव की तस्वीर शेयर की तो लोग खिंचाई करने लगे।
प्रसपा अध्यक्ष और सपा विधायक शिवपाल यादव ने राष्ट्रपति चुनाव में अपना वोट डाला। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम नेताजी का अपमान करने वालों का कभी समर्थन नहीं कर सकते। राष्ट्रपति पद के संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के पुराने बयान के आधार पर वे पिछले दिनों अखिलेश यादव को पत्र भी लिख चुके हैं। शिवपाल ने वोट डालने के बाद कहा कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को जिसने आईएसआई का एजेंट कहा हो, उसका हम समर्थन नहीं कर सकते। उन्होंने यह भी कहा कि सपा के कट्टर समर्थक और नेताजी के सिद्धांतों का पालन करने वाले कभी भी यशवंत सिन्हा का समर्थन नहीं कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के दौरान मुख्यमन्त्री ब्रजेश पाठक ने दावा किया कि द्रौपदी मुर्मू ऐतिहासिक वोटों के अंतर से चुनाव जीतेंगी। सभी प्रतिनिधियों ने एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाने का फैसला किया है। हर कोई उनका समर्थन कर रहा है। उनके साथ सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी नजर आए।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमन्त्री केशव प्रसाद मौर्य ने राष्ट्रपति चुनाव को ध्यान में रखते हुए बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में पूरा देश उमड़ पड़ा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में व्हिप जारी करने का कोई मतलब नहीं है। वहीं, शिवपाल यादव पर अखिलेश के जवाब पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि वे अपने पिता के खिलाफ ऐसी भाषा सुनना पसंद करते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मताधिकार का प्रयोग किया। उत्तर प्रदेश विधानसभा के तिलक हॉल में पहुंचकर मतदान की प्रक्रिया को पूरा किया।योगी के वोट डालने के साथ ही प्रदेश में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई। विधानसभा के नेता के तौर पर मुख्यमंत्री के पहले वोटिंग की परंपरा रही है। यूपी से 80 सांसद और 403 विधायकों के इस चुनाव में वोटिंग की तैयारी है। शाम 5 बजे तक तिलक हॉल मतदान केंद्र पर वोट डाले जाने हैं।
सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा पहुंचकर राष्ट्रपति चुनाव में वोट डाला। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर करारा हमला बोला। कन्नौज में बढ़े मामले पर उन्होंने कहा कि इस मामले में स्थानीय विधायक का नाम सामने आ रहा है। साथ ही, उन्होंने जीएसटी के नए दायरे पर भी करारा तंज कसा। अखिलेश ने कहा कि आज से आटा, दही, पनीर से लेकर ब्लेड, शार्पनर, एलईडी, इलाज, सफर सब पर जीएसटी की जो मार आम जनता पर पड़ी है उससे दुखी होकर जीएसटी का एक नया भावार्थ सामने आया है, गयी सारी तनख्वाह।
उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी गठबंधन में शुरू हुई बगावत थमने का नाम नहीं ले रही है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओपी राजभर के एक बयान ने अटकलें शुरू कर दी हैं कि वो बसपा के साथ जा सकते हैं। वहीं, जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव से राजभर को लेकर सवाल किया गया तो वो मीडिया पर भड़क गए और कहा कि पत्रकारिता कर रहे हो या किसी पॉलिटिकल पार्टी को चला रहे हो।
अखिलेश यादवने कहा कि इन पार्टियों को जो फैसला लेना है, वो ले सकती हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी अपने कार्यक्रमों से नहीं हटने वाली। उन्होंने राममनोहर लोहिया के सिद्धांत का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कहा है- अगर सिद्धांत के लिए मुझे अकेला भी खड़ा होना पड़ा, तो मैं खड़ा रहूंगा। ये बहुत सारे लोग समाजवादी के आंदोलन और कार्यक्रमों को नहीं समझ सकते हैं।