‘पथ’ पर चलकर होंगे श्रीराम के दर्शन

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'पथ' पर चलकर होंगे श्रीराम के दर्शन
'पथ' पर चलकर होंगे श्रीराम के दर्शन

‘पथ’ पर चलकर होंगे प्रभु श्रीराम के दर्शन। अयोध्या में रामपथ के साथ ही बन रहा राम जन्मभूमि पथ और भक्ति पथ। पथ के किनारे आधुनिक नागरिक सुविधाओं का किया जाएगा प्रबंध। हनुमान गढ़ी और राम जन्मभूमि तक की राह को बनाएंगे सुगम। पथ के निर्माण के लिए आम नागरिकों और करीब के दुकानदारों की भी ली जा रही मदद। ‘पथ’ पर चलकर होंगे श्रीराम के दर्शन

अयोध्या/लखनऊ। राम मंदिर के निर्माण के साथ ही पूरी अयोध्या को सजाया और संवारा जा रहा है। योगी सरकार की मंशा है कि जनवरी के प्रथम सप्ताह तक मंदिर निर्माण पूर्ण हो जाए और देश और दुनिया के पर्यटक यहां अपने आराध्य के दर्शन कर सकें। इसके लिए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन समेत अनेक कनेक्टिविटी का विस्तार हो रहा है। इसी क्रम में सहादतगंज से नया घाट तक करीब 13 किमी. लंबे रामपथ का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। साथ ही रामजानकी पथ और भक्ति पथ के निर्माण की भी रूपरेखा तैयार है। ये गलियारे बहुत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये क्रमशः श्री राम जन्मभूमि और हनुमान गढ़ी मंदिर तक भक्तों की राह को सुगम बनाएंगे। इन गलियारों की लंबाई 566 मीटर और 700 मीटर होगी। इन पथ के किनारे विभिन्न तरह की नागरिक सुविधाओं का भी निर्माण होगा। रामजन्म भूमि पथ की चौड़ाई 30 मीटर व भक्ति पथ की चौड़ाई 14 मीटर रहेगी। प्रदेश सरकार ने इन पथों के निर्माण में आने वाली विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीति तय कर ली है।

अयोध्या को विश्व की सुंदरतम नगरी बनाने को प्रतिबद्ध योगी सरकार


योगी सरकार अयोध्या को विश्व की सुंदरतम नगरी बनाने को प्रतिबद्ध है। श्रीराम मंदिर निर्माण की तिथि जैसे ही नजदीक आ रही है, योगी आदित्यनाथ अनेक जगहों पर जाकर खुद ही श्रद्धालुओं को यहां आमंत्रित कर रहे हैं। इसके साथ ही योगी निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा और जायजा भी स्वयं ही ले रहे हैं। उनकी प्राथमिकता है कि यहां आने वाले आगुंतकों की सुविधा में कोई कोर-कसर नहीं होनी चाहिए। सीएम की इसी मंशा के अनुरूप अयोध्या में निर्माण कार्य एवं अवस्थापना सुविधाओं के निर्माण के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। रामपथ, रामजानकी पथ व भक्तिपथ भक्तों को उनके आराध्य तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम बनेंगे। यह पथ स्मार्ट सड़क मानकों के अनुरूप तैयार की जा रही है। यहां पानी का ठहराव नहीं होगा।

दुकानदारों के साथ नियमित बैठक कर रहे जिलाधिकारी


दिव्य-भव्य और नव्य अयोध्या बनाने के लिए प्रदेश सरकार का प्रयास तेजी से चल रहा है। इसे अमली जामा पहनाने के लिए रणनीति के अनुरूप कार्य भी चल रहा है। इन पथों के निर्माण में विभिन्न तरह की चुनौतियां भी थीं, जिनसे निपटने के लिए जिलाधिकारी द्वारा मार्ग से जुड़े दुकानदारों, निवासियों एवं अन्य लोगों के साथ नियमित बैठक की जा रही है। राजस्व टीमों और पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने घर-घर जाकर सर्वे किया और दुकानदारों से नियमित संवाद स्थापित किया। संपत्तियों का मूल्यांकन कर मुआवजा भी दिया गया। साथ ही उनके पुनर्वास की भी व्यवस्था की जा रही है।

पथ के निर्माण में योगी सरकार ने उल्लेखनीय कार्य किए


योगी सरकार ने पथ के निर्माण में कई उपलब्धियां भी दर्ज की हैं। मसलन दो महीने के भीतर सभी बिक्री विलेख पूरे कर लिए गए। अयोध्या के विकास में योगी सरकार का साथ देते हुए सभी दुकानदारों ने बिना किसी प्रतिरोध के अपनी दुकानों को खुद ही श्रीराम के भव्य मंदिर और अवस्थापना सुविधाओं के सृजन के लिए समर्पित कर दिया। इस परियोजना में भी मुआवजा वितरण में अनियमितता की भी कोई शिकायत नहीं है। विस्थापितों को नव विकसित परिसरों में दुकानें आवंटित की गईं। अधिकांश दुकानदारों को उनके पुराने ठिकाने पर शांतिपूर्ण ढंग से मालिकों के सहयोग से बसाया भी गया। ‘पथ’ पर चलकर होंगे श्रीराम के दर्शन