प्रदेश बीमारु राज्य से निकाल विकसित राज्य बना-योगी

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र्थव्यवस्था का एक प्रमुख घटक नगरीय विकास, इसलिए नगरीयविकास के माध्यम से नागरिकों के लिए सुविधाओं में वृद्धि केसाथ आय अर्जन बढ़ाने पर भी ध्यान देने की आवश्यकताप्रदेश सरकार ने विगत लगभग 05 वर्षाें में 03 नये नगर निगम,03 नयी नगर पालिकाएं, 84 नये नगर पंचायतों का गठनकरने के साथ 61 नगर निकायों का सीमा विस्तार कियाप्रदेश में 05 वर्ष पहले नगरों में कूड़े के ढेर, प्लास्टिक, गन्दगी,अव्यवस्थित टैªफिक व्यवस्था दिखायी पड़ती थी, नगरीय सुविधाओंके विकास से वर्तमान में शहर स्वच्छ और सुव्यवस्थित दिखायी पड़ते हैंवर्तमान में स्वच्छता रैंकिंग आती है तो भारत के टॉप 10 शहरों में राज्य के 05 नगर सम्मिलित होते हैं, वर्तमान में ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों मंे स्वच्छता दिखती है,स्मार्ट सिटी मिशन में देश में कन्वर्जेंस के माध्यम से सबसे अच्छा कार्य करने के लिए प्रदेश को सम्मानित किया गया,आई0टी0एम0एस0 से बेहतरीन सेवाएं ली जा सकती हैं, इसे सेफ सिटी से जोड़कर बालिकाओं, व्यापारियों, अन्य नागरिकांे की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है,तकनीक से जोड़कर बाधारहित आवागमन सुनिश्चित करने से नगर की छवि बेहतर होती है, रोजगार का सृजन होता है, लोगों का जीवनस्तर सुधरता है, वर्तमान में प्रारम्भ की गयी योजनाएं नगरीय क्षेत्रों का इसी दिशा में विकास करने वालीग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों को मिलाकर प्रदेश में 43 लाख सेअधिक परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभान्वित किया गया,यह प्रधानमंत्री के बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ सभी को उपलब्ध कराने यानी ‘सबका साथ, सबका विकास’ का परिणाम‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना के साथ सभी पात्र नागरिकों कोरसोई गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, जनधन योजना का लाभ, राशन कार्ड, आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिलाकर उनके अभ्युदय का कार्य हो रहाहर व्यक्ति ईमानदारी से अपना टैक्स देना चाहता है, टैक्स को ऑनलाइन जमा करने की व्यवस्था से जोड़ने से नगर निकाय की आय बढ़ेगी, आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए नगर निकायों को आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा, पर्यावरण संरक्षण हेतु प्लास्टिक कचरे को नदी तंत्र में जाने से रोकने तथा कूड़े के जैविक प्रबन्धन के लिए राज्य सरकार, नगर निगम कानपुर तथा जर्मन एजेन्सी जी0आई0जेड0 के मध्य एक त्रिपक्षीय एम0ओ0यू0 का सम्पादन आगरा निगम में वेस्ट मैनेजमेन्ट पर केन्द्रित तथा गाजियाबादनगर निगम के नवाचारों पर केन्द्रित लघु फिल्में प्रदर्शितमुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश तेजी से विकास पथ पर अग्रसर, हर क्षेत्र में विकास के कीर्तिमान बना रहा: नगर विकास मंत्री मुख्यमंत्री ने परिश्रम की पराकाष्ठा के साथ प्रदेश को बीमारु राज्य की श्रेणी से निकालकर विकसित राज्य में बदल दिया।

लखनऊ। पर्यावरण संरक्षण हेतु प्लास्टिक कचरे को नदी तंत्र में जाने से रोकने तथा कूड़े के जैविक प्रबन्धन के लिए राज्य सरकार, नगर निगम कानपुर तथा जर्मन एजेन्सी जी0आई0जेड0 के मध्य एक त्रिपक्षीय एम0ओ0यू0 का सम्पादन भी किया गया। अपर मुख्य सचिव नगर विकास डॉ0 रजनीश दुबे तथा जी0आई0जेड0 की प्रोजेक्ट हेड सुश्री वैशाली नन्दन ने एम0ओ0यू0 का आदान-प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान आगरा निगम में वेस्ट मैनेजमेन्ट पर केन्द्रित तथा गाजियाबाद नगर निगम के नवाचारों पर केन्द्रित लघु फिल्में प्रदर्शित की गयीं।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के 58,903 लाभार्थियों के बैंक खातों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय किश्त की 500 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि का ऑनलाइन अन्तरण सहित नगरीय विकास की 3,800 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का डिजिटल लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में स्मार्ट सिटी मिशन की लगभग 909 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास, स्वच्छ भारत मिशन के तहत 627 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के 28 सॉलिड वेस्ट प्रॉसेसिंग प्लाण्ट, 13 लिगेसी वेस्ट रेमिडिएशन, जनपद आगरा में 01 वेस्ट टू एनर्जी प्लाण्ट तथा 1100 पब्लिक टॉयलेट/पिंक टॉयलेट का शिलान्यास, उ0प्र0 जल निगम नगरीय के तहत अमृत मिशन व राज्य सेक्टर की 926 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास, नगर निगम अयोध्या व मथुरा-वृन्दावन के कार्यालय भवन शिलान्यास एवं नगर निगम गाजियाबाद की 606 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास, प्रदेश के 651 नगर निकायों में 1000 फ्री वाई-फाई जोन की परियोजनाओं का शिलान्यास, प्रदेश के 07 शहरों में 75 इलेक्ट्रिक बसों तथा 07 इलेक्ट्रिक बस डिपो की परियोजनाओं का शुभारम्भ सम्मिलित है।

नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था को 05 ट्रिलियन डॉलर की बनाने के प्रयासों में हम सबकी भागीदारी होनी चाहिए। देश की सबसे अधिक आबादी का राज्य होने के कारण प्रदेश सरकार एवं यहां के नागरिकों की इसमें सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। वर्ष 2018 में प्रदेश में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री जी ने देश की बढ़ती हुई आवश्यकताओं के दृष्टिगत अर्थव्यवस्था पर ध्यान देने के लिए कहा था। अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख घटक नगरीय विकास भी है। इसलिए नगरीय विकास के माध्यम से नागरिकों के लिए सुविधाओं में वृद्धि के साथ आय अर्जन बढ़ाने पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रदेश सरकार ने विगत लगभग 05 वर्षाें में 03 नये नगर निगम, 03 नयी नगर पालिकाएं, 84 नये नगर पंचायतों का गठन करने के साथ 61 नगर निकायों का सीमा विस्तार किया है। वर्तमान में प्रदेश में 734 नगर निकाय हैं। प्रदेश में 05 वर्ष पहले नगरों में कूड़े के ढेर, प्लास्टिक, गन्दगी, अव्यवस्थित टैªफिक व्यवस्था दिखायी पड़ती थी। नगरीय सुविधाओं के विकास से वर्तमान में शहर स्वच्छ और सुव्यवस्थित दिखायी पड़ते हैं। प्रधानमंत्री जी ने 02 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छ भारत मिशन लागू किया। प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शिता तथा विज़नरी नेतृत्व की सराहना पूरा विश्व करता है।


समृद्धि का रास्ता स्वच्छता से ही खुलता है। वर्तमान में स्वच्छ भारत मिशन संचालित करने के परिणाम सामने आ रहे हैं। प्रदेश के नगरों में स्वच्छता दिखायी पड़ती है। मार्च, 2017 में आयी स्वच्छता रैंकिंग में प्रदेश का गोण्डा जनपद देश में सबसे नीचे था। वर्तमान में स्वच्छता रैंकिंग आती है तो भारत के टॉप 10 शहरों में राज्य के 05 नगर सम्मिलित होते हैं, जो प्रदेश में स्वच्छता अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। वर्तमान में ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों मंे स्वच्छता दिखती है।दिवाली के पर्व पर हम सभी अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं। राज्य सरकार ने कूडे़ के ढेर के वैज्ञानिक निस्तारण को आगे बढ़ाया है। वेस्ट को एनर्जी में बदलने का कार्य किया है। नागरिकों का जीवनस्तर सुधारने के लिए नगरीय क्षेत्रों में अनेक कदम उठाए गये हैं। देश में बन रही 100 स्मार्ट सिटी में प्रदेश के 10 नगर चयनित किये गये। राज्य के शेष 07 नगर निगमों को प्रदेश सरकार ने अपने संसाधनों से कन्वर्जंेस के माध्यम से स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने का कार्य आगे बढ़ाया। स्मार्ट सिटी मिशन में देश में कन्वर्जेंस के माध्यम से  सबसे अच्छा कार्य करने के लिए प्रदेश को सम्मानित किया गया है।


इण्टेलिजेन्ट ट्रांजिट मैनेजमेन्ट सिस्टम (आई0टी0एम0एस0) से बेहतरीन सेवाएं ली जा सकती हैं। इसे सेफ सिटी से जोड़कर बालिकाओं, व्यापारियों, अन्य नागरिकांे की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। प्रयागराज कुम्भ-2019 के सफल आयोजन में इण्टेलिजेन्ट ट्रांजिट मैनेजमेन्ट सिस्टम का प्रभावी प्रयोग किया गया। राज्य के कोरोना प्रबन्धन की व्यापक सराहना की जाती है। कोरोना प्रबन्धन में इण्टीग्रेटेड कोविड कण्ट्रोल सेन्टर ने बड़ी भूमिका निभायी। इण्टेलिजेन्ट ट्रांजिट मैनेजमेन्ट सिस्टम ने भी इसमें पूरा योगदान किया। अव्यवस्थित टैªफिक से जनजीवन के साथ ही आर्थिक गतिविधियां भी प्रभावित होती हैं। तकनीक से जोड़कर बाधारहित आवागमन सुनिश्चित करने से नगर की छवि बेहतर होती है, रोजगार का सृजन होता है, लोगों का जीवनस्तर सुधरता है। आज प्रारम्भ की गयी योजनाएं नगरीय क्षेत्रों का इसी दिशा में विकास करने वाली हैं। 28 दिसम्बर, 2021 को कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का शुभारम्भ किया। इससे पहले से प्रदेश के नगरों लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा में मेट्रो का संचालन हो रहा है। आगरा में मेट्रो रेल पर युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। मेट्रो से पूर्व नगरों में इलेक्ट्रिक बस की सुविधा दी जा रही है। लखनऊ, गोरखपुर, काशी में इलेक्ट्रिक बस की सुविधा प्रारम्भ किया जा चुकी है। आज 07 शहरों-मेरठ, आगरा, मथुरा-वृन्दावन, अलीगढ़, बरेली, शाहजहांपुर तथा मुरादाबाद में इलेक्ट्रिक बस सेवा तथा इलेक्ट्रिक बस डिपो की सुविधा प्रारम्भ की जा रही है।