योगी ने गोरखपुर मण्डल की 145.16 करोड़ की बाढ़ नियंत्रण एवं जल निकासी परियोजनाओं का किया लोर्कापण

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मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में तरकुलानी रेगुलेटर सहित गोरखपुर मण्डल की 145.16 करोड़ रु0 लागत की 10 बाढ़ नियंत्रण एवं जल निकासी परियोजनाओं का लोर्कापण किया। लोकार्पित परियोजनाओं में जनपद गोरखपुर की 05, जनपद महराजगंजकी 04 एवं जनपद देवरिया की 01 परियोजना शामिल,गोरखपुर ग्रामीण एवं चौरी-चौरा विधान सभा क्षेत्र की 21207.11 लाख रु0लागत की 45 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण जनपद गोरखपुर में लोकार्पित परियोजनाओं में 10 सड़क परियोजनाएं तथा चौरी-चौरा विधान सभा क्षेत्र के 02 उपरिगामी सेतुओं का लोकार्पण भी शामिल, यह लोकार्पित परियोजनाएं हर एक व्यक्ति के जीवन में खुशहाली लाने का माध्यम बनेंगी। तरकुलानी रेगुलेटर के क्रियाशील हो जाने से 47 गांवों के लोगों के जीवन में नया बदलाव आएगा, इन गांवों के खेतों को अब जल-जमाव से मुक्ति मिलेगी, जिससे 2,838 हेक्टेयर कृषि भूमि लाभान्वित होगी। 50,000 परिवारों के लिए यह परियोजना बहुत आवश्यक थी, ताकिलोगों को बाढ़, जन-धन की हानि और बीमारियों से बचाया जा सके। तरकुलानी रेगुलेटर ने आज से काम करना प्रारम्भ कर दिया। तरकुलानी रेगुलेटर केवल बाढ़ और जल-जमाव से छुटकारादिलाने में ही सहायक नहीं होगा, बल्कि यह इस क्षेत्र मेंमस्तिष्क ज्वर आदि बीमारियों की रोकथाम में भी सहायक होगा। केन्द्र व राज्य सरकार प्रदेश के एक-एक घर तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कार्य कर रही। 


माह दिसम्बर तक प्रदेश के 50,000 राजस्व गांवों तक पेयजल कीव्यवस्था हेतु कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा, इससे प्रधानमंत्री जीका ‘हर घर नल’ के संकल्प को साकार किया जा सकेगा। गोरखपुर में फर्टिलाइजर कारखाना अक्टूबर, 2021 तक तैयार होजाएगा, प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से इसका उद्घाटन सम्पन्न होगा। कारखाने से किसानों को खाद मिलेगी, नौजवानों कोनौकरियां मिलेंगी और रोजगार के अन्य अवसर भी उत्पन्न होंगे। माह अक्टूबर, 2021 में विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाओंवाले एम्स का प्रधानमंत्री जी द्वारा उद्घाटन किया जाएगा। राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण से जीवन रक्षा के साथ ही जीविका को भी बचाया। कोरोना काल में भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुएविकास कार्य एवं औद्योगिक गतिविधियां संचालित रहीं। प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में देश सुरक्षित स्थिति में है। राज्य में विकास गतिविधियों के संचालन के साथ-साथ अपराधियों एवं माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जा रही, राज्य की कानून व्यवस्था बेहतर बनी हुई।
 


 

लखनऊ । आज जनपद गोरखपुर में तरकुलानी रेगुलेटर सहित गोरखपुर मण्डल की 145.16 करोड़ रुपए लागत की 10 बाढ़ नियंत्रण एवं जलनिकासी परियोजनाओं का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोर्कापण किया। लोकार्पित परियोजनाओं में जनपद गोरखपुर की 05, जनपद महराजगंज की 04 एवं जनपद देवरिया की 01 परियोजना शामिल है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री जी ने गोरखपुर ग्रामीण एवं चौरी-चौरा विधान सभा क्षेत्र की 21207.11 लाख रुपए लागत की 45 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी किया। इनमें 30 लोकार्पित परियोजनाओं की लागत 17242.18 लाख रुपए तथा शिलान्यास की गई 15 परियोजनाओं की लागत 3964.93 लाख रुपए है। 


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि तरकुलानी रेगुलेटर के क्रियाशील हो जाने से 47 गांवों के लोगों के जीवन में नया बदलाव आएगा। इन गांवों के खेतों को अब जल-जमाव से मुक्ति मिलेगी, जिससे 2,838 हेक्टेयर कृषि भूमि लाभान्वित होगी। इस क्षेत्र के किसान अब साल में दो फसल ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 से लोगों की तरकुलानी रेगुलेटर बनाए जाने की मांग थी। 50,000 परिवारों के लिए यह परियोजना बहुत आवश्यक थी, ताकि लोगों को बाढ़, जन-धन की हानि और बीमारियों से बचाया जा सके। 


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि तरकुलानी रेगुलेटर ने आज से काम करना प्रारम्भ कर दिया है। इसकी क्षमता इतनी है कि रामगढ़ताल के पानी को अधिकतम 1 घण्टे में बाहर फेंक सकता है। तरकुलानी रेगुलेटर प्रोजेक्ट के तहत निर्मित पम्पिंग स्टेशन में 11 अदद 30 क्यूसेक पम्प, 03 अदद 10 क्यूसेक पम्प, 05 अदद 625 के0वी0ए0 डीजल जेनरेटर सेट, सक्शन टैंक की व्यवस्था है। इसके फीडर चैनल की लम्बाई 280 मीटर है। तरकुलानी रेगुलेटर केवल बाढ़ और जल-जमाव से छुटकारा दिलाने में ही सहायक नहीं होगा, बल्कि यह इस क्षेत्र में मस्तिष्क ज्वर आदि बीमारियों की रोकथाम में भी सहायक होगा। पम्पिंग स्टेशन के प्रारम्भ होने से जल-जमाव की समस्या दूर होगी और खेती-बाड़ी भी बचेगी। 


केन्द्र व राज्य सरकार प्रदेश के एक-एक घर तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कार्य कर रही हैं। माह दिसम्बर तक प्रदेश के 50,000 राजस्व गांवों तक पेयजल की व्यवस्था हेतु कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा। इससे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का ‘हर घर नल’ के संकल्प को साकार किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि आज जनपद गोरखपुर में लोकार्पित परियोजनाओं में 10 सड़क परियोजनाएं तथा चौरी-चौरा विधान सभा क्षेत्र के 02 उपरिगामी सेतुओं का लोकार्पण भी शामिल है। यह लोकार्पित परियोजनाएं हर एक व्यक्ति के जीवन में खुशहाली लाने का माध्यम बनेंगी। 

गोरखपुर में फर्टिलाइजर कारखाना अक्टूबर, 2021 तक तैयार हो जाएगा। इसके बाद प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से इस कारखाने के उद्घाटन सम्पन्न होगा। कारखाने से किसानों को खाद मिलेगी, नौजवानों को नौकरियां मिलेंगी और रोजगार के अन्य अवसर भी उत्पन्न होंगे। माह अक्टूबर, 2021 में विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाओं वाले एम्स का भी प्रधानमंत्री जी द्वारा उद्घाटन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रामगढ़ताल कभी अपराधियों का अड्डा होता था, अब पर्यटन केन्द्र बन चुका है। अपनी सुन्दरता में यह मुम्बई को भी फेल कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष में पूरी दुनिया के न जाने कितने लोग कोरोना की चपेट में आए।

राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण से जीवन रक्षा के साथ ही जीविका को भी बचाया। कोरोना काल में भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विकास कार्य एवं औद्योगिक गतिविधियां संचालित रहीं। उन्होंने कोरोना से अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में देश सुरक्षित स्थिति में है। 33 करोड़ की आबादी वाले विकसित देश अमेरिका में भारत की तुलना में दोगुनी मौतें हुईं। उन्होंने कहा कि जीवन के साथ जीविका की रक्षा के लिए हमें संक्रमण के प्रति पूरी सतर्कता और सावधानी के साथ आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में विकास गतिविधियों के संचालन के साथ-साथ अपराधियों एवं माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जा रही है। इससे राज्य की कानून व्यवस्था बेहतर बनी हुई है। मुख्यमंत्री जी ने तरकुलानी रेगुलेटर परियोजना का निरीक्षण भी किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी उ0प्र0 की दशा वदिशा बदलने में जुटे हुए हैं : केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री
बाढ़ राहत, जल संरक्षण, पेयजल, सिंचाई आदिके क्षेत्र में प्रदेश बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा,
प्रधानमंत्री जी के विजन व मुख्यमंत्री जी की देख-रेख में प्रदेश के बाँदा, चित्रकूट, महोबा आदि क्षेत्रों में ‘हर घर नल योजना’ के माध्यम से जल पहुंचाने का कार्य तीव्र गति से हो रहा, 02 वर्षों में प्रदेश के हर घर में शुद्ध पेयजल मिलने लगेगा। बाढ़ राहत के कार्यों में स्थायित्व देकर उत्तर प्रदेश ने पूरे देशमें मिसाल कायम की, यह अन्य राज्यों के लिए अनुकरणीय। तरकुलानी रेगुलेटर का पम्पिंग स्टेशन नई तकनीकी पर आधारित, इसेअपनाकर अन्य प्रदेश भी बाढ़ के पानी से खुद को प्रभावित होने से बचा सकते हैं।


केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी उत्तर प्रदेश की दशा व दिशा बदलने में जुटे हुए हैं। बाढ़ राहत, जल संरक्षण, पेयजल, सिंचाई आदि के क्षेत्र में प्रदेश बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। केन्द्र के बाद उत्तर प्रदेश, देश का पहला ऐसा राज्य है, जहां एकीकृत जलशक्ति मंत्रालय का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के विजन व मुख्यमंत्री जी की देख-रेख में प्रदेश के बाँदा, चित्रकूट, महोबा आदि क्षेत्रों में ‘हर घर नल योजना’ के माध्यम से जल पहुंचाने का कार्य तीव्र गति से हो रहा है। 02 वर्षों में प्रदेश के हर घर में शुद्ध पेयजल मिलने लगेगा। 


केन्द्रीय जलशक्ति मंत्रालय की तरफ से उत्तर प्रदेश को सर्वाधिक 10,400 करोड़ रुपए का बजट दिया गया है। आवश्यकता होने पर अतिरिक्त धनराशि भी उपलब्ध करायी जाएगी। उत्तर प्रदेश में सरयू, बाणगंगा, मध्यगंगा परियोजनाएं आगामी 03 से 04 माह में पूरी हो जाएंगी। इन परियोजनाओं से प्रदेश में 22 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचित क्षमता सृजित होगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत के कार्यों में स्थायित्व देकर उत्तर प्रदेश ने पूरे देश में मिसाल कायम की है। यह अन्य राज्यों के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि तरकुलानी रेगुलेटर का पम्पिंग स्टेशन नई तकनीकी पर आधारित है। इसे अपनाकर अन्य प्रदेश भी बाढ़ के पानी से खुद को प्रभावित होने से बचा सकते हैं।  


प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डॉ0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश तेजी से बदल रहा है। मुख्यमंत्री जी ने इस राज्य का मान, सम्मान व स्वाभिमान बढ़ाया है। मुख्यमंत्री जी ने पूरे प्रदेश को बाढ़ से बचाया है। पहले बाढ़ से बचाव के कार्यों के लिए पैसा काफी विलम्ब सें जारी होता था इससे कार्य भी विलम्ब से प्रारम्भ होता था, तब तक बाढ़ आ जाती थी। मुख्यमंत्री जी अब पहले ही बाढ़ नियंत्रण कार्यों के लिए धनराशि उपलब्ध करा देते हैं, जिससे बाढ़ आने से काफी पहले बाढ़ नियंत्रण के कार्य पूर्ण हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में प्रदेश में 5,43,771 हेक्टेयर भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई थी। मुख्यमंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन में हुए कार्यों से वर्ष 2020-21 तक यह घटकर 6,886 हेक्टेयर रह गई है। मुख्यमंत्री जी की देख-रेख में बाढ़ बचाव की 170 परियोजनाओं का लोकार्पण व 246 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। विगत 04 वर्षों में 25 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिली है। ऐसा अन्य किसी भी राज्य में नहीं हुआ है। आज उत्तर प्रदेश, देश की हर योजना में नम्बर वन है। इस अवसर पर सांसद रवि किशन शुक्ला, राज्यसभा सदस्य जयप्रकाश निषाद सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।