कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाये रखें-योगी

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[responsivevoice_button voice=”Hindi Female” buttontext=”इस समाचार को सुने”] मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाये रखने के निर्देश दिए।प्रदेश की सीमा से लगे कुछ राज्यों में कोविड के केस में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही, जिसका प्रभाव एन0सी0आर0 केजनपदों में भी है, इसके दृष्टिगत पूरी सतर्कता बरती जाए।एन0सी0आर0 के जनपद गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलन्दशहर तथा बागपत के साथ-साथ जनपद लखनऊ में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाया जाना अनिवार्य किया जाए।इन जनपदों में टीकाकरण से छूटे लोगों को चिन्हित करते हुए इन्हें प्राथमिकता पर वैक्सीनेट किया जाए।पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी उपयोग करते हुए लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने तथा कोविड टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूक किया जाए।लक्षणयुक्त व्यक्तियों का कोविड टेस्ट कराये जाने के निर्देश।एन0सी0आर0 में कोविड पॉजिटिव पाये गए मरीजों के सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग में कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएण्ट की ही पुष्टि हुई।विशेषज्ञों के अनुसार यह सम्भव है कि केस की संख्या में वृद्धि हो, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने अथवा मरीज के अति गम्भीर होने की स्थिति नहीं होगी।

नॉएडा,गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और लखनऊ में सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाना अनिवार्य !!उत्तर प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। यहां के गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर जिले सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित हैं। बीते 24 घंटे की बात करें तो प्रदेश में कोविड-19 के 135 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इस दौरान कोरोना से 31 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। फिलहाल प्रदेश में सक्रिय मामलों की संख्या 610 हो गई है।

कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाये रखने के मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सीमा से लगे कुछ राज्यों में कोविड के केस में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। इसका प्रभाव एन0सी0आर0 के जनपदों में भी है। इसके दृष्टिगत उन्होंने पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने कहा कि पिछले 24 घण्टों में जनपद गौतमबुद्धनगर में 65, गाजियाबाद में 20 तथा लखनऊ में संक्रमण के 10 नये मामले मिले हैं। उन्होंने निर्देशित किया कि एन0सी0आर0 के जनपद गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलन्दशहर तथा बागपत के साथ-साथ जनपद लखनऊ में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाया जाना अनिवार्य किया जाए। इन जनपदों में टीकाकरण से छूटे लोगों को चिन्हित करते हुए इन्हें प्राथमिकता पर वैक्सीनेट किया जाए। उन्होंने कहा कि पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी उपयोग करते हुए लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने तथा कोविड टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूक किया जाए। उन्होंने लक्षणयुक्त व्यक्तियों का कोविड टेस्ट कराये जाने के निर्देश भी दिये हैं।बैठक में अवगत कराया गया कि एन0सी0आर0 में कोविड पॉजिटिव पाये गए मरीजों के सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग में कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएण्ट की ही पुष्टि हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार यह सम्भव है कि केस की संख्या में वृद्धि हो, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने अथवा मरीज के अति गम्भीर होने की स्थिति नहीं होगी।


पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 135 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 29 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 695 है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 83 हजार 864 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 10 करोड़ 99 लाख 24 हजार 512 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।राज्य में गत दिवस तक 30 करोड़ 75 लाख 99 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 12 करोड़ 72 लाख 79 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है। इस प्रकार 86.34 प्रतिशत लोग कोविड टीके की दोनों डोज ले चुके हैं। 15 करोड़ 28 लाख 48 हजार से अधिक लोगों ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज प्राप्त कर ली है।


विगत दिवस तक 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के 01 करोड़ 31 लाख 87 हजार से अधिक किशोरों ने कोविड वैक्सीन की प्रथम डोज तथा 85 लाख 14 हजार से अधिक किशोरों ने द्वितीय डोज प्राप्त कर ली है। इस प्रकार, 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग में अब तक कुल 02 करोड़ 17 लाख 01 हजार से अधिक डोज लगायी जा चुकी हैं। 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के 31 लाख 77 हजार से अधिक बच्चों ने टीके की पहली खुराक तथा 02 हजार से अधिक बच्चों ने दूसरी डोज प्राप्त कर ली है। 25 लाख 90 हजार से अधिक प्रिकॉशन डोज प्रदान की जा चुकी हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में 700 निजी टीकाकरण केन्द्र पर बूस्टर डोज लगवायी जा सकती है। इन टीकाकरण केन्द्रों तथा बूस्टर डोज के महत्व के सम्बन्ध में आमजन को जागरूक किया जाए। उन्होंने 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज लगाए जाने में तेजी की अपेक्षा करते हुए कहा कि प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि लक्षित आयुवर्ग का कोई भी नागरिक टीकाकवर से वंचित न रहे। [/Responsivevoice]