शांति,सुरक्षा एवं पूरे धार्मिक रीति रिवाज के साथ विसर्जित हुई मां दुर्गा जी की प्रतिमाएं

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अयोध्या, कोविड-19 प्रोटोकॉल एवं गाइडलाइन को ध्यान में रखकर शांति ,सुरक्षा ,एवं पूरे धार्मिक रीति रिवाज के साथ विसर्जित हुई मां दुर्गा जी की प्रतिमाएं। लगभग 157 मां दुर्गा जी की प्रतिमाएं निर्मली कुंड में पूरे सम्मान के साथ हुईं विसर्जित।  इस दौरान कोविड-19 से बचाव हेतु सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया पूरा ख्याल। सुरक्षा व्यवस्था में विसर्जन स्थल पर मजिस्ट्रेट व पुलिस के अधिकारी थे उपस्थित। उक्त जानकारी देते हुए जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने बताया कि शहर में लगभग 157 मां दुर्गा की छोटी-छोटी प्रतिमाएं  स्थापित थी। इन सभी प्रतिमाओं को बड़े आदर व सम्मान के साथ विभिन्न समिति के सीमित पदाधिकारी द्वारा जिला प्रशासन का पूरा सहयोग करते हुए कोविड-19 प्रोटोकॉल के साथ निर्धारित स्थल निर्मली कुंड पर जाकर मूर्ति को विसर्जित किया गया।

जिला मजिस्ट्रेट ने केंद्रीय दुर्गा पूजा एवं रामलीला समन्वय समिति के सभी पदाधिकारियों सहित जिलों के सभी समितियों के पदाधिकारियों को उनके अमूल्य सहयोग के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया है। मूर्ति विसर्जन के समय जिला प्रशासन के अपर जिला अधिकारी नगर वैभव शर्मा, नगर आयुक्त विशाल सिंह, नगर मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश  सिंह ,अपर पुलिस अधीक्षक विजय पाल सिंह, तहसीलदार सदर विजय कुमार सिंह, के साथ केंद्रीय दुर्गा पूजा एवं रामलीला समिति के अध्यक्ष मनोज जयसवाल,  नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन विजय गुप्ता ,गगन जायसवाल, सुप्रीत कपूर, केशव बिगुलर, राजेश गौड़ ,अखिलेश पाठक ,अतुल सिंह, बजरंगी साहू, अंकुर गुप्ता, अजय विश्वकर्मा, पवन निषाद, आदि शामिल थे। जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कोविड-19 के प्रोटोकाल एवं गाइडलाइन के तहत समिति के सीमित कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में अच्छाई का बुराई पर विजय के प्रतीक स्वरूप 5 स्थलो पर रावण दहन भी शांति सुरक्षा के साथ रामलीला में समिति के सदस्य व दर्शक उपस्थित मे किया जायेगा।  शांति एवं सुरक्षा हेतु इन स्थानों पर भी पुलिस एवं मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।

मण्डलायुक्त एम0पी0 अग्रवाल ने मझडल के सभी जनपदो में माॅ दुर्गा जी की प्रतिमाओ के विर्सजन में कोविड-19 के प्रोटोकाल एवं गाइड लाइन के पूर्णतः पालन कराये जाने पर मण्डल के सभी जिलाधिकारियो, सहित उनके अधीनस्त अधिकारियो कर्मचारियो, पुलिस के अधिकारियो, जवानो तथा जनमानस को धन्यवाद ज्ञापित किया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का खतरा अभी पूर्णरूप से समाप्त नही हुआ है न ही टला है ऐस मे महामारी पुनः अपना प्रसार न करने पाये इसके लिए आवश्यक है कि आने वाले त्यौहारो तथा समय में हम सभी घर से बाहर निकलते समय मास्क अवश्य पहने तथा 02 गज की सोशल डिस्टेसिंग का पूर्ण रूप से पालन करे, अत्यधिक भीड़ वाले इलाको में अनावश्यक न जाये तथा अपने हाथो के थेड़ी-थेड़ी देर पर साबुन पानी से धोते रहे अथवा सेनेटाइज करते रहे। सावधानी एवं सुरक्षा कोविड-19 से बचाव के सबसे अच्छी दवा है।