हाथरस , हाथरस गैंगरेप मामले में सियासी घमासान के बीच बीजेपी और योगी सरकार की छवि का डैमेज कंट्रोल करने के लिए स्मृति ईरानी मैदान में आईं और सरकार का बचाव किया तो वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर हाथरस जा रहे हैं. वो दिल्ली स्थित कांग्रेस दफ्तर से अन्य नेताओं के साथ निकल गए हैं.
वहीं भारी दवाब के बीच यूपी पुलिस को शनिवार को हाथरस में पीड़िता के गांव से पहरा हटना पड़ा. पुलिस की पहराबंदी हटते ही आजतक की टीम ने सबसे पहले पहुंचकर पीड़ित परिवार से बात की. आजतक के कैमरे पर पीड़ित परिवार ने यूपी पुलिस पर बड़े आरोप लगाए हैं. परिवार ने यह भी आशंका जताई है कि जो शव जलाया गया वो उनकी बेटी का नहीं था.
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा है कि उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रत्येक सदस्य से बात की है. यह बेहद दुखद घटना है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई जाएगी. पीड़ित परिवार से मिलने के बाद उन्होंने डीजीपी एचसी अवस्थी के साथ पुलिस लाइन में पत्रकारों से वार्ता की.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दरिंदगी का शिकार हुई युवती के परिजनों से यूपी पुलिस के मुखिया हितेश चंद्र अवस्थी और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने गांव जाकर मुलाकात की. दोनों अधिकारी लखनऊ से हेलिकॉप्टर से हाथरस पहुंचने के बाद बूलगढ़ी गांव जाकर पीड़ित परिवार से मिले.
इससे पहले शनिवार को तीन बाद मीडिया को परिवार से मिलने के लिए जाने दिया गया. तमाम न्यूज चैनल के पत्रकारों ने पीड़ित परिजनों से बात की तो कई चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई. परिजनों ने कहा कि डीएम ने कहा कि अगर बेटी कोरोना से मर जाती तो क्या करते. परिवार का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पूरे मामले की जांच की जाए.
मीडिया ने जब अपर मुख्य सचिव व डीजीपी से कई सवाल पूछे तो अधिकारी इन सवालों का जवाब देने में कतराते रहे. मीडिया के सवालों का दौर शुरू हुआ तो अपर मुख्य सचिव व डीआईजी वहां से उठ कर चले गए, मीडिया कर्मियों ने उन्हें काफी रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन वह एसपी दफ्तर से निकल कर सीधे बाहर आए और अपनी अपनी गाड़ी में बैठक कर मीडिया के सवालों का जबाव दिए बिना ही निकल गए.