योगी राज में प्रदेश गुंडाराज,भ्रष्टाचार,दंगा से मुक्त-अपर्णा यादव

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उत्तर प्रदेश का मान बढ़ाया हमने, सपा वालों ने बदनाम किया।कानून मंत्री ने सपा राज के घोटालों, दंगों, भ्रष्टाचार को याद दिलाया।सपा सरकार में केवल हुआ सबका उत्पीड़न।भाजपा सरकार ने किया गांव, गरीब, किसान, नौजवान का कल्याण।घोटालों से भरा पड़ा है 2017 से पहले का यूपी।दहशत और भय की गाथा लिखी गई सपाराज में।

लखनऊ।
 भाजपा नेता अपर्णा यादव ने कहा कि बदलाव तो 2017 में हुआ, इससे पहले यूपी खतरे में था। जनता ने भाजपा को जिताया सरकार बनाई तो असली बदलाव आया। क्योंकि हमारे पास संकल्प और अच्छी नीयत दोनों थी। सबने देखा है कि यूपी में 5 साल में एक भी घोटाला नहीं हुआ, 5 साल में एक भी दंगा नहीं हुआ, 47 हजार से ज्यादा भूमाफिया और गुंडे जेल में हैं, 2000 करोड़ की अवैध संपत्तियो पर बुलडोजर चला, युवाओं नौजवानों को बिना सिफारिश नौकरी मिली, आज यूपी में 39 नए मेडिकल कॉलेज बन गए। यूपी में हर गरीब को आयुष्मान का स्वास्थ रक्षा कवच, 5 साल में 43 लाख लोगों को पक्का घर मिला, 2.5 करोड़ शौचालय, 2 करोड़ गैस कनेक्शन, 15 करोड़ लोगों को डबल राशन मुफ्त मिल रहा है, 1.41 करोड़ लोगों को बिजली कनेक्शन मिला। अब बहू-बेटियों को डर नहीं लगता, क्योंकि यूपी में बीजेपी की सरकार है।अपराधी पलायन कर गए हैं। क्योंकि यूपी में बीजेपी की सरकार है, गुंडाराज, भ्रष्टाचार, दंगाराज से मुक्त प्रदेश भाजपा की सरकार में है।भाजपा में शामिल हुईं नेता जी की बहू अर्पणा यादव ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने करहल से चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि यह सवाल क्यों उठाया जा रहा है। पार्टी तय करेगी कि मुझे क्या करना है,अर्पणा यादव ने कहा कि वह फिलहाल जिस भूमिका में हैं वही बेहतर है।

अपर्णा ने योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि योगी राज के पांच साल में प्रदेश में एक भी दंगा और घोटाला नहीं हुआ। 2017 में भाजपा की जीत के बाद ही प्रदेश में असली बदलाव आया क्योंकि हमारे पास संकल्प और नीयत दोनों अच्छी थी। 2017 से पहले सपा सरकार में उत्तर प्रदेश खतरे में था। जनता ने भाजपा को जिताया तो असली बदलाव आया। योगी सरकार में 5 साल में एक भी दंगा और घोटाला नहीं हुआ। 47 हजार से ज्यादा भू-माफिया और गुंडे जेल में हैं। 2000 करोड़ की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चला है। बहू बेटियों को डर नहीं लगता, क्योंकि यूपी में भाजपा की सरकार है। अपराधी पलायन कर गए हैं, क्योंकि यूपी में योगी सरकार है।

अपर्णा यादव ने कहा कि कांग्रेस के टिकट पर क्या केवल यूपी में ही लड़की लड़ सकती है। पंजाब में कांग्रेस की महिला अध्यक्ष भी अब सवाल उठा रही है। वहां महिला कांग्रेस की 12 कार्यकर्ताओं ने टिकट मांगा था एक को भी नहीं मिला। प्रियंका जी आप कैसे लड़की को लड़वाएंगी। उत्तराखंड में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष को अपमानित होना पड़ा और उन्हें सम्मान भी भाजपा मिला। प्रियंका जी केवल स्लोगन से काम नहीं चलेगा। अच्छे मन से काम करके दिखाना पड़ेगा।

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने प्रदेश कार्यालय पर हुई प्रेसवार्ता में कहा कि कुछ लोग बदलाव-बदलाव की बात कर रहे हैं। मेरा उनसे सीधा सवाल है उनको बड़ी शिद्दत और उम्मीद से 2012 में कुर्सी पर बिठाया था। लेकिन उन्होंने क्या किया? जनता को सब याद है। उन्होंने वादों की पोटली को कचरे के डिब्बे में डाल दिया। उन्होंने एक नई कहानी लिखी जो बदलाव की नहीं बदनाम करने की थी। उत्तर प्रदेश के संसाधनों की लूट की कहानी थी, कहानी युवाओं और नौजवानों की नौकरियों की लूट की थी, कहानी गुंडों, दंगाइयों, बलवाइयों के अत्याचार की थी। हद तो तब हो गई जब इन्होंने बलात्कारी को कैबिनेट में बिठाया।उन्होंने कहा कि 2017 से पहले सपा राज में घोटालों की कहानी गढ़ी गई। कोई नहीं भूला है खनन घोटाला, पेंशन घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला,राशन घोटाला, लैपटॉप घोटाला,शुल्क प्रतिपूर्ति घोटाला, कन्या विद्याधन घोटाला, रिवर फ्रंट घोटाला, नोएडा अथॉरिटी को भी आपने गिरवी रख दिया था। और तो और लोहिया जी के नाम पर भी घोटाला कर दिया।

लोहिया ग्राम घोटाला याद है न।बताया कि इन्होंने दंगों का वास्तविक मंचन किया। सबको याद है 700 से ज्यादा दंगे, कुछ याद दिलाता हूं। मुजफ्फरनगर दंगा, सहारनपुर दंगा, मथुरा दंगा, मऊ दंगा, लखनऊ में भी सपाई दंगाई क्या कर रहे थे?  हो सकता सपा मुखिया भूल गए हों, लेकिन यूपी की जनता नहीं भूली है। सबको याद है, गरीब को पेट की रोटी के लिए तरसाया, पक्के मकान के लिए भटकाया, अस्पताल में इलाज से भगाया, बिजली कनेक्शन के लिए दौड़ाया गया। सबको याद है कि बहू-बेटियां घर से निकलीं तो गुंडों ने उन्हें डराया।दंगाइयों को बिरियानी खिलाया। गुंडों, हत्यारों, बलात्कारियों को मंत्री बनाया। यह उत्तर प्रदेश का कोई निवासी भूला नहीं है। कैसे दंगाइयों को सम्मानित किया गया। उन्हें राजनैतिक और प्रशानिक पदों पर बिठाया गया। यह कोई नहीं भूला है। 2017 के बाद जो बदलाव आया है वह सबने देखा है। पूरी तरह से फर्क साफ है।