पूंजीपतियों की तिजोरी भर रही भाजपा-अखिलेश यादव

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राजेन्द्र चौधरी

 भाजपा सरकार ने अब तक लाखों नौकरियां देने के झूठे विज्ञापन प्रचारित कर नौजवानों को धोखा देने का काम किया है। उत्तर प्रदेश में न कहीं निवेश हुआ न उद्योग लगे, नौकरियां  तब कैसे और कहां मिलती? भाजपा सिर्फ झूठ और फरेब के सहारे अपनी राजनीति कर रही है। भाजपा गरीबों की रोटी छीनकर पूंजीपतियों की तिजोरी भरने का काम कर रही है।पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यहां कहा कि भाजपा नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उनकी समस्याओं के समाधान में कोई रूचि नहीं ली जा रही है। 34 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को अधूरी भर्तियां पूरी होने का इंतजार है। समाजवादी पार्टी नौजवानों की समस्याओं के समाधान के लिए सदन से सड़क तक आवाज उठाएगी। अधूरी भर्तियों को पूरा कराने के लिए संघर्ष होगा।
   
  अखिलेश यादव आज समाजवादी पार्टी कार्यालय लखनऊ में सरकारी भर्तियों से वंचित हजारों अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमण्डलों का ज्ञापन लेने के बाद उनको सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा अभ्यर्थियों के साथ भाजपा सरकार का संवेदनशून्य व्यवहार अनुचित और अमानवीय है। नौजवानों के सब्र का इम्तिहान नहीं लिया जाना चाहिए।अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के स्तर पर लम्बे समय से 10 भर्तियां लम्बित हैं। 34 लाख से अधिक अभ्यर्थियों का भाग्य इनसे जुड़ा है। इनमें सम्मिलित तकनीकी सेवा सामान्य चयन भर्ती प्रक्रिया 2016 से अधूरी है। वर्ष 2018 से 1.19 लाख अभ्यर्थी अवर अभियंता भर्ती परीक्षा होने का इंतजार कर रहे हैं। ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, समाज कल्याण परिवेश की परीक्षाओं का विज्ञापन 2018 में जारी हुआ था। उसकी परीक्षाएं भी हुई किन्तु बाद में किन्हीं कारणों से परीक्षाएं रद्द हो गई जो अभी तक नहीं हुई। इनमें 14 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। जब लम्बे समय से भर्ती परीक्षा लम्बित है तब मुख्यमंत्री जी के 100 दिन में 20 हजार सरकारी नौकरी और 50 हजार रोजगार देने का वादा कैसे पूरा होगा? सहज ही इसका अनुमान लगाया जा सकता है।


  आज तमाम अभ्यर्थी नौजवानों ने बताया कि 32 हजार अनुदेशकों को अभी तक रोटी-रोजी से वंचित रखा गया है। वन रक्षक एवं वन्य जीव रक्षक भर्ती तथा मंडी परिषद की परीक्षाओं का भी कोई पुरसाहाल नहीं है। रिषभ कुमार सिंह, दिनेश, उमेश वर्मा, विक्रम यादव, लव कुश चतुर्वेदी, शाकिर अली, विजय गौतम, शिवनाथ निषाद आदि ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव को ज्ञापन देकर बताया कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के विज्ञापन संख्या 09 (02) 2016 आबकारी पुलिस भर्ती में पक्षपात और अनियमितता बरती जाने से तमाम अभ्यर्थी अंतिम परीक्षा में बाहर हो गए हैं। शारीरिक परीक्षा और साक्षात्कार में मानक बदले गए। अभ्यर्थियों की मांग है कि अतिरिक्त सीटें बढ़ाकर बेरोजगारों को रोजगार दिया जाए।


   कु0 सीमा पुत्र धरमराज इटावा ने शिकायत की कि वह आबकारी पुलिस की परीक्षा में पिछड़ी जाति की अभ्यर्थी थी। पारदर्शिता से प्राप्तांक का विवरण उसे नहीं दिया जा रहा है।
  सर्वश्री अवधेश यादव, प्रवीण कुमार, सर्वेश यादव आदि ने ज्ञापन देकर बताया कि सहायक सांख्यिकी अधिकारी एवं सहायक शोध अधिकारी की परीक्षा के विज्ञापन 2019 में जारी हुए थे। इनकी परीक्षाओं की तिथि 3 बार घोषित हुई और तीनों बार स्थगित कर आज तक परीक्षा तिथि नहीं घोषित हुई। इन परीक्षाओं के लिए 904 पदों के सापेक्ष 10144 फार्म पड़े है।
  तमाम अभ्यर्थियों ने कहा कि वे ओवरएज होने जा रहे हैं। समय से परीक्षाएं न होने से उनका भविष्य बिगड़ जाएगा। उन्होंने सरकार से 2016 की रिक्तियों में समायोजित किए जाने की मांग की है।