पार्षद और नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी आमने-सामने

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पुष्कर में कांग्रेसी पार्षद और नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी आमने सामने।पार्षदों ने अफसर को हटाने की मांग की तो अफसर ने कांग्रेस के कई पार्षदों को बागी बताया।साधारण सभा की बैठक नियमों के अनुरूप हुई-कमल पाठक। आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ 18 फरवरी को पुष्कर आएंगे।

एस0 पी0 मित्तल

हिन्दू के तीर्थ गुरु कहे जाने वाले अजमेर के पुष्कर में इन दिनों नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अभिषेक गहलोत और कांग्रेस के पार्षदों के बीच घमासान मचा हुआ है। राज्य में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी कांग्रेस के पार्षदों का कहना है पालिका में हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पालिका का दफ्तर भूमाफियाओं का अड्डा बना हुआ है। पालिका के ईओ गहलोत भी भाजपा बोर्ड के अध्यक्ष कमल पाठक के इशारे पर काम करते हैं। 14 फरवरी को हुई बजट बैठे मात्र तीन मिनट में समाप्त कर दी गई, जबकि पार्षदों को जनता से जुड़ी समस्याओं को बैठक में रखा था। पार्षदों ने 16 फरवरी को एकजुट होकर जिला कलेक्टर अंशदीप को ज्ञापन भी दिया। कलेक्टर से गहलोत को ईओ के पद से हटाने की मांग भी की गई। पार्षद टीकम शर्मा, गोपाल चौधरी, पुष्पा दायमा, समृद्धि पाराशर, संगीता, उमा दग्दी, रविकांत शर्मा, जय नारायण दग्दी आदि ने आरोप लगाया कि पालिका के कामकाज में लापरवाही के साथ साथ भ्रष्टाचार भी हो रहा है। कांग्रेस के पार्षदों की कोई सुनवाई नहीं हो रही। वहीं पालिका के ईओ अभिषेक गहलोत का कहना है कि पालिका में सभी पार्षदों का सम्मान किया जाता है। लेकिन कुछ पार्षद अनैतिक दबाव डालकर नियमों के विरुद्ध काम करवाना चाहते हैं। पार्षदों के नियम विरुद्ध कार्यों पर राज्य सरकार ने भी रिपोर्ट तलब की है।

रिपोर्ट में कुछ पार्षदों के गैर कानूनी कार्यों का उल्लेख न हो इसके लिए ही दबाव बनाया जा रहा है। कुछ पार्षदों ने पालिका की जमीन पर कब्जा कर रखा है। तो कुछ ने कृषि भूमि पर निर्माण कर लिया है। कई पार्षदों ने नक्शा स्वीकृत कराए बगैर ही कॉम्प्लेक्स और दुकानें बना ली है। ऐसे पार्षदों के विरुद्ध जांच चल रही है। गहलोत ने कहा कि पार्षद उन मुद्दों को भी उठा रहे हैं, जिनका सरोकार पालिका से नहीं है। ब्रह्मा मंदिर से लेकर रंगजी मंदिर तक जो पत्थर वाली सड़क बन रही है उसका कार्य अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा करवाया जा रहा है। इसी प्रकार सीवरेज का काम भी प्राधिकरण के पास ही है। पालिका के पास जो जिम्मेदारियां हैं उनका निर्वाह पूर्ण ईमानदारी के साथ किया जा रहा है। जहां तक साधारण सभा के लिए पुष्कर के विधायक सुरेश रावत की सहमति का सवाल है तो पालिका के पास सहमति का पत्र रखा हुआ है। यह कहना गलत है कि साधारण सभा की बैठक वीडियोग्राफी नहीं करवाई गई। वीडियोग्राफी के लिए क्षेत्रीय उपनिदेशक ने जो निर्देश दिए गए उसका पूरी तरह पालन किया गया है। गहलोत ने कहा कि साधारण सभा पत्रकारों की उपस्थिति में संपन्न हुई। पत्रकारों ने भी अपने कैमरों से वीडियोग्राफी की है। ऐसे में साधारण सभा की किसी भी कार्यवाही को छिपाया नहीं गया है। उन्होंने कहा कि एजेंडे के अनुरूप साधारण सभा में प्रस्ताव स्वीकृत किए गए। इन प्रस्तावों पर 25 में से 20 पार्षदों ने अपनी सहमति दी है। इनमें कांग्रेस के पार्षद भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पालिका में भाजपा का बोर्ड है। इसलिए बोर्ड के अध्यक्ष के निर्देशों की पालना करनी ही पड़ती है। साधारण सभा में भी अध्यक्ष कमल पाठक के निर्देशों की पालना की गई, लेकिन बैठक में नियमों के विरुद्ध कोई कार्य नहीं हुआ।

बैठक नियमों के अनुरूप-
नगर पालिका के अध्यक्ष कमल पाठक ने कहा कि 14 फरवरी को नियमों के अनुरूप ही बैठक का संचालन हुआ है। सभी प्रस्तावों पर पार्षदों ने अपनी सहमति प्रकट की है। पाठक ने भी आरोप लगाया कि जिन पार्षदों के विरुद्ध जांच चल रही है, वे पालिका के ईओ पर दबाव डालना चाहते हैं।

राठौड़ पुष्कर आएंगे-
राजस्थान पर्यटन विकास निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ 18 फरवरी को पुष्कर आएंगे। राठौड़ पुष्कर के नांद गांव के निवासी हैं। निगम का अध्यक्ष बनने के बाद राठौड़ पहली बार पुष्कर आ रहे हैं। ऐसे में उनके स्वागत के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता जोरदार तैयारियां कर रहे हैं।