तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त इंडी गठबंधन-भूपेंद्र चौधरी

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तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त इंडी गठबंधन-भूपेंद्र चौधरी
तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त इंडी गठबंधन-भूपेंद्र चौधरी

परिवारवाद और वंशवाद ही अखिलेश संग इंडी का असली मेनफिस्टो। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने अखिलेश यादव के परिवारवाद के प्रेम पर किया करारा हमला। अखिलेश के वंशवाद से कार्यकर्याओं में हताश और निराशा का माहौल। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने अखिलेश द्वारा टिकट बांटने में परिवार को प्राथमिकता देने पर किया हमला। कन्नौज में भतीजे, मैनपुरी में पत्नी और आजमगढ़ में चचेरे भाई को दिया टिकट। तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त है पूरा इंडी गठबंधन। मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाएं बयां कर रहीं पूरे देश परिवार उनका परिवार। तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त इंडी गठबंधन-भूपेंद्र चौधरी


लखनऊ। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा टिकट बांटने में परिवार को प्राथमिकता देने पर करारा हमला करते हुए कहा कि उनका समाजवाद से कोई लेना देना नहीं है। अखिलेश यादव सिर्फ परिवार वाद और वंश वाद की राजनीति कर रहे हैं। यह उनपर इस कदर हावी है कि अपने कार्यकर्ताओं को भूल गये हैं। इसकी झलक अखिलेश द्वारा भतीजे को कन्नौज में तेज प्रताप यादव, मैनपुरी में पत्नी डिंपल यादव, आजमगढ़ में भाई धमेंद्र यादव और चाचा शिवपाल को पहले बदायूं से टिकट दिया बाद में बेटे आदित्य यादव टिकट देने में साफ देखी जा सकती है। इसकी वजह से कार्यकर्ताओं में काफी निराशा और हताशा है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश को अपना परिवार मानते हैं। उनकी यह सोच मोदी सरकार की कल्याणकारियों योजनाओं में साफ देखी जा सकती है। यही वजह है कि देश की जनता इस बार 400 पार को आत्मसात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प कर चुकी है।उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव व उनके इंडी पार्टनर्स वोट बैंक की राजनीति के लिए तुष्टीकरण पर आमादा है। इनका इतिहास ही एक वर्ग विशेष को खुश करने का है। इनका मेनिफेस्टो भी इसी से प्रेरित है। देश और प्रदेश की जनता इनके झांसे में नहीं आने वाली है। वह मोदी जी के नेतृत्व में सबका साथ और सबका विकास की नीति को पसंद करती है। वह इनके तुष्टीकरण के जाल में फंसने वाली नहीं है।

अखिलेश और इंडी दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जब अखिलेश यादव अपनी पार्टी ही नहीं संभाल पा रहे हैं तो वह प्रदेश की जनता की भलाई के लिए क्या कदम उठाएंगे। अखिलेश यादव परिवार में इस कदर डूब गये हैं कि अपने कार्यकर्ताओं का टिकट काट कर अपने परिवार को बांट रहे हैं। इतना ही नहीं वह रैली भी उनके लिये ही कर रहे हैं। अखिलेश और इंडी दोनों एक सिक्के के दो पहलू हैं। इनके गठबंधन भी परिवार वाद पर खड़ा हुआ है। जनता इनके परिवारवाद को मोह को समझ चुकी है। वह अपने वोट की चोट के जरिये शून्य पर आउट करने वाली है। मोदी सरकार ने देश की जनता को जो गारंटी दी है वह उससे पूरी तरह संतुष्ट और सहमत है, जिसे वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी की जनसभा में अपनी लाखों की संख्या में आमद दर्ज करा कर जाहिर कर रही है। देश की जनता जर्नादन अपनी भीड़ के जरिये साफ कर रही है कि वह किसके साथ है। जिन लोगों को लगता है कि वह जनता को दोहन करने के लिए सत्ता में आएंगे, उन्हे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी की जनसभाओं में जाकर देखना चाहिये। तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त इंडी गठबंधन-भूपेंद्र चौधरी