कृषि कानून के खिलाफ सड़क पर हिरासत में प्रियंका

166

बीजेपी की सरकार किसानों के पेट पर लात मार रही है और हमारा कर्तव्य है कि हम किसानों के साथ खड़े रहें इसलिए हम लोग अपना कर्तव्य निभाएंगे,हम लोकतंत्र में रह रहे हैं और वे (राहुल गांधी और बाकी कांग्रसी सांसद) सांसद चुने गए हैं, उन्हें राष्ट्रपति से मिलने का अधिकार है और उन्हें अनुमति दी जानी चाहिए. उससे क्या समस्या है….? सरकार सीमाओं पर डेरा डाले लाखों किसानों की आवाज सुनने के लिए तैयार नहीं है।

प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, “कभी वे कहते हैं कि हम इतने कमजोर हैं कि हम विपक्ष के रूप में फेल हैं, फिर कभी कहते हैं कि हम इतने शक्तिशाली हैं कि हमने लाखों किसानों को एक महीने के लिए सीमा (दिल्ली की सीमा) पर बैठा रखा है. उन्हें पहले यह तय करना चाहिए कि हम क्या हैं। ”

कृषि कानूनों  के खिलाफ आज कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतरी है। कांग्रेस के राष्ट्रपति भवन तक मार्च को पुलिस ने रोक दिया है। प्रियंका गांधी के जबरन सड़क पर उतरने के बाद पुलिस ने उन्हें और बाकी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। पुलिस प्रियंका को मंदिर मार्ग थाने ले गई।

नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में कांग्रेस के राष्ट्रपति भवन तक मार्च को पुलिस ने रोक दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पौने दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर के साथ राष्ट्रपति भवन तक मार्च का ऐलान किया था, लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धारा 144 लगाते हुए केवल तीन कांग्रेस नेताओं को ही राष्ट्रपति से मुलाकात की इजाजत दी।

कांग्रेस का सुबह साढ़े 11 बजे राष्ट्रपति भवन तक मार्च का कार्यक्रम था, लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने इसके बाद करीब आधे घंटे तक कांग्रेस मुख्यालय के लॉन में बैठकर मार्च की रणनीति बनाई। पुलिस नहीं मानी, तो प्रियंका गांधी जबरन सड़क पर उतर आईं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मार्च निकालने की कोशिश करने लगीं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें और बाकी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।

पुलिस प्रियंका को मंदिर मार्ग थाने ले गई।हिरासत में लिए जाने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि हम लोकतंत्र में रह रहे हैं और ये चुने गए सांसद हैं। उन्हें राष्ट्रपति से मिलने का अधिकार है, उन्हें अनुमति मिलनी चाहिए। सरकार को क्या दिक्कत है? बॉर्डर पर खड़े लाखों किसानों की आवाज सरकार क्यों नहीं सुन रही है। किसानों के लिए जिस तरह के नामों का इस्तेमाल किया गया, वह पाप है। अगर सरकार उन्हें देशद्रोही कह रही है तो सरकार पापी है।

दिल्ली पुलिस के अडिशनल डीसीपी दीपक यादव ने इस संबंध में कहा, ‘कांग्रेस नेताओं को राष्ट्रपति भवन तक मार्च की अनुमित नहीं दी गई है। हालांकि 3 नेताओं को राष्ट्रपति से मिलने के लिए जाने दिया जाएगा।’ बताया जा रहा है कि कांग्रेस के राष्ट्रपति भवन मार्च से पहले पार्टी मुख्यालय के पास धारा 144 लगा दी गई है।