कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य भारत सरकार की गाइडलाइन्स के अनुरूप संचालित करें-मुख्यमंत्री

278


प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य भारत सरकार की गाइडलाइन्स के अनुरूप संचालित किया जाएगा।केन्द्र के दिशा-निर्देशों के क्रम में प्रथम चरण सहित आगामी चरणों में कोरोना वैक्सीनेशन की कार्यवाही सम्पन्न की जाए।कोरोना वैक्सीन के सम्बन्ध में ड्राई रन की कार्यवाही पूरी प्रतिबद्धता से की जाए, इससे वैक्सीनेशन कार्य को सुगमतापूर्वक संचालित करने में सुविधा होगी।कोरोना वैक्सीन की सुरक्षित स्टोरेज, प्रभावी कोल्ड चेन व्यवस्था तथा सुगम ट्रांसपोर्टेशन के लिए सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित करने के निर्देश।यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में प्रतिदिन 1.5 लाख सैम्पल की जांच हो।काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा सर्विलांस सिस्टम को निरन्तर प्रभावी बनाए रखें।जनपद स्तर पर इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर पूरी सक्रियता से कार्यशील रहें।लोगों को विभिन्न प्रचार माध्यमों तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम द्वारा कोविड-19 से बचाव के बारे में लगातार जागरूक किया जाए।कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखें।  

लखनऊ – यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कल 05 जनवरी, 2021 को पूरे प्रदेश में कोरोना वैक्सीन के सम्बन्ध में ड्राई रन की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने पूरी प्रतिबद्धता से ड्राई रन की कार्यवाही किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे वैक्सीनेशन कार्य को सुगमतापूर्वक संचालित करने में सुविधा होगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य भारत सरकार की गाइडलाइन्स के अनुरूप संचालित किया जाएगा। उन्होंने केन्द्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के क्रम में प्रथम चरण सहित आगामी चरणों में कोरोना वैक्सीनेशन की कार्यवाही सम्पन्न किए जाने के निर्देश दिए हैं।  

जनपद स्तर पर कोरोना वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में कार्यवाही प्रगति पर है। जिला स्तर पर इस सम्बन्ध में किए जा रहे कार्यों की नियमित समीक्षा की जाए। उन्होंने कोरोना वैक्सीन की सुरक्षित स्टोरेज, प्रभावी कोल्ड चेन व्यवस्था तथा सुगम ट्रांसपोर्टेशन के लिए सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं।

कोविड-19 के टेस्टिंग कार्य को पूरी क्षमता से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में प्रतिदिन 1.5 लाख सैम्पल की जांच हो। उन्होंने काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा सर्विलांस सिस्टम को निरन्तर प्रभावी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।

यह सुनिश्चित किया जाए कि जनपद स्तर पर इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर पूरी सक्रियता से कार्यशील रहें। समस्त जिलाधिकारियों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से प्रतिदिन सुबह कोविड चिकित्सालय में तथा शाम को इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में समीक्षा बैठक की जाए।

कोविड-19 के उपचार एवं बचाव की प्रभावी व्यवस्था को बनाये रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर सावधानी बरती जाए। इस सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। इसके दृष्टिगत लोगों को विभिन्न प्रचार माध्यमों तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम द्वारा कोविड-19 से बचाव के बारे में लगातार जागरूक किया जाए। संक्रमण से बचाव में सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क की उपयोगिता के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की जाए।

उन्होंने कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल,अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद,सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।