लंबी बीमारी से रामविलास पासवान का निधन

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केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान का निधन हो गया. रामविलास पासवान कई दिनों से बीमार चल रहे थे. लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. चिराग पासवान ने अपने ट्वीट में इमोशनल पोस्ट लिखा, पापा, अब आप इस दुनिया में नहीं हैं. लेकिन, मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं.

लोक जनशक्ति पार्टी के 74 वर्षीय संरक्षक रामविलास पासवान का कुछ दिन पहले एक अस्पताल में हृदय का ऑपरेशन हुआ था. वह पांच दशक से अधिक समय से सक्रिय राजनीति में थे और देश के जाने-माने दलित नेताओं में से एक थे.

रामविलास पासवान उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्री थे. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन की खबर फैलते ही बिहार में शोक की लहर छा गयी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि रामविलास पासवान कड़ी मेहनत के बल पर राजनीति में ऊपर आये थे. आपातकाल के दौरान उन्होंने निरंकुशता और हमारे लोकतंत्र पर प्रहार का विरोध किया था.

रामविलास पासवान केंद्र में सात बार मंत्री रहे हैं. रामविलास पासवान सात बार केंद्र सरकार में में मंत्री बने, इनमें दो बार अटल बिहारी वाजपेयी और दो बार मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री रहे. 1989 से लेकर अब तक चंद्रशेखर और वीपी नरसिम्हा राव की सरकार को छोड़कर केंद्र में जिस दल की भी सरकार बनी, उसमें रामविलास पासवान मंत्री जरूर बने हैं. विश्वनाथ प्रताप सिंह, एचडी देवेगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, अटल बिहारी वाजपेयी, डॉ मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी सरकार में पासवान मंत्री रहे हैं.