सपा के एमएलसी एसआरएस यादव का कोरोना से निधन

132

समाजवादी पार्टी के मजबूत स्तम्भ एवं विधान परिषद सदस्य तथा समाजवादी पार्टी के बृहद संगठन के प्रणेता एस.आर.एस. यादव “बाबूजी” जी का मेडिकल कॉलेज लखनऊ में इलाज के दौरान आकस्मिक निधन हो गया। विधान परिषद सदस्य और समाजवादी पार्टी के कार्यालय प्रभारी एसआरएस यादव का निधन हो गया है। बीती रात एसजीपीजीआई में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे।कोरोना संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है, संक्रमण की चपेट में आने से कई कोरोना योद्धाओं की मौत हो चुकी है, जबकि कई नेताओं ने भी दम तोड़ दिया है।सहकारिता विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी श्रीराम सिंह यादव को समाजवादी पार्टी में एसआरएस के नाम से जाना जाता था 87 वर्षीय एसआरएस यादव को अधिकतर लोग बाबूजी कहते थे। 

मुलायम सिंह यादव की 1989 में बनी पहली सरकार में वह पंचम तल पर संयुक्त सचिव थे। सेवानिवृत्ति के बाद से ही वह सक्रिय रूप से समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए थे। लगभग 27 साल से वह समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय का कामकाज देख रहे थे। वर्ष 2016 में सपा ने उन्हें विधान परिषद में भेजा उनका कार्यकाल 5 जुलाई 2021 तक था। वह मनोनीत क्षेत्र से एमएलसी थे। उनके निधन पर समाजवादी पार्टी में शोक की लहर है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा के माननीय अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित जी ने सदस्य विधान परिषद एसआरएस यादव के निधन का संदेश जानकर गहरा दुख व्यक्त किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोऑपरेटिव से लेकर विधान परिषद् तक का सफर तय करने में उनकी कर्मठता सहनशीलता और कार्यकुशलता की वजह से ही लोगों में बाबूजी के रूप लोकप्रिय रहे। श्री दीक्षित ने ईश्वर से प्रार्थना की है कि वह दिवंगत आत्मा को चिर शांति हुआ शोकाकुल परिवार को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें ।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि एसआरएस यादव के कोरोना से निधन पर हम सभी स्तब्ध हैं। प्रदेश ने आज एक समर्पित समाजवादी खो दिया। उनको भावपूर्ण नमन व श्रद्धांजलि। गौरतलब है कि एसआरएस यादव समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी थे।