सरकार किसानों के हक पर डाल रही है डाका

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सरकार किसानों के हक पर डाका डाल रही है और तोहमत कांग्रेस पर लगा रही है। योगी जी बतायें सम्भल से दिल्ली जा रहे किसानों पर पचास-पचास लाख का जुर्माना और देशद्रोह का मुकदमा क्यों लिखा गया। सरकार की संवेदनाहीनता से स्पष्ट है कि उसकी भूमिका किसानों के प्रति नहीं बल्कि उद्योगपतियों के पक्ष में। सरकार बताये वह अभी और कितने किसानों की बलि लेना चाहती है।

डा0 उमा शंकर पाण्डेय

लखनऊ, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भारतीय जनता पार्टी की केंद्र व राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार किसानों के अधिकारों पर डाका डालकर उनके विरुद्ध गहरी साजिश कर रही है। आन्दोलनकारी दर्जनों अन्नदाताओं की कुर्बानियों के बाद भी जो सल्तनत अपने काले कानून को वापस लेने को तैयार नहीं है इससे समझा जा सकता है, कि उसकी सभी मानवीय संवेदनाएं मृत हो चुकी हैं।

भाजपा सरकार द्वारा लाये गये किसान विरोधी तीनों काले कानून न तो कृषि के लिए कल्याणकारी है और न ही किसानों के पक्ष में है बल्कि यह तीनों कृषि कानून चंद उद्योगपति मित्रों के हित में किसानों के हक पर डाका डालने के लिए लायी गयी है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसानों के प्रति संवेदनहीनता की सारी सीमाएं लांघकर लगातार उनके साथ क्रूर मजाक कर रही है। सरकार की हठधर्मिता और तानाशाहीपूर्ण रवैये के चलते बेहद ठंड में किसान खुले आसमान के नीचे धरना देने को विवश है। अनेक किसानों की दुःखद मौत व सन्त राम सिंह द्वारा किसान विरोधी काले कानून के विरूद्ध आत्महत्या के बाद भी उसकी आंखें नहीं खुलना यह स्पष्ट करता है कि तीनों कृषि कानून वापस न लेने के पीछे केन्द्र सरकार पर उद्योगपति मित्रों का बड़ा दबाव है।

अजय कुमार लल्लू ने पूछा है कि सरकार और कितने किसानों की बलि लेना चाहती है…..? वह किसानों का कितना उत्पीड़न करना चाहती है यह बताये……?

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह कितना क्रूर और निन्दनीय विषय है कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की पुलिस ने किसान आंदोलन में शामिल होने जा रहे सम्भल के 26 किसानों पर देशद्रोह का मुकदमा पंजीकृत कर उनको 50-50 लाख का जुर्माना भरने का नोटिस थमा दिया। जब यह नोटिस किसानों को प्राप्त हुआ और मीडिया में चर्चा हुई तो स्थानीय प्रशासन ने कहा कि 50 लाख नहीं मात्र 50 हजार का जुर्माना लगाया गया है, नोटिस में जुर्माना राशि भरने में चूक हुई है।

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कृषि कानूनों का विरोध वही लोग कर रहे हैं, जो किसानों के हक पर डकैती डालते थे. इसके साथ याद दिलाया, ‘पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि खेत से लेकर खलिहाल तक, बीज से लेकर बाजार तक चेन विकिसत करेंगे जो किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करेगी. इसी प्रक्रिया के तहत पीएम ने कानून बनाया है.

लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपने अधिकारों के लिये शांतिपूर्ण आंदोलन करना प्रत्येक भारतीय नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। सम्भल के किसान शांतिपूर्ण तरीके से बिना आवागमन बाधित किये दिल्ली कूच कर रहे थे उसके बाद भी उनको देशद्रोही बताकर मुकदमा लिखना व जुर्माना लगाने को क्या कहा जायेगा? इसके बावजूद मुख्यमंत्री जी लगातार कांग्रेस पर किसानों को लेकर गुमराह करने की बयानबाजी कर रहे हंै जो हास्यास्पद है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि निर्ममता व क्रूरता की सीमाएं लांघ रही योगी सरकार किसानों के प्रति दमनकारी रवैया अपनाकर आंदोलनकारियों के विरुद्ध जो उत्पीड़नात्मक कार्यवाही कर रही है उसकी कांग्रेस निंदा करती है और सम्भल के किसानों पर दर्ज कराए गए मुकदमों व जुर्माने की नोटिस वापस लेने की मांग करती है।