भाजपा बैठक पर अखिलेश का तंज

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 पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आलाकमान द्वारा राज्य के सभी सांसदों को बैठक के लिए दिल्ली बुलाए जाने पर तंज किया है। अखिलेश ने बुधवार को ट्वीट किया कि भाजपा आज अपने उत्तर प्रदेश के सांसदों से राज्य की दुर्दशा और दुर्गति का हाल दिल्ली बुलाकर पूछ रही है, इससे पता चलता है कि दिल्ली तथा लखनऊ में कितनी दूरी है।अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि ‘भाजपा आज अपने उत्तर प्रदेश के सांसदों से यूपी की दुर्दशा व दुर्गति का हाल दिल्ली बुलाकर पूछ रही है, इससे पता चलता है कि दिल्ली तथा लखनऊ में कितनी दूरी है। भाजपा चाहे कितनी भी बैठकें कर ले पर अब जनता इन्हें उठाकर और हटाकर ही दम लेगी। आकलन बाद में और (झूठी) तारीफ पहले, वाह रे भाजपा!’भाजपा आज अपने उप्र के सांसदों से यूपी की दुर्दशा व दुर्गति का हाल दिल्ली बुलाकर पूछ रही है, इससे पता चलता है कि दिल्ली तथा लखनऊ में कितनी दूरी है।भाजपा चाहे कितनी भी बैठकें कर ले पर अब जनता इन्हें उठाकर और हटाकर ही दम लेगी।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में लोगों की जान की कोई कीमत नहीं है। सरकारी निकम्मेपन की वजह से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बद-से-बदतर होती जा रही है। कोरोना संक्रमण से हुई मौत का कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए बतौर रक्षा कवच प्रचारित टीकाकरण अभियान सुस्त पड़ गया है। अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था चरमराई हुई है। एंबुलेंस सेवा के कर्मचारी हड़ताल पर हैं, मरीजों की जान खतरे में है।अखिलेश यादव ने कहा कि सरकारी कृपा से एंबुलेंस सेवा को संचालित करने वाली पहली एजेंसी से काम छीनकर अब इसका संचालन दूसरी एजेंसी को सौंप दिया गया है। दूसरी कंपनी अपनी मनमानी शर्तों पर इस सेवा को चलाना चाहती है। हड़ताल के कारण तीमारदार मरीजों को ट्रैक्टर, रिक्शे और गोद में लेकर अस्पताल पहुंचे रहे हैं। वहीं, 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण न देकर पिछड़ों, दलितों का रोजगार सरकार ने छीन लिया है।