मण्डलायुक्त ने की विकास परियोजनाओं एवं निर्माण कार्यो की समीक्षा

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अयोध्या। आयुक्त सभागार में मण्डलायुक्त नवदीप रिणवा की अध्यक्षता में अयोध्या धाम व उसके आसपास चल रही विकास परियोजनाओं, निर्माण कार्यो की समीक्षा जिलाधिकारी नितीश कुमार एवं मुख्य विकास अधिकारी अनिता यादव, परियोजना निदेशक आर0पी0 सिंह की उपस्थिति में की गयी। समाचार लिखे जाने तक सभी विकास परियोजनाओं की बिन्दुवार समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान मण्डलायुक्त ने सभी अधिकारियों से कहा कि बैठक में पूरी तैयारी से आये। आधी अधूरी जानकारी लेकर न आयें, बुकलेट में जो प्रारूप है उनके सभी बिन्दुओं को अपनी देखरेख में भरायें। गलत आकड़े न फीड हो इसके लिए आवश्यक है कि इन आकड़ों का विधिवत मिलान के पश्चात ही उस पर हस्ताक्षर करें। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि कल सुबह उनके द्वारा अयोध्या परिक्षेत्र का भ्रमण किया गया। इस दौरान सुलभ शौचालय का निरीक्षण भी किया गया। निरीक्षण के दौरान सुलभ शौचालय में पर्याप्त साफ सफाई न मिलने पर बैठक में उपस्थित अपर नगर आयुक्त के समक्ष नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि दूसरे सुलभ शौचालय में एक व्यक्ति का परिवार रह रहा था और वहां पर सुलभ शौचालय का संचालन होता नही पाया गया। यह स्थिति तब है जब मुख्यमंत्री जी एवं मेरे द्वारा बैठक में स्पष्ट निर्देश दिये जा चुके है।

अपर नगर आयुक्त ने नगर निगम द्वारा संचालित विभिन्न कार्यो का व्यौरा प्रस्तुत किया। समीक्षा के दौरान कान्हा गौशाला के निर्माण जिसकी लागत 8 करोड़ 52 लाख 57 हजार रूपये है, का निर्माण शीघ्र पूरा करें। पंडित दीन दयाल उपाध्याय योजना अन्तर्गत अयोध्या के 33 पार्को का 6 करोड़ 12 लाख की लागत से कायाकल्प किया जाना है। इस प्रोजेक्ट के तहत 5 करोड़ का ऋण नगर निगम को स्वीकृत किया गया है जिसके सापेक्ष 50 लाख रूपये अवमुक्त किया जा चुका है। मण्डलायुक्त ने आगे बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर निगम को 8 करोड़ 26 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत है। उन्होंने सफाई हेतु क्रय किये जाने वाले इंस्टू्रूमेंट के टेण्डर प्रक्रिया 15 से 20 दिन पूरा कर अप्रैल के अन्त तक प्रत्येक दशा में इंस्टू्रूमेंट क्रय कर लिया जाय और 30 अप्रैल तक उसका संचालन भी शुरू करायें जो भी इंस्टू्रूमेंट क्रय किया जाय उसे जेएम पोर्टल से क्रय किया जाय। बैठक में नगर निगम के अधिकारी ने बताया कि डोर टू डोर कूड़े का कलेक्शन कराया जा रहा है जिन वार्डो में अभी कूड़ा कलेक्शन का कार्य नही हो पा रहा है उनमें भी शीघ्र कराया जायेगा। इस पर मण्डलायुक्त ने कहा कि उन वार्डो का नाम की सूची उपलब्ध करायें। मैं और मेरे अधीनस्थ अधिकारी इन वार्डो से फीडबैक प्राप्त करेंगे। मण्डलायुक्त ने बताया कि परिक्रमा मार्ग पर अफीम कोठी के पीछे सीता झील के निर्माण हेतु वैज्ञानिक तरीके से विरासती कचड़े का पुर्नग्रहण हेतु शासन द्वारा नगर निगम को 3 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गयी है। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि यह कार्य 30 अप्रैल तक समाप्त होना था परन्तु कचड़े भूमि के ज्यादा नीचे तक है अतः इसमें 15 दिन का समय और लग सकता है।

नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि ऐनीमल बर्थ कन्ट्रोल हेतु शासन द्वारा नगर निगम को 3 करोड़ 20 लाख के लागत से सापेक्ष 1 करोड़ 60 लाख अवमुक्त किया जा चुका है। 30 जून तक निर्माण कार्य पूर्ण हो जायेगा तत्पश्चात ऐनीमल बर्थ कन्ट्रोल का कार्य तत्काल प्रारम्भ कर दिया जायेगा। बैठक के दौरान बताया गया कि 5 कच्चे नाले के निर्माण हेतु 2 करोड़ 50 लाख रूपये से आरसीसी नाला बनाया जायेगा। राजस्व ग्राम कुसमाहा में स्थित अष्टभुजी माता जी के मंदिर के सामने स्थित तालाब का सौन्दर्यीकरण हेतु शासन द्वारा 50 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है। सम्बंधित कार्यदायी एजेंसी द्वारा बताया गया कि इस कार्य को सितम्बर के पहले पूर्ण करा लिया जायेगा। नगर निगम अयोध्या सीवरेज योजना डिस्टिक वन पार्ट-1 का कार्य अगस्त 2023 तक पूरा हो जायेगा, जिसकी कुल लागत 243 करोड़ 84 लाख 54 हजार रूपये है। बैठक में फैजाबाद नगर की इंटर सेप्सन एण्ड डायवर्जन योजना हेतु स्वीकृत 221 करोड़ 65 लाख 76 हजार के करोड़ की लागत की परियोजना पर विस्तार से चर्चा की गयी। नगर निगम अयोध्या पेयजल योजना फेज-3 की लागत 54 करोड़ 56 लाख 62 हजार बतायी गयी है।

पवित्र सरयू नदी में अयोध्या के 5, अयोध्या कैंट शहर के 15 तथा कैंट के 1 नाले का पानी गिरता था बायो रेमोडिएशन विधि द्वारा अयोध्या धाम के 5 नाले पूर्व में ही टैप हो चुके है जबकि अयोध्या कैंट शहर के 15 नालों पर यह कार्य प्रगति पर है, जिसे आयुक्त महोदय ने शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। आयुक्त महोदय ने कैंट क्षेत्र के एक नाले के विषय में जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि उक्त प्रक्रिया के तहत कराये जाने वाले कार्य हेतु भूमि व्यवस्था के लिए नगर विकास कैंट के अधिकारियों को बुलाकर भूमि उपलब्ध कराने हेतु वार्ता करें ताकि कैंट का जो नाला है उसका भी निराकरण किया जा सकें। अयोध्या नगर के अवशेष उपरिगामी विद्युत तारों को भूमिगत करने के कार्य हेतु 240 करोड़ की धनराशि शासन द्वारा स्वीकृत है जिसके सापेक्ष 179 करोड़ 60 लाख रूपये की धनराशि शासन द्वारा अवमुक्त की जा चुकी है। टेढ़ीबाजार के समीप जिला पंचायत के निष्प्रयोज्य अतिगृह परिसर भूखण्ड पर पार्किंग सुविधा निर्माण हेतु 24.5 करोड़ शासन द्वारा स्वीकृत है जिसके सापेक्ष एक करोड़ रूपये की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। इसी प्रकार अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा संचालित कौशलेश कुंज योजना पार्किंग सुविधा 4 करोड़ 66 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है जिसके सापेक्ष 1 करोड़ रूपये की धनराशि अवमुक्त कर ली गयी है।

अयोध्या मार्ग स्थित जलकल अमानीगंज के सामने स्थित भूमि पर पार्किंग सुविधा के लिए शासन द्वारा 12 करोड़ 68 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत करते हुये अब तक दो करोड़ की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। टेढ़ीबाजार चैराहे के पास पब्लिक एमिनिरीज एवं पार्किंग तथा जनसुविधा का विकास शापिंग काम्प्लेक्स हेतु 30 करोड़ 79 लाख की लागत के सापेक्ष एक करोड़ रूपये की धनराशि शासन द्वारा अवमुक्त की गयी है। उपरोक्त के अतिरिक्त मुख्यमंत्री जी के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्यो में शामिल मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रगति की समीक्षा भी गयी और इस कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये गये। बैठक के दौरान अयोध्या धाम व उसके आसपास के क्षेत्र के विकास के लिए चल रही परियोजनाओं की समीक्षा उनके विभागीय अधिकारी एवं सम्बंधित कार्यदायी संस्था के साथ मण्डलायुक्त श्री नवदीप रिणवा एवं जिलाधिकारी नितीश कुमार ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनिता यादव, परियोजना निदेशक आर0पी0 सिंह सहित सभी विभागों के अधिकारी, कार्यदायी संस्था के प्रबन्धक आदि उपस्थित थे।