अध्यात्म के साथ देशभक्ति का डबल डोज

242
अध्यात्म के साथ देशभक्ति का डबल डोज
अध्यात्म के साथ देशभक्ति का डबल डोज

अध्यात्म के साथ देशभक्ति का डबल डोज

अध्यात्म के साथ देशभक्ति का मिला डबल डोज। यूपीजीआईएस की सांस्कृतिक संध्या में क्लासिकल म्यूज़िक के साथ ही फ्यूजन ने जीता दिल। सांस्कृतिक संध्या के बाद हुए दरों शो ने दिखाई विकसित होते यूपी की झलक।
 
लखनऊ। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन शनिवार को भी सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। राजधानी लखनऊ के मुख्य हाल ‘वाल्मीकि’ में उत्तर प्रदेश के कलाकारों ने आध्यात्मिक और भक्तिपूर्ण प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया तो वहीं राजस्थान जयपुर के सूफी बैंड ने देशभक्ति का संचार किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, स्वतंत्र प्रभार रवींद्र जायसवाल, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र और प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम उपस्थित रहे


शास्त्रीय संगीत ने बांधा समां


सभी सत्रों की समाप्ति के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। सबसे पहले शिव पर आधारित शास्त्रीय संगीत पर सामूहिक पारम्परिक कथक नृत्य के माध्यम से लोगों को आध्यात्मिक अनुभूति कराई गई। इन्हीं कलाकारों ने ब्रज की होली (कन्हैया आज खेलें होरी…) की भी मधुर प्रस्तुति दी, जिसे देखकर लोग आनंदित हो उठे।

READ MORE – GIS-UP ने देश को दिखाई है राह-सिंधिया
 
राम की भक्ति में डूबे दर्शक


इसके बाद झांसी के राधा प्रजापति के समूह ने राई नृत्य की प्रस्तुति दी। इस ग्रुप ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से गौ रस निकालती गोपालन की मस्ती को प्रकट किया। ओरछा विराजे राजा राम…पर ग्रुप की इस प्रस्तुति ने समां बांध दिया। इसके बाद, पंख एक पहल के सदस्यों ने भगवान राम के पूरे जीवन को एक श्लोक में समेटते हुए नृत्य की प्रस्तुति की तो पूरा माहौल राममय हो गया। इसके बाद डॉ रश्मि ने शास्त्रीय गायन विधा में रागमधुवंती से मंत्र मुग्ध कर दिया।
 
देशभक्ति की भी बही बयार


अध्यात्म और भक्ति के साथ साथ देश भक्ति की भी बयार बही। राजस्थान जयपुर से आए सूफी बैंड ‘रागधानी बैंड’ ने पहले मां तुझे सलाम पर प्रस्तुति देकर लोगों को झूमने ओर मजबूर कर दिया। इसके बाद सूफी गाने पर भी परफॉर्मेंस देखने को मिली। इसके बाद दूसरे दिन भी ड्रोन शो का आयोजन किया गया। एक बार फिर विभिन्न मनमोहक आकृतियों से प्रदेश को तरक्की की राह पर जाते हुए प्रदर्शित किया गया।

अध्यात्म के साथ देशभक्ति का डबल डोज