चुनाव मतलब प्रदेश को लूटना

89

हिमांशु दुबे

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने विधानसभा चुनावों की घोषणा का स्वागत करते हुए देवतुल्य कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि चुनाव के इस शंखनाद के साथ हमें पूर्ण समर्पण भाव से उत्तर प्रदेश में पुनः कमल खिलाने के लिए रात-दिन परिश्रम करना है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप जैसे कर्मठ और लगनशील कार्यकर्ताओं के परिश्रम और जनता जनार्दन के आशीर्वाद से भाजपा पुनः 300$ सीट जीतेगी।


उन्होंने जनता जनार्दन से अपील करते हुए कहा कि वह लोकतंत्र के इस महापर्व में पूरे उत्साह के साथ प्रतिभाग करंे। आपकी सहभागिता हमारे देश के लोकतंत्र की ताकत है। लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन होती है। दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी होने के नाते भाजपा को इसका बखूबी अहसास है। साथ ही जनता के निर्णय पर पूरा भरोसा भी। भाजपा के लिए देश, देश की जनता की खुशहाली सर्वाेपरि रही है और रहेगी भी। इसी को केंद्र में रखकर डबल इंजन मोदी-योगी की सरकार ने सारी योजनाएं बनाईं, उनपर पूरी ईमानदारी एवं पारदर्शिता से अमल भी किया। हमने जो कहा उसे पूरा करके दिखाया है। 


अपने आवास पर पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, 2022 का विधानसभा चुनाव कामदारों और नामदारों के बीच होना है। भाजपा कामदारों की पार्टी है, जिसने गांव, गरीब, किसान, युवा, महिला, श्रमिक, वंचित, पिछड़े और दलितों का कल्याण करने के लिए अनथक परिश्रम किया है। नामदार वे हैं जिनके लिए परिवार ही पार्टी है, उसके विकास के लिए जिन्होंने प्रदेश के संसाधनों की लूट की, उसे भ्रष्टाचार के दलदल में डुबोया, दंगे-फसाद कराकर बहन-बेटियों और प्रदेशवासियों को असुरक्षा और डर के माहौल में जीवन जीने को मजबूर किया। माफ़ियावादी संस्कृति का पोषण किया। इन नामदारों के चेहरे बेनकाब हो चुके हैं। 


उन्होंने कहा कि, झूठे वादे करना और झूठे आरोप लगाना समाजवादी पार्टी का चरित्र है, इनकी यही सबसे बड़ी उपलब्धि है। भर्तियों में भ्रष्टाचार ही जिनकी पहचान रही हो, उनसे न्याय की उम्मीद बेमानी है। चाचा-भतीजे और उनके लोग किस तरह से झोला लेकर घूमते थे और लाखों युवाओं की उम्मीदों पर कुठाराघात करते थे। यह किसी से छिपा नहीं है कि एक भर्ती घोटाले में खुद चच्चाजान भी आरोपी हैं। इनके इत्र वाले मित्र के कारनामें जनता देख चुकी है। कैसे जनता की गाढ़ी कमाई इनकी दीवारों और फर्शों से निकल रही थी। अखिलेश जी आप इन्हें पहचानने से भले ही इनकार कर दें, लेकिन प्रदेश की जनता उनकी करतूतें जान चुकी है। कल तक वे आयोग से छापे रोकने के लिए कह रहे थे। वह खुद बहुत विचलित और व्याकुल हो गए हैं। वह कुछ भी कर लें गरीबों के हक की लूट का दाग इनके दामन से जाने वाला नहीं है। 


   2017 के बाद यूपी में विकास की गाड़ी डबल इंजन से लैस हो गई और वह प्रदेश की जनता के कल्याण के लिए लगातार दौड़ रही है। हमने प्रदेश को जंगलराज से पूरी तरह से मुक्ति दिलाई। आज विकास के हर पैमाने पर 70 साल और 5 साल के बीच का फर्क साफ है। जनता भी कामदारों और नामदारों के बीच फर्क को पूरी स्पष्टता से साफ कर चुकी है। हम चुनाव में सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के ध्येय को लेकर जनता के बीच फिर से जा रहे हैं। हमें भरोसा है कि फिर एक बार जनता जनार्दन का आशीर्वाद हमपर कायम रहने वाला है। हम अपने परिश्रमी कार्यकर्ताओं की मेहनत और जनता के व्यापक समर्थन से 300 प्लस सीटों के साथ दोबारा 25 करोड़ जनता की सेवा के लिए कल्याणकारी सरकार बनाएंगे। 


सपा के नारे पर उन्होंने कहा कि जनता अखिलेश को खुद ही आने नहीं देगी, 10 मार्च को सपा, बसपा और कांग्रेस सभी परास्त होने वाले हैं। जनता जानती है कि सपा का मतलब प्रदेश को लूटना, भ्रष्टाचार, गुण्डाराज, दंगाराज की वापसी है। वे तो केवल राम मंदिर, विश्वनाथधाम, विंध्यधाम का काम रोकने का मंसूबा पाले हुए हैं। वे आजम, अतीक और मुख्तार को छुड़ाने की प्लानिंग कर रहे हैं। इसलिए जनता मन बना चुकी है अबकी बार इनकी परमानेंट विदाई करने जा रही है। उन्होंने जोड़ा कि, अखिलेश यादव जी ने हार कबूल कर ली है, वे खुद ही कह रहे हैं कि वे बीजेपी के सामने नहीं टिक पाएंगे। उनके इत्र वाले मित्र के खेल का खुलासा हो चुका है।