सरकार ने ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ के लिए पूरे प्रदेश में ‘अर्ली एण्ड एग्रेसिव’ कैंपेन संचालित की: मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री का जनपद गौतमबुद्धनगर भ्रमण.कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार के लिए जनपद में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की.कोविड केयर सेण्टर, सेक्टर-45 नोएडा पहुंचकर वहां भर्ती मरीजों से उनका हालचाल जाना तथा उपलब्ध करायी जा रही उपचार
सुविधाओं के सम्बन्ध में सीधी जानकारी प्राप्त की.मुख्यमंत्री ने ग्राम छपरौली के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया.होम आइसोलेशन में रह रहे एक मरीज से भेंट कर, उनके.स्वास्थ्य लाभ की जानकारी प्राप्त की तथा स्वास्थ्य विभाग.द्वारा दी जा रही सुविधाओं के सम्बन्ध में फीडबैक लिया.मुख्यमंत्री ने मीडिया प्रतिनिधियों के लिए नोएडा में संचालित वैक्सीनेशन सेण्टर का निरीक्षण किया.कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने तथा प्रोटोकाॅल के अनुरूप रोगियों का उपचार सम्भव कराने के लिए प्रभावी कार्यवाही जारी रखें.कोरोना की टेस्टिंग को पूरी क्षमता से संचालित करें.महिलाओं एवं बच्चों के लिए जनपद में अलग चिकित्सालय की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश राज्य सरकार ने ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ के लिए पूरे प्रदेश में ‘अर्ली एण्ड एग्रेसिव’ कैंपेन संचालित की, संक्रमण की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रभावी प्रयासों के परिणामस्वरूप एक्टिव केस की संख्या घटकर 1,63,000 रह गयी.प्रदेश में अब तक 1.5 करोड़ वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं.कल 17 मई, 2021 से सभी मण्डल मुख्यालयों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन प्रारम्भ किया जाएगा.ग्रामीण इलाकों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए व्यापक रणनीति बनाकर लागू की गई.‘102’ नंबर की 2200 एम्बुलेंस महिलाओं और बच्चों को इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए डेडीकेट की गई.सभी जनपदों तथा मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आई0सी0यू0 (पीकू) की स्थापना कार्य को आगे बढ़ाने के निर्देश.पूर्वी उ0प्र0 के इंसेफलाइटिस से सर्वाधिक प्रभावित जनपदों में पीकू की व्यवस्था पहले से है.ब्लैक फंगस के उपचार की व्यवस्था हर जनपद में हो सके,इसके लिए राज्य सरकार पूरी तत्परता से कार्य कर रही.जनपद गौतमबुद्धनगर में 03 नए ऑक्सीजन संयंत्र स्वीकृत.प्रदेश में ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा.


लखनऊ- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गौतमबुद्धनगर का भ्रमण कर वहां कोविड प्रबन्धन कार्यों की समीक्षा की तथा वैक्सीनेशन कार्यक्रम, मेडिकल किट वितरण तथा मरीजों को उपलब्ध कराए जा रहे उपचार की सीधी जानकारी प्राप्त करने के लिए स्थलीय निरीक्षण किया।मुख्यमंत्री जी ने नोएडा के सेक्टर-16ए स्थित एन0टी0पी0सी0 सभागार में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ आहूत एक बैठक में कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार के लिए जनपद में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने तथा प्रोटोकाॅल के अनुरूप रोगियों का उपचार सम्भव कराने के लिए प्रभावी कार्यवाही जारी रखें। कोविड चिकित्सालयों में वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा नियमित राउण्ड लिया जाए, पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा मरीजों की गहन माॅनीटरिंग की जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि कोविड बेड की संख्या बढ़ाने के लिए लगातार कार्यवाही की जाए। कोरोना की टेस्टिंग को पूरी क्षमता से संचालित किया जाए। काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग को और प्रभावी किया जाए। उन्होंने कोविड टीकाकरण की कार्यवाही को सुचारु ढंग से सम्पादित करने के निर्देश भी दिए। निर्धारित शुल्क से अधिक धनराशि लेने वाले निजी अस्पतालों एवं निजी टेस्टिंग लैब के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नाॅन कोविड मरीजों के लिए डेडीकेटेड चिकित्सालय संचालित किया जाए। चिकित्सकों के द्वारा टेलीकंसल्टेंसी के माध्यम से सामान्य बीमारियों के सम्बन्ध में लोगों को मेडिकल परामर्श प्रदान किया जाए। उन्होंने महिलाओं एवं बच्चों के लिए जनपद में अलग चिकित्सालय की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गांवों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए प्रदेशव्यापी विशेष स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग अभियान संचालित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निगरानी समितियों को और अधिक सक्रिय करते हुए लक्षणयुक्त एवं संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध लोगों को चिन्ह्ति किया जाए। ऐसे व्यक्तियों को मेडिकल किट उपलब्ध कराने के साथ-साथ आर0आर0टी0 द्वारा इनका एण्टीजेन टेस्ट किया जाए।
बैठक से पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने मीडिया प्रतिनिधियों के लिए नोएडा के सेक्टर-6 स्थित इन्दिरा गांधी कला केन्द्र में संचालित वैक्सीनेशन सेण्टर का निरीक्षण किया। उन्होंने वैक्सीनेशन कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक के पश्चात मुख्यमंत्री जी ने कोविड केयर सेण्टर, सेक्टर-45 नोएडा पहुंचकर वहां भर्ती मरीजों से उनका हालचाल जाना तथा उपलब्ध करायी जा रही उपचार सुविधाओं के सम्बन्ध में सीधी जानकारी प्राप्त की।


मुख्यमंत्री ने ग्राम छपरौली के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम छपरौली में होम आइसोलेशन में रह रहे एक मरीज से भेंट कर, उनके स्वास्थ्य लाभ की जानकारी प्राप्त की तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही सुविधाओं के सम्बन्ध में फीडबैक लिया।
मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ के लिए पूरे प्रदेश में ‘अर्ली एण्ड एग्रेसिव’ कैंपेन संचालित की। 30 अप्रैल को राज्य में संक्रमण के सर्वाधिक 3,10,000 एक्टिव मामले थे। संक्रमण की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रभावी प्रयासों के परिणामस्वरूप एक्टिव केस की संख्या घटकर 1,63,000 रह गयी है। उन्होंने कहा कि जनपद गौतमबुद्धनगर में विगत 27 अप्रैल को 10,000 से अधिक कोरोना पॉजिटिव के मामले आए थे। आज यहां 400 से भी कम कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना की पहली वेव में प्रदेश में एक दिन में कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक 7,200 मामले सामने आए थे। पहली वेव में सर्वाधिक एक्टिव मामलों की संख्या 67,000 थी। 02 मार्च, 2020 को प्रदेश में कोरोना संक्रमण का पहला मामला प्रकाश में आया था। उस समय राज्य में कोरोना वायरस की टेस्टिंग की कोई सुविधा नहीं थी। आइसोलेशन बेड की व्यवस्था भी नहीं थी। वर्तमान में केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य में प्रतिदिन 2.5 लाख से 03 लाख टेस्ट किये जा रहे हैं। प्रदेश के अब तक लगभग 4.5 करोड़ टेस्ट संपन्न हो चुके हैं। राज्य में कोरोना वायरस उपचार हेतु लेवल-2 तथा लेवल-3 के लगभग 80,000 बेड उपलब्ध हैं।


प्रदेश में वैक्सीनेशन की कार्रवाई युद्धस्तर पर संचालित की जा रही है। केन्द्र सरकार द्वारा 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों के कोरोना वैक्सीनेशन हेतु निःशुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराई जा रही है। प्रदेश में अब तक 1.5 करोड़ वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं। 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के कोरोना वैक्सीनेशन हेतु 2,500 वैक्सीनेशन सेण्टर पर वैक्सीनेशन की कार्रवाई संचालित की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं के निःशुल्क वैक्सीनेशन हेतु कार्यवाही कर रही है। 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं के वैक्सीनेशन के लिए पहले चरण में 1 मई, 2021 से वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है। पहले चरण में 07 जनपदों, जहां पर एक्टिव मामलों की संख्या सर्वाधिक थी तथा पॉजिटिविटी रेट भी अधिक था, वहां युवाओं का वैक्सीनेशन प्रारम्भ किया गया। दूसरे चरण में प्रदेश के सभी नगर निगमों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग का वैक्सीनेशन प्रारम्भ किया गया। तृतीय चरण में कल 17 मई, 2021 से सभी मण्डल मुख्यालयों में इस आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन प्रारम्भ किया जाएगा। इस प्रकार कल से 23 जनपदों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं का वैक्सीनेशन प्रारम्भ हो जाएगा।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए व्यापक रणनीति बनाकर लागू की गई है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में पहले से ही निगरानी समिति गठित है। प्रदेश के 97 हजार राजस्व गांव को केन्द्र बनाकर निगरानी समितियों द्वारा स्क्रीनिंग का कार्य किया जा रहा है। यह निगरानी समितियां लक्षणयुक्त तथा संदिग्ध संक्रमित को मेडिकल किट भी उपलब्ध कराती हैं। निगरानी समितियों द्वारा मेडिकल किट प्राप्त कराने के साथ ही, लक्षणयुक्त तथा संदिग्ध संक्रमित व्यक्तियों की सूची भी तैयार की जाती है। यह सूची जनपद स्तर पर इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर में उपलब्ध कराई जाती है।मुख्यमंत्री ने कहा कि इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर से रैपिड रिस्पांस टीम जाकर लक्षणयुक्त व संदिग्ध संक्रमित व्यक्तियों का एण्टीजेन टेस्ट करती है। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर संक्रमित व्यक्ति के घर में अलग कमरा व शौचालय उपलब्ध होने पर उसे होम आइसोलेशन में रखा जाता है। अन्यथा उसकी स्वास्थ्य की स्थिति के अनुसार उसे क्वारण्टीन सेण्टर अथवा अस्पताल भेजा जाता है। इसके लिए 1500 डेडीकेटेड एम्बुलेंस तैनात की गई है। प्रदेश में 350 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस भी उपलब्ध है, इनका उपयोग भी इन कार्यों में किया जा रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया में विशेषज्ञों द्वारा कोरोना के तृतीय चरण के सम्बन्ध में आंकलन प्रस्तुत किया गया है। कोरोना के तृतीय चरण पर राज्य में प्रभावी अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने अभी से अपनी कार्य योजना बनानी प्रारम्भ कर दी है। हर जनपद के प्रशासन को महिलाओं और बच्चों के लिए अभी से डेडीकेटेड अस्पताल तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। ‘102’ नंबर की 2200 एम्बुलेंस महिलाओं और बच्चों को इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए डेडीकेट की गई है। विशेषज्ञों के आंकलन को ध्यान में रखते हुए सभी जनपदों तथा मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आई0सी0यू0 (पीकू) की स्थापना कार्य को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश ने इंसेफेलाइटिस के खिलाफ लम्बा संघर्ष किया है। वर्ष 2017 से वर्ष 2020 की अवधि में प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से होने वाली मृत्यु की दर को 95 प्रतिशत तक नियंत्रित करने में सफलता मिली है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के इंसेफलाइटिस से सर्वाधिक प्रभावित जनपदों में पीकू की व्यवस्था पहले से है। इन जनपदों में पीडियाट्रिशियन, फिजीशियन, पैरामेडिक्स, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकत्री आदि की नियमित ट्रेनिंग भी चलती है। के0जी0एम0यू0 को भी इस कार्यक्रम के साथ जोड़ा गया है।


कोविड संक्रमित मरीजों की पोस्ट कोविड अवस्था में ब्लैक फंगस संक्रमण की समस्या देखने में आ रही है। ब्लैक फंगस के उपचार की व्यवस्था हर जनपद में हो सके, इसके लिए राज्य सरकार पूरी तत्परता से कार्य कर रही है। कल 15 मई, 2021 को राज्य सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में एक एडवाइजरी जारी की गई है।कल ही सभी जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, सभी जिला चिकित्सालयों, मेडिकल कॉलेजों के फिजीशियन और विशेषज्ञों के साथ ब्लैक फंगस के सम्बन्ध में ट्रेनिंग का एक वर्चुअल कार्यक्रम भी सम्पन्न किया गया है, जिससे कोरोना संक्रमित मरीजों का पोस्ट कोविड में ब्लैक फंगस से बचाव एवं उपचार सम्भव हो सके। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के सम्बन्ध में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम भी संचालित किया जाना चाहिए। इसके अन्तर्गत ब्लैक फंगस के कारणों जैसे स्टेरॉयड का अत्यधिक सेवन, अनियंत्रित डायबिटीज, समय पर टेस्ट कराने आदि के सम्बन्ध में बताया जाना चाहिए। इस सम्बन्ध में एक एडवाइजरी भी जारी की जा चुकी है।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गौतमबुद्धनगर सहित सभी जनपदों में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। ऑक्सीजन की उपलब्धता बनाए रखने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस तथा एयर फोर्स के विमानों से प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि जनपद गौतमबुद्धनगर में 03 नए ऑक्सीजन संयंत्र स्वीकृत हुए हैं। इन संयंत्रों की स्थापना जनपद को ऑक्सीजन के सम्बन्ध में आत्मनिर्भरता की ओर ले जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।


मुख्यमंत्री जी ने सभी से अपील की कि कोरोना महामारी को सामान्य फ्लू न समझे। इस सम्बन्ध में पूरी सतर्कता बरतें। उन्होंने कहा कि हाई रिस्क कैटेगरी के लोग जैसे 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग, 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे, गर्भवती महिलाएं, एक से अधिक बीमारियों से ग्रस्त लोग आदि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए घर से बाहर न निकलें तथा घर में भी मास्क का प्रयोग करें। अन्य लोग अत्यन्त आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें।

घर से बाहर निकलने पर मास्क अवश्य लगाएं। 02 गज की दूरी के नियम का पूरी तरह से पालन करें। सामूहिक रूप से प्रयास करके हम कोरोना के विरुद्ध लड़ाई को जीतने तथा प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षित रखने में सफल होंगे।कार्यक्रम के दौरान अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल, कोविड-19 के नोडल अधिकारी नरेन्द्र भूषण, पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी नोएडा सुश्री रितु माहेश्वरी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी यमुना विकास प्राधिकरण डाॅ0 अरुणवीर सिंह, जिलाधिकारी श्री सुहास एल0वाई0 एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।