विकास के साथ जुड़ रहा जम्मू-कश्मीर-अमित शाह

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विकास के साथ जुड़ रहा जम्मू-कश्मीर-अमित शाह
विकास के साथ जुड़ रहा जम्मू-कश्मीर-अमित शाह

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज श्रीनगर में लगभग 586 करोड़ रूपए की लागत वाली 84 विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में एक लोकाभिमुख शासन को पिछले 5 सालों में जमीन पर उतारने का काम हुआ है। आज यहां लगभग 586 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन हुआ है जिनसे लगभग 22 लाख लोगों को किसी ना किसी प्रकार से फायदा होगा और उनकी रोजमर्रा की जिंदगी आसान बनेगी। पिछली सरकारों के शासन के दौरान यहां लोकतंत्र सिर्फ 80-85 लोगों तक सीमित था और 3 परिवार लोकतंत्र पर कब्ज़ा करके बैठे थे, ये पंचायत चुनाव नही होने देते थे, पंच-सरपंच नहीं बनने देते थे और तहसील और जिला पंचायत नहीं बनने देते थे। विकास के साथ जुड़ रहा जम्मू-कश्मीर-अमित शाह

ब्यूरो निष्पक्ष दस्तक

दिल्ली। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज श्रीनगर में लगभग 586 करोड़ रूपए की लागत वाली 84 विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू और कश्मीर की विकास यात्रा में आज एक नया मुकाम हासिल हुआ है। उन्होंने कहा कि आज यहां लगभग 586 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन हुआ है जिनसे लगभग 22 लाख लोगों को किसी ना किसी प्रकार से फायदा होगा औऱ उनकी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी आसान बनेगी। श्री शाह ने कहा कि जब एक घर में शुद्ध पीने का पानी पहुंचता है तो उससे ना सिर्फ घर की महिला की दूर से पानी लाने की दिक्कत दूर होती है बल्कि पूरे परिवार के स्वास्थ्य में भी गुणात्मक सुधार होता है। इसी प्रकार, देश के बाकी हिस्सों की तरह आधुनिक शिक्षा से घाटी के बच्चे महरूम ना हों, इसके लिए 100 स्कूलों का आधुनिकीकरण हो रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू और कश्मीर की जनता के लिए आमूलचूल परिवर्तन कर जम्मू और कश्मीर, विशेषकर घाटी को, खुशहाल जीवन जीने का अधिकार देने का फैसला किया। अमित शाह ने कहा कि पूरे जम्मू और कश्मीर में किसी भी नागरिक के 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य का खर्चा मोदी सरकार उठा रही है। उन्होंने कहा कि देशभर में ये योजना सिर्फ गरीबों के लिए लागू हुई है और जम्मू और कश्मीर के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के साथ सेहत को भी जोड़ कर यहां के हर नागरिक को कवर किया है। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में एक लोकाभिमुख शासन को पिछले 5 सालों में ज़मीन पर उतारने का काम मोदी जी के नेतृत्व में हुआ है।

विकास के साथ जुड़ रहा जम्मू-कश्मीर-अमित शाह

मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में पंचायतीराज को जमीन पर उतार कर लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने का काम किया है। अगर आप शासन करने और सत्ता को भोगने के लिए आते हैं तो परिवर्तन नहीं होता है। मगर आप जनता के सुख-दुख और उनकी प्रगति के साथ मन से जुड़े हुए होते हैं तभी परिवर्तन होते हैं। मोदी जी के मन में लोकतंत्र के प्रति लगाव है और इसी लगाव के कारण यहां परिवर्तन आया है। अब जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी और पड़ोसी देश के आह्वान पर बंद की घटनाएँ विलुप्त होती जा रही हैं और आतंकी घटनाओं पर बहुत नियंत्रण आया है। आज यहां स्कूल, कॉलेज, उद्योग चल रहे हैं, 1 करोड़ 88 लाख पर्यटक 2022 में जम्मू और कश्मीर में आए, जो आज़ादी के बाद से अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इतनी बड़ी संख्या में जम्मू और कश्मीर में पर्यटकों के आने से अगले 5 साल में इस क्षेत्र, विशेषकर घाटी, में होटलों के कमरों की संख्या वर्तमान के तीन गुना से भी अधिक हो जाएगी, जिससे रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। डीबीटी के तहत 4 साल में 23 हज़ार करोड़ रूपए सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांस्फर किए गए हैं, पहले पैसा तो आता था लेकिन लाभार्थियों को ना मिलकर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता था। गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं से परिवर्तन के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि हाथ में हथियार नहीं लैपटॉप लेकर जम्मू-कश्मीर और देश के विकास के साथ जुड़ने में भविष्य है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में पिछली सरकारों के शासन के दौरान लोकतंत्र सिर्फ 80-85 लोगों के घेरे तक सीमित था और 3 परिवार लोकतंत्र पर कब्ज़ा करके बैठे थे। उन्होंने कहा कि ये लोग पंचायत के चुनाव नही होने देते थे, पंच-सरपंच नहीं बनने देते थे औऱ तहसील और ज़िला पंचायत नहीं बनने देते थे। श्री शाह ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में लोकतंत्र तो अब आया है जब यहां 35 हज़ार चुने हुए प्रतिनिधि अपने गांव, तहसील औऱ ज़िले का भविष्य खुद तय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहीं से इन्हीं लोगों में से आने वाले दिनों में एमपी, एमएलए और नए नेता भी निकलेंगे। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में पंचायतीराज को जमीन पर उतार कर लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने का काम किया है। श्री शाह ने कहा कि अब ये तीन परिवारों के शासन वाला जम्मू और कश्मीर नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने जम्मू और कश्मीर में पंचायतीराज की जो शुरूआत की है वो यहां हमेशा के लिए एक वास्तविकता बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि ये परिवर्तन तब होता है जब लोकतंत्र के प्रति मन में लगाव हो और इस लगाव के साथ ही मोदी जी ने यहां परिवर्तन किया है। 

अमित शाह ने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी और पड़ोसी देश के आह्वान पर बंद की घटनाएँ विलुप्त होती जा रही हैं और आतंकी घटनाओं पर बहुत नियंत्रण आया है। उन्होंने कहा कि आज यहां स्कूल, कॉलेज, उद्योग चल रहे हैं, 1 करोड़ 88 लाख पर्यटक 2022 में जम्मू और कश्मीर में आए, जो आज़ादी के बाद से अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इतनी बड़ी संख्या में जम्मू और कश्मीर में पर्यटकों के आने से अगले 5 साल में इस क्षेत्र, विशेषकर घाटी, में होटल के कमरों की संख्या वर्तमान के तीन गुना से भी अधिक हो जाएगी। उन्होंने कहा कि ये परिवर्तन तब होता है जब परिवर्तन करने का दिल में लगाव हो। अगर कोई सत्ता भोगने के लिए आता है तो वो परिवर्तन नही कर सकता है। लोगों के सुख-दुख औऱ प्रगति के साथ अगर मन से जुड़ाव होता है तो परिवर्तन होते हैं।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में छोटी-छोटी कई योजनाओं से लाखों नागरिकों को फायदा मिला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी यहां के 12 लाख 45 हज़ार किसानों के बैंक खातों में 6 हज़ार रूपए प्रति वर्ष भेजते हैं, जिससे किसानों को ऋण लेने की ज़रूरत नहीं है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत तीन सालों में 100 करोड़ रूपए जम्मू और कश्मीर के किसानों को मिले हैं। जल जीवन मिशन के तहत 11 लाख 96 हज़ार परिवारों को घर में नल से फ्लोराइड-रहित जल देने का काम समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि 13 लाख 80 हज़ार परिवार ऐसे थे जिनके घर में आजादी के 70 साल के बाद भी शौचालय नहीं था, इन घरों में शौचालय बनाने का काम 5 साल में पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में 65 लाख 91 हज़ार लोगों को प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो चावल फ्री देने का काम नरेन्द्र मोदी सरकार कर रही है। लगभग 1.86 लाख लोगों को घर देने का काम सरकार पूरा कर चुकी है। डीबीटी स्कीम के तहत 4 सालों में 23 हज़ार करोड़ रूपए सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांस्फर किया गया है। उन्होंने कहा कि पहले पैसा तो आता था लेकिन जिनके लिए आता था उनके पास नहीं पहुंचता था। जनता को पूछना चाहिए विदेशों में सबके बड़े-बड़े घर कैसे बने हैं, कैसे गर्मियों में वहां जाकर 45-60 दिन छुट्टियां मनाते हैं। उन्होंने कहा कि जो 23 हज़ार करोड़ रूपए डीबीटी के माध्यम से सीधा लाभार्थियों के बैंक खातों में गए, वो पहले भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते थे, लेकिन आज इसे कोई छू नहीं सकता।

विकास के साथ जुड़ रहा जम्मू-कश्मीर-अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई एम्स, आईआईएम, आईआईटी औऱ आईआईआईटी जम्मू और कश्मीर को दिए हैं। उन्होंने कहा कि डल झील को हम देश का सबसे आकर्षक पर्यटन केन्द्र बनाना चाहते हैं, इसके लिए अभी प्राथमिक रुप से लगभग 85 करोड़ रूपए की योजना बनी है, आने वाले दिनों में डल झील और टैटो ग्राउंड देखने के लिए देश का बच्चा-बच्चा यहां आना चाहेगा। उन्होंने कहा कि इससे यहां पर्यटन कई गुना बढ़ जाएगा। श्रीनगर स्मार्ट सिटी लिमिटेड में 345 करोड रुपए के खर्च से मल्टी लेवल पार्किंग, स्मार्ट लाइटिंग, एकीकृत कमांड और पार्कों के विकास जैसी कई चीजें शुरू हुई हैं। कई नए मेडिकल कॉलेज, डिग्री कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज भी शुरू हुए हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में यहां जी20 सम्मेलन हुआ जिसके सफल आयोजन से जम्मू और कश्मीर में स्थापित शांति का संदेश दुनियाभर में गया। उन्होंने कहा कि दुनियाभर से टूरिस्ट तभी आते हैं जब जम्मू औऱ कश्मीर में हो रहे बदलाव की मार्केटिंग हो और इसके लिए जी20 से बड़ा और कोई मंच नहीं हो सकता।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पंचायतीराज में अब पैसा सीधे पंचायत में जा रहा है, जिससे उन्हें अपने गांव के विकास का अधिकार भी मिला है। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में परिवर्तन आ रहा है। जम्मू-कश्मीर के युवाओं से परिवर्तन के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि हाथ में हथियार नहीं लैपटॉप लेकर जम्मू-कश्मीर और देश के विकास के साथ जुड़ने में भविष्य है। उन्होंने कहा कि  पूरी दुनिया और पूरा देश यहां के युवाओं की राह देख रहे हैं। जम्मू-कश्मीर, विशेषकर घाटी, के युवा आगे आएं और बदलाव की प्रक्रिया का नेतृत्व करें और जम्मू औऱ कश्मीर को नए आयामों और लक्ष्यों तक पहुंचाने का काम करें। उन्होंने घाटी के युवाओं से कहा कि जिन्होंने आपके हाथ में पत्थर और हथियार पकड़ाए, वो आपका भला नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि जो सरकार आपके हाथ में लैपटॉप दे रही है, वह आपका भविष्य सुधारना चाहती है। जो सरकार बिजली दे रही है, सड़कें बना रही है, टूरिज्म को बढ़ावा दे रही है, वो सरकार आपका भविष्य सुधारना चाहती है। बदलाव समय की मांग है और इसके साथ घाटी के युवा को जुड़ना चाहिए। उन्होंने युवाओं से कहा कि बदलाव आपकी राह देख रहा है, पूरा देश आपको आगे ले जाने के लिए तैयार है, पूरे विश्व का बाजार घाटी के युवाओं के लिए खुला है, आइए आगे आकर बदलाव के साथ जुड़िए और नए कश्मीर के निर्माण के मोदी जी के संकल्प को हम सब सिद्ध करने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि जो बदलाव नहीं चाहते हैं, वो युवों का भला नहीं चाहते हैं। दुनिया आगे बढ़ चुकी है और अब समय जम्मू कश्मीर को देश औऱ दुनिया के साथ कदम मिलाकर चलने का है।