‘मिशन शक्ति अभियान’ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेगा:मुख्यमंत्री

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महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन से महिला सशक्तिकरण होगा, इसके लिए जागरूकता आवश्यक।राज्य सरकार द्वारा ‘मिशन शक्ति अभियान’ का संचालन किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम दिखायी दे रहे।‘मिशन शक्ति अभियान’ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेगा औरमहिलाओं के सशक्तिकरण से पूरे समाज व देश में समृद्धि आएगी।वर्तमान में अनेक महिलाएं व बालिकाएं अपने विशिष्ट कार्यों, उपलब्धियों वसफलताओं से समाज को राह दिखा रही हैं और लोगों की प्रेरणास्रोत बन रही हैं।महिलाओं के सम्मुख आने वाली चुनौतियों से जूझने के लिए जागरूकता उत्पन्न करने के कार्य व्यापक स्तर पर किए जाने जरूरी।वर्ष 2020 में शारदीय नवरात्रि के पर्व पर ‘मिशन शक्ति’ के प्रथम चरणका शुभारम्भ किया गया, इस वर्ष 08 मार्च, 2021 को अन्तर्राष्ट्रीय महिलादिवस के अवसर पर इस अभियान का द्वितीय चरण आरम्भ हुआ।वर्तमान प्रदेश सरकार नारियों की सुरक्षा,सम्मान व स्वावलम्बन के लिए प्रतिबद्ध व संवेदनशील।‘मिशन शक्ति’ के अन्तर्गत 1,535 थानांे और 350 तहसीलों मेंमहिला हेल्पडेस्क स्थापित की गई हैं, जो प्रभावी ढंग से कार्य कर रही।पुलिस बल में अधिक संख्या में महिलाएं शामिल हुईं।18 पुलिस परिक्षेत्रीय कार्यालयों में महिला साइबर क्राइम सेल की स्थापना की गई,महिलाओं के प्रति अपराधों पर शीघ्र कार्रवाईके लिए ‘वीमेन पावर लाइन-1090’ को पूरे प्रदेश में क्रियाशीलमहिलाओं तथा बालिकाओं को राहत प्रदान करने तथाउनकी मदद के लिए ‘महिला हेल्पलाइन-181’ संचालित हो रही।

‘वीमेन पावर लाइन-1090’ तथा ‘महिला हेल्पलाइन-181’को ‘एकीकृत आपात सेवा-112’ से इण्टीग्रेट किया गया।‘सी0एम0 हेल्पलाइन-1076’ लोगों की समस्याओं के समाधान में कारगर भूमिका निभा रही,‘महिला सामर्थ्य योजना’ के माध्यम से राज्य ग्रामीण आजीविका मिशनके अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में महिला दुग्ध उत्पादकों के स्वयं सहायतासमूहों की आजीविका में वृद्धि का कार्य किया जाएगा।‘प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना’ के तहत आबादी में निर्मित आवासोंकी भूमि का स्वामित्व प्रदान करने के लिए सर्वे की कार्यवाही संचालित,योजना के तहत आबादी की जमीन में महिलाओं को सह खातेदार के रूप मेंस्वामित्व का अधिकार प्राप्त होगा, जिससे बड़ी संख्या में महिलाएं लाभान्वित होंगी।मुख्यमंत्री ने हिन्दुस्तान मिशन शक्ति महासंवादकार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित किया।विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां और सफलताओं को हासिलकरने वाली 10 महिलाओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया।


लखनऊ –
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन से महिला सशक्तिकरण होगा, इसके लिए जागरूकता आवश्यक है। इसी क्रम में राज्य सरकार द्वारा ‘मिशन शक्ति अभियान’ का संचालन किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम दिखायी दे रहे हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ‘मिशन शक्ति अभियान’ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेगा और महिलाओं के सशक्तिकरण से पूरे समाज व देश में समृद्धि आएगी।


मुख्यमंत्री यहां अपने सरकारी आवास पर हिन्दुस्तान मिशन शक्ति महासंवाद कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां और सफलताओं को हासिल करने वाली 10 महिलाओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में अनेक महिलाएं व बालिकाएं अपने विशिष्ट कार्यों, उपलब्धियों व सफलताओं से समाज को राह दिखा रही हैं और लोगों की प्रेरणास्रोत बन रही हैं।


मुख्यमंत्री

ने कहा कि महिला अपराधों का प्रमुख कारण जागरूकता का अभाव है। महिलाओं के सम्मुख आने वाली चुनौतियों से जूझने के लिए जागरूकता उत्पन्न करने के कार्य व्यापक स्तर पर किए जाने जरूरी हैं। इसके दृष्टिगत वर्ष 2020 में शारदीय नवरात्रि के पर्व पर ‘मिशन शक्ति’ के प्रथम चरण का शुभारम्भ किया गया। इस वर्ष 08 मार्च, 2021 को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इस अभियान का द्वितीय चरण आरम्भ हुआ।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार नारियों की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के लिए प्रतिबद्ध व संवेदनशील रही है। वर्ष 2017 में सत्ता में आने के बाद ही राज्य सरकार ने बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए एण्टी रोमियो स्क्वॉयड के गठन की कार्यवाही की। ‘मिशन शक्ति’ के अन्तर्गत 1,535 थानांे और 350 तहसीलों में महिला हेल्पडेस्क स्थापित की गई हैं, जो प्रभावी ढंग से कार्य कर रही हैं। पुलिस बल में महिलाओं की भर्ती के तहत कार्यवाही की गई है, जिसके परिणामस्वरूप अधिक संख्या में महिलाएं पुलिस बल में शामिल हुई हैं। उन्होंने कहा कि 18 पुलिस परिक्षेत्रीय कार्यालयों में महिला साइबर क्राइम सेल तथा जनपदों में एक-एक महिला पुलिस चौकी-परामर्श केन्द्र की स्थापना की गई है।  


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों पर शीघ्र कार्रवाई कर नियंत्रित करने के लिए ‘वीमेन पावर लाइन-1090’ को पूरे प्रदेश में क्रियाशील किया गया है। महिलाओं तथा बालिकाओं को राहत प्रदान करने तथा उनकी मदद के लिए ‘महिला हेल्पलाइन-181’ संचालित की जा रही है। ‘वीमेन पावर लाइन-1090’ तथा ‘महिला हेल्पलाइन-181’ को ‘एकीकृत आपात सेवा-112’ से इण्टीग्रेट किया गया है। इस सन्दर्भ में उन्होंने ‘सी0एम0 हेल्पलाइन-1076’ की भी चर्चा करते हुए कहा कि यह हेल्पलाइन लोगों की समस्याओं के समाधान में कारगर भूमिका निभा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में महिलाओं के लिए नई योजनाओं का प्राविधान किया गया है।

नवीन ‘महिला सामर्थ्य योजना’ लागू की जा रही है। इसके माध्यम से राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में महिला दुग्ध उत्पादकों के स्वयं सहायता समूहों की आजीविका में वृद्धि का कार्य किया जाएगा। इस सन्दर्भ में उन्होंने झांसी में बालिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी लि0 की चर्चा करते हुए कहा कि इस संस्था ने 46 करोड़ रुपए का कारोबार करते हुए 02 करोड़ रुपए का लाभ अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन की दुकानों के निरस्त होने पर राशन वितरण का कार्य महिला स्वयं सहायता समूहों तथा पुष्टाहार वितरण कार्यक्रम से भी महिला स्वयं सहायता समूहों को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना’ के तहत आबादी में निर्मित आवासों की भूमि का स्वामित्व प्रदान करने के लिए सर्वे की कार्यवाही संचालित है। इस योजना के तहत आबादी की जमीन में महिलाओं को सह खातेदार के रूप में स्वामित्व का अधिकार प्राप्त होगा, जिससे बड़ी संख्या में महिलाएं लाभान्वित होंगी।

मुख्यमंत्री जी ने उत्कृष्ट उपलब्धियां और सफलताओं को हासिल करने वाली गोरखपुर की सुश्री श्रीती पाण्डेय (कंस्ट्रक्शन इनोवेटर) से संवाद करते हुए कहा कि उन्होंने कोरोना काल के दौरान भी अपने हौसलों को कायम रखा और आवास निर्माण के क्षेत्र में ईको-फ्रेण्डली कोविड अस्पताल का निर्माण कर उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि अच्छे और सुरक्षित आवासों की आवश्यकता के दृष्टिगत आवास निर्माण के क्षेत्र में व्यापक सम्भावनाएं हैं, जिन पर कार्य किया जा सकता है। मुख्यमंत्री जी ने प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की डॉ0 मोनिका (माइक्रोबायोलॉजी) के कोरोना काल के दौरान किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने आर0टी0पी0सी0आर0 जांचों के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।


इनके अलावा, मुख्यमंत्री जी ने कानपुर की सुश्री प्रेरणा वर्मा (युवा उद्यमी व निर्यातक), आगरा की सुश्री अपर्णा राजावत (सेल्फ डिफेंस), अलीगढ़ की सुश्री हर्षा अरोड़ा (युवा उद्यमी), वाराणसी की डॉ0 नन्दिता शास्त्री (वेद मर्मज्ञ व संस्कृत विद्वान), नोएडा की शशि नाडिया (गारमेण्ट्स एक्सपोर्ट), बरेली की गीता शर्मा (पूर्व अन्तर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी), मेरठ की सुश्री अनीता राणा (चाइल्ड हेल्पलाइन एवं पर्यावरण) तथा मुरादाबाद की तैयबा खातून (हस्तशिल्पी) से भी संवाद किया और उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट प्रयासों व कार्यों की सराहना की।