मणिपुर की भयावहता से मुंह मोड़ रहे प्रधानमंत्री-प्रमोद तिवारी

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भाजपा सांसद का अल्पसंख्यकों के खिलाफ शर्मनाक बयान-प्रमोद तिवारी
भाजपा सांसद का अल्पसंख्यकों के खिलाफ शर्मनाक बयान-प्रमोद तिवारी

मणिपुर भ्रमण पर विपक्षी गठबंधन ( इण्डिया ) के सांसदो ने वहां के हालात को बेहद चिंताजनक बताया है। प्रमोद तिवारी उप नेता राज्य सभा, एवं सदस्य, केन्द्रीय कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी ने कहा है कि विपक्षी दलों के सांसदों ने वहां पीडितो से मुलाकात की और पीड़ितों ने जिस तरह की घटना का बयान किया है वह आजाद भारत के इतिहास में सर्वाधिक पीड़ादायक है। जिस बर्बरता और वीभत्सता के साथ मणिपुर में एक मां के सामने बेटी तथा परिवार के लोगों की नृशंस हत्या की गयी और जिस तरह से वहां के हालात पर केन्द्र एवं मणिपुर प्रदेश की भाजपा सरकारे मूकदर्षक बनी रहीं है वह बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के सांसदों ने मणिपुर के महामहिम राज्यपाल से भी मुलाकात की और पीड़ितो से हुई मुलाकात का दर्द उन्हें सुनाया है। मणिपुर की भयावहता से मुंह मोड़ रहे प्रधानमंत्री-प्रमोद तिवारी


श्री तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी मणिपुर की भयावहता की जानकारी हैं इसलिए वह संसद में बयान देने से मुंह मोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के सीमावर्ती राज्य में अशांति के भयावह दौर में अब तो प्रधानमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और हरहाल में संसद के जरिए देश की जनता को असलियत बताना चाहिए। उन्होने कहा कि मणिपुर जल रहा है, श्रीनगर में छुटटी पर आये फौजी का अपहरण हो रहा है और विपक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा समेत मंहगाई और बेरोजगारी पर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी ला चुका है। देश मे उत्पन्न इन चिन्ताजनक हालातों के बीच भाजपा सरकार संसद में अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार किये जाने के बावजूद भी 10 दिन की अवधि का सरकारी कामकाज निपटाने में नैतिकता तथा संसदीय परम्पराओं का उल्लंघन करके राजकाज को भी संदिग्ध दिशा दे रही है।

उन्होने कहा कि संसद की गरिमा और परम्परा तथा संविधान, सरकार को सदैव यह निर्देशित करता रहा है कि विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के बीच शोर शराबे का सहारा लेकर गैरकानूनी तरीके से सरकारी कामकाज निपटाना औचित्य का सवाल खड़ा करता है। सरकार की गलत आर्थिक दिशा तथा बाजार में अनियंत्रण के चलते इस समय सब्जियों तक की कीमतों में जून की अपेक्षा जुलाई में मंहगाई का ग्राफ दोगुना हो गया है। देश के कुछ हिस्सों मे भीषण बाढ़ तथा कुछ हिस्सों मे सूखे के हालात के कारण किसान दोनों स्थितियों में फसल की लागत तक वापस पाने की स्थिति मे नही है, इसके बावजूद मोदी सरकार खेती किसानी के लिए एक भी कारगर कदम नहीं उठा रही है। मणिपुर की भयावहता से मुंह मोड़ रहे प्रधानमंत्री-प्रमोद तिवारी