राहुल के किसान जीवन खान का चलाया ट्रेक्टर

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राहुल गांधी की रूपनगढ़ की ट्रेक्टर रैली को राजस्थानी शैली का टच देने में पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष नसीम अख्तर की मेहनत रही। सीएम अशोक गहलोत ने शाबाशी दी।राहुल के रूपनगढ़ के किसान जीवन खान का चलाया ट्रेक्टर।

एस0 पी0 मित्तल

अजमेर – 13 फरवरी को अजमेर के रूपनगढ़ में कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी की ट्रेक्टर रैली हुई। इस रैली को सफल बनाने में पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष नसीम अख्तर और उनके पति इंसाफ अली की सक्रिय भूमिका रही। इंसाफ और नसीम के सुझावों पर ही रैली को राजस्थानी टच दिया गया। राहुल के लिए मंच भी दो-तीन ट्रेक्टर ट्रॉलियों को जोड़ कर बनाया गया।

मंच पर राजस्थानी शैली का पटका और उस पर लौटा रखा गया। मंच के चारों तरफ ट्रेक्टरों को खड़ा किया गया और इन्हीं ट्रेक्टरों पर ग्रामीण बैठे। श्रीमती अख्तर पुष्कर की विधायक रह चुकी हैं और रूपनगढ़ प्रचार विधानसभा क्षेत्र में ही आता है। इसलिए रैली में भीड़ जुटाने में भी नसीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। चूंकि ट्रेक्टर रैली का सुझाव नसीम अख्तर का ही था, इसलिए ट्रेक्टरों को एकत्रित करवाने में इंसाफ अली को बहुत मेहनत करनी पड़ी।

जिस किसी ट्रेक्टर चालक ने डीजल की समस्या बताई उसे अपनी जेब से पैसे देकर डीजल भरवाने के लिए कहा गया। यही वजह रही कि रैली में पुष्कर और किशनगढ़ क्षेत्र के ट्रेक्टर ज्यादा थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी रूपनगढ़ की रैली की जिम्मेदारी पूरी तरह नसीम अख्तर को ही दी। अख्तर ने ही पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों से विचार विमर्श कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया। हालांकि तैयारियों में प्रभारी मंत्री लाल चंद कटारिया और प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का भी योगदान रहा, लेकिन ज्यादा सक्रियता नसीम अख्तर और उनके पति इंसाफ अली की रही।

रूपनगढ़ रैली में राजस्थानी टच होने पर राहुल गांधी ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। यही वजह रही कि किशनगढ़ एयरपोर्ट से रवाना होते समय सीएम अशोक गहलोत ने नसीम अख्तर को शाबाशी दी। मालूम हो कि रूपनगढ़ रैली में ही राहुल गांधी ने प्रतीकात्मक तौर पर ट्रेक्टर चलाया था। राहुल से ट्रेक्टर चलवाने का सुझाव भी नसीम अख्तर का रहा। राहुल के साथ इस ट्रेक्टर पर सीएम अशोक गहलोत और प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा सवार थे। ट्रेक्टर पर राहुल गांधी, गहलोत और डोटासरा के बैठने के लिए सीटों को अलग से तैयार करवाया गया। ताकि नेताओं को बैठने में कोई परेशानी हो।

इंसाफ अली ने बताया कि राहुल गांधी ने कुशल ड्राइवर की तरह ट्रेक्टर को चलाया। राहुल के ट्रेक्टर को चलाने से पहले राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने ट्रेक्टर की ट्रायल ली। राहुल जब ट्रेक्टर पर बैठे तो उनके सिर पर साफ नहीं था, तब इंसाफ अली ने ही अपना साफा उतार कर राहुल को दिया। राहुल ने जिस टे्रक्टर को चलाया वह रूपनगढ़ के जीवन खान लंगा का था।

लंगा अब बेहद खुश है कि उनके ट्रेक्टर को स्वयं राहुल गांधी ने चलाया। इंसाफ अली ने बताया कि राहुल गांधी की सुरक्षा को देखते हुए सैकडों ट्रेक्टरों को 12 फरवरी की रात को ही रैली स्थल पर खड़ा करवा दिया गया था। पुलिस द्वारा यातायात रोके जाने के कारण अनेक ट्रेक्टर रैली स्थल पर नहीं पहुंच सके।