दंगा विशेषज्ञ थीं सपा और बसपा की सरकारें-डा0 दिनेश शर्मा

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  • अपने प्रत्याशियों की सूची में शामिल अपराधियों की पहचान के लिए  विपक्ष आंख मे लगाए बरेली का सुरमा ।
  • बरेली में इस बार कमल के फूल पर गिरेगा जबरदस्त तरह से वोट ।
  • भाजपा के पक्ष में मतदान से होगी विरोधियों की जमानत जब्त ।
  • भाजपा के वोट काटने के लिए विपक्ष मिलकर चुपचाप कर रहा है षडयंत्र ।
  • विपक्षी दलों ने सांठ-गांठ के तहत नहीं उतारे है एक दूसरे के बडे नेताओं के खिलाफ प्रत्याशी ।
  • दंगा विशेषज्ञ थीं सपा और बसपा की सरकारें ।
  • उत्तर प्रदेश ने पिछले पांच साल में विकास और जनकल्याण के क्षेत्र की है अभूतपूर्व प्रगति ।



लखनऊ।
 उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने बरेली शहर विधानसभा में आयोजित प्रमुख संगठनों के प्रतिनिधियों की सभा में कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए मतदान में जिस प्रकार लोग बढ़ च़ढ़कर भाग ले रहे हैं वह लोकतंत्र के लिए शुभ लक्षण है। उन्होंने विरोधी दल के नेताओं को सलाह दी कि भाजपा सरकार में हुई प्रदेश की प्रगति को देखने के लिए वे बरेली के सुरमे का इस्तेमाल करें, जिससे प्रगति ठीक से देख सके।डा0 शर्मा ने इसके बाद बरेली के सुरमे की चर्चा की और कहा कि कहा यह जाता है कि इसके लगाने से नेत्र ज्योति बेहतर हो जाती है। उन्होंने विपक्ष को सलाह को दी कि वे बरेली के सुरमें को अपनी आंख में लगा लें जिससे उन्हें अपहरण, दंगा, आदि कराने वाले वे अपराधी दिखाई पड़े जिनकों वे टिकट दे रहे हैं। इससे उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कराए गए विकास कार्य भी दिखाई देने लगेंगे।बरेली में जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष के तमाम दल अलग-अलग हैं किंतु उद्देश्य एक है।

जनता को भ्रमित करने के लिए एक साजिश की जा रही है पर असल तस्वीर कुछ और ही है। इनकी मिली भगत का जीता जागता उदाहरण यह है कि एक ओर जहां अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के खिलाफ कांग्रेस ने प्रत्याशी नही उतारा है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की प्रतापगढ़ से प्रत्याशी के खिलाफ समाजवादी पार्टीे ने कोई प्रत्याशी नही उतारा है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में विपक्षी दलों की सांठगाठ के तमाम उदाहरण मौजूद हैं। यह भाजपा के खिलाफ षडयऩ्त्र है। पर उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि इस बार जनता भाजपा के पक्ष में चुनाव लड़ रही है और वही इन्हे जवाब देगी। उन्होंने उपस्थित जन समुदाय से विपक्षी दलों के क्षेत्रवाद, जातिवाद, सम्प्रदायवाद के चक्रव्यूह में न फसने की अपील करते हुए कहा कि इससे बचने का एकमात्र उपाय इन तमाम वादों से ऊपर उठकर एकजुट रहते हुए राष्ट्रवाद के नाम पर मतदान करना होगा।उनका कहना था कि जनता अपराधियों और माफियाओं से त्रस्त है और वह किसी सूरत में इन्हे बर्दास्त करने के लिए तैयार नही है। उन्होंने कहा कि सपा और बसपा की सरकारे तो दंगा विशेषज्ञ थीं। सपा के शासन काल में 700 और बसपा के शासनकाल में पौने तीन सौ दंगे हुए जबकि भाजपा के कार्यकाल में एक भी दंगा नहीं हुआ।


उत्तर प्रदेश ने पिछले पांच साल में विकास और जनकल्याण के क्षेत्र अभूतपूर्व प्रगति की है। उन्होंने कहा कि इस चहुमुंखी विकास का हर वर्ग के नागरिक को लाभ मिला है। 2017 में भाजपा के पक्ष में जो माहौल बना था आज उससे बेहतर वातावरण बना हुआ है। इसका मूल कारण बिना भेदभाव के किया गया विकास है।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा जातिवाद पर भरोसा न करके सबका साथ सबका विकास के लिए काम करती है। उनका कहना था कि जब उनसे जाति संबंधित प्रश्न पूछा जाता है तो वही जवाब देते हैं कि उन्हें भारतीय और हिन्दू होने पर गर्व है। विपक्ष चाहे जितने जातिगत सम्मेलन कर ले किंतु लोग उसके बहकावे में आने वाले नहीं हैं। भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो भारतीय संस्कृति के उत्थान का काम करती है। काशी में बना भव्य कॉरीडोर तथा प्रधानमंत्री द्वारा उसके लोकार्पण कार्यक्रम ने भारत की संस्कृति को पुनः और अधिक समृद्ध करने का काम किया है। जिस प्रकार का भव्य कॉरीडोर बनाया गया उसके निर्माण की अपेक्षा विपक्षी दलों की सरकारों से नही की जा सकती। कई तो ऐसे दल है जो राम के अस्तित्व को भी नकारते हैं तथा मंदिर निर्माण पर तरह तरह के तंज कसते हैं। सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद जब प्रधानमंत्री ने भव्य राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने का काम किया तब राम मंदिर निर्माण को लेकर तमाम तरह के अनर्गल बातें करने वाले विपक्षी नेताओं के मुंह में ताला लग गया। उनका कहना था विपक्षी दलों के शीर्ष नेता आज तक भगवान राम के मंदिर के दर्शन करने नही गए। ऐेसे में उनसे भारतीय संस्कृति के संरक्षण की उम्मीद कैसे की जा सकती है।


डा0 शर्मा ने कहा कि भाजपा कभी भी समाज को हिन्दू मुसलमान के खांचे में बांटने का प्रयास नही करती। सरकार की शौचालय से लेकर गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, राशन जैसी तमाम योजनाओं का लाभ हर वर्ग के पास समान रूप से पहुंचा है।उन्होंने कहा कि 2012 में सपा ने मकान देने के नाम पर लाखों फार्म भरवाए थे पर सत्ता में आने के बाद हज़ारों में मकान भी नहीं दे पाए। इसके विपरीत सत्ता में आने पर भाजपा की सरकार ने 43 लाख आवास दिए। इन योजनाओं का लाभ समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों को जिस प्रकार मिला है उसी के चलते आज हर घर में मोदी और योगी सरकार के समर्थक हो गए हैं। अब तो अल्पसंख्यक वर्ग के लोग भी मुक्तकंठ से भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली की प्रशंसा करते हैं और भाजपा की सरकार बनाने की बात करते हैं। डा शर्मा ने कहा कि बसपा का परंपरागत मतदाता आक्रोशित है और यह नही चाहता कि किसी प्रकार से सपा सत्ता में आए। इसी प्रकार कांग्रेस का मतदाता भी सपा के सत्ता में आने के खिलाफ है। दोनों ही पार्टियों के मतदाता यह जानते हैं कि उनके दल सत्ता में नही आने वाले हैं। यह मतदाता भी राष्ट्रवादी सोच के साथ भाजपा से जुड़ रहे है।


उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जब भाजपा सत्ता में आई थी तो अर्थव्यवस्था  11 लाख करोड़ की थी जो पांच साल में बढ़कर 22 लाख करोड़ हो गई है। एमआईएम को विपक्ष की बी टीम बताते हुए उन्होंने कहा कि सत्ता में काबिज होने के लिए लोगों को बांटने का काम पहले विपक्षी दल खुद किया करते थे पर आज उन्होंने इस काम का ठेका अपनी बी टीम एमआईएम को दे दिया है। उनका कहना था कि हर सीट पर भाजपा का प्रत्याशी कमल का फूल है और कमल का फूल लक्ष्मी जी को प्रिय होता है और जब कमल के फूल-वाली पार्टी सत्ता में आएगी तो उत्तर प्रदेश में आर्थिक समृद्धि की एक नई गाथा लिखी जाएगी। प्रदेश के लोग गुजरात और मुम्बई की तरह समृद्धशाली बनेंगे। उन्होंने कहा कि बरेली से नया इतिहास लिखने के लिए भाजपा प्रत्याशी को इतना प्रचण्ड बहुमत देना है कि विरोधी दल के प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो जाय।