‘ट्रेस,टेस्ट और ट्रीट’ का मंत्र रहा कारगर

89

मुख्यमंत्री का जनपद कुशीनगर भ्रमण,मुख्यमंत्री ने कोरोना प्रबन्धन, बचाव तथा उपचार कार्यों की समीक्षा की।मुख्यमंत्री ने इंटीग्रेटेड कमांड एण्ड कन्ट्रोल सेण्टर का निरीक्षण किया आई0सी0सी0सी0 की गातिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की।मुख्यमंत्री ने ग्राम सुसवलिया (पडरौना) पहुंचकर कोरोना संक्रमित काकुशलक्षेम पूछा, ऑक्सीजन, जाँच आदि की सुविधा के बारे में फीडबैक लिया।कोरोना महामारी के खिलाफ प्रधानमंत्री जीके नेतृत्व में पूरे देश में अभियान चल रहा है।‘ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट’ के मंत्र पर कार्य करते हुए कोरोना को नियंत्रित किया गया।प्रदेश में रिकवरी रेट 95 प्रतिशत, उ0प्र0 देश का सर्वाधिकटेस्ट करने वाला राज्य, यहां 4.77 करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं।पोस्ट कोविड वार्ड हर जनपद में स्थापित किये जा रहे हर उस जनपद में ब्लैक फंगस के उपचार कीव्यवस्था की जा रही है, जहाँ ब्लैक फंगस के मामले आये।मेडिकल काॅलेजों में 100-100 बेड के पीकू स्थापित किए जा रहे।स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा व्यापक चिकित्सा व्यवस्थाओं से कोरोनाके साथ-साथ इंसेफेलाइटिस, डेंगू, कालाजार, चिकनगुनियाजैसे रोगों को रोकने में भी मदद मिलेगी। कम्युनिटी किचन के माध्यम से जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा।मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों से कम से कम01 सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 गोद लेने की अपील की।01 जून से सभी 75 जनपदों में 18 से 44आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण प्रारम्भ हो जाएगा,जून माह से वैक्सीनेशन अभियान में और तेजी लाते हुए 18 से 44आयु वर्ग के 48 लाख युवाओं को वैक्सीन उपलब्ध करायी जाएगी।


लखनऊ- आज जनपद कुशीनगर पहुंचकर विकास भवन स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एण्ड कन्ट्रोल सेण्टर का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण किया। उन्हांेने आई0सी0सी0सी0 की गातिविधियों, कार्यक्रमों, फोन लाइनों की संख्या की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने एल-2 अस्पताल के बारे में भी जानकारी ली। सभी जगह सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगे होने की भी पूछताछ की। उन्हांेने सी0सी0टी0वी0 कैमरे के माध्यम से गतिविधियों को ऑन स्क्रीन भी देखा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि आई0सी0सी0सी0 कोविड के खिलाफ अभियान का बैकबोन है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जनपद मे कोरोना की पहली लहर के दौरान ही, इस प्रकार के केन्द्र की स्थापना कर दी गई थी। इस केन्द्र को उच्चाधिकारियों द्वारा संचालित किया जाता है। यहाँ से अस्पताल, बेड, निगरानी समिति, होम आइसोलेशन, मेडिकल किट, डॉक्टर से परामर्श सभी गतिविधियाँ नियंत्रित होती है। उन्होंने कहा हर जनपद में प्रतिदिन कोविड से सम्बन्धित नियमित समीक्षा बैठक आयोजित की जाती है।

मुख्यमंत्री ने जनपद कुशीनगर के कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों के साथ कोरोना प्रबन्धन, बचाव तथा उपचार कार्यों की समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी ने कोरोना बचाव हेतु उठाए जा रहे कदमों पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि जनपद में कोरोना का रिकवरी रेट 95.42 प्रतिशत तक पहुँच गया है। जिलाधिकारी ने सैम्पल कलेक्शन का विवरण,  ग्राम निगरानी समिति, मुहल्ला निगरानी समिति के कार्य, नियमित समीक्षा बैठक, होम आइसोलेशन के मरीजों से फीडबैक, डॉक्टर के द्वारा सलाह, विभिन्न विभागों के समन्वय के द्वारा कार्य इत्यादि की जानकारी दी।

इसके साथ-साथ एल-2 अस्पताल में बेड की स्थिति एवं आवश्यक उपकरणों की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्रदान की। इसके बाद मुख्यमंत्री जी ने जनपद के जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत की तथा इस सन्दर्भ में उनसे एक सी0एच0सी0/पी0एस0सी0 गोद लेने की अपील की।समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री जी ने पत्र प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कुशीनगर व देवरिया जनपद पूर्वी उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस और इंसेफेलाइटिस की दृष्टि से संवेदनशील जनपदों की श्रेणी में आते हैं। अनियंत्रित मौसम और असमय बारिश की वजह से और भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। कोरोना महामारी के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पूरे देश में अभियान चल रहा है। हमें जीवन और जीविका दोनों को बचाना है। इस रणनीति के साथ कार्य करना होगा।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य है। यह प्रदेश प्रभावी भूमिका के साथ महामारी के विरुद्ध कार्य कर रहा है, जिसके अपेक्षित परिणाम भी मिल रहे हैं। ‘टेªस, टेस्ट और ट्रीट’ के मंत्र पर कार्य करते हुए कोरोना को नियंत्रित किया गया है। जमीनी हकीकत पर इस मंत्र के साथ पूरी ताकत के साथ कार्य करने का परिणाम है कि प्रदेश में रिकवरी रेट 95 प्रतिशत हो गया है। पाॅजिटिविटी दर 03 प्रतिशत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सर्वाधिक टेस्ट करने वाला राज्य है। यहां 4.77 करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं। इनकी क्षमता को बढ़ाया गया है। पिछले 24 घण्टों में 03 लाख 57 हजार से अधिक टेस्ट हुए हैं, जो कि कोरोना की चेन को बे्रक करने में मददगार होंगे। कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए टेस्ट की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस दिशा में निगरानी समितियों द्वारा गांव-गांव में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में टेस्टिंग का विशेष अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में मई के प्रथम सप्ताह से चलाया जा रहा है। जहां जो भी संक्रमित मिल रहा है, वहीं उसके उपचार की व्यवस्था की जा रही है। मेडिसिन किट का वितरण किया जा रहा है। स्वच्छता, सैनिटाइजेशन का भी कार्य किया जा रहा है।

लक्षणयुक्त संक्रमित की पहचान होते हुए आर0आर0टी0 तुरन्त कार्यवाही कर रही है। एन्टीजन टेस्ट युद्ध स्तर पर किए जा रहे हैं।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विशेषज्ञों की आशंका थी कि प्रदेश में कोरोना अनियंत्रित हो जाएगा, वहीं 24 घण्टे के अंदर मात्र 3300 एक्टिव केसेज़ मिले हैं। आज 26 मई को प्रदेश में 62 हजार सक्रिय मामले बचे हैं। कोविड प्रबन्धन की नीति सफलतापूर्वक आगे बढ़ रही है। कोरोना के बाद के कॉम्प्लिकेशन हेतु पोस्ट कोविड वार्ड हर जनपद में स्थापित किये जा रहे हैं। हर उस जनपद में ब्लैक फंगस के उपचार की व्यवस्था की जा रही है जहाँ ब्लैक फंगस के मामले आये हैं।

अभी तक 500 से ज्यादा ब्लैक फंगस के मरीजो के उपचार की व्यवस्था की गई है।मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरीर लहर की आशंका के दृष्टिगत तैयारियां की जा रही हैं। मेडिकल काॅलेजों में 100-100 बेड के पीकू स्थापित किए जा रहे हैं। इसी प्रकार डिस्ट्रिक्ट हाॅस्पिटल में 25 से 30 पीकू की स्थापना का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। इन कार्यों से सी0एच0सी0 को भी जोड़ा जा रहा है। एम्बुलेंस का रिस्पाॅन्स टाइम कम किया जा सके, इसके दृष्टिगत 108 एम्बुलेंस सेवा की 75 प्रतिशत एम्बुलेंस कोविड कार्यों में लगायी गयी है। 102 एम्बुलेंस सेवा के तहत 2200 एम्बुलेंस महिलाओं और बच्चों के लिए कार्यरत है। प्रत्येक जनपद में महिलाओं व बच्चों के लिए डेडीकेटेड नाॅन कोविड हाॅस्पिटल स्थापित किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर व बस्ती में भारत सरकार के सहयोग से इंसेफेलाइटिस के उपचार के दृष्टिगत पीकू व मिनी पीकू स्थापित किए गए हैं। सर्विलांस के माध्यम से इंसेफेलाइटिस को नियंत्रित करने में मदद मिली है। चिकित्सकों, पैरामेडिक्स आदि को प्रशिक्षित किया गया है। थर्ड वेव की आशंका देखते हुए मानव संसाधन की उपलब्धता आवश्यक है। इनके प्रशिक्षण की कार्यवाही भी चलायी जाए। स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा व्यापक चिकित्सा व्यवस्थाओं से कोरोना के साथ-साथ इंसेफेलाइटिस, डेंगू, कालाजार, चिकनगुनिया जैसे रोगों को रोकने में भी मदद मिलेगी। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की भी योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कम्युनिटी किचन के माध्यम से जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। रिक्शा, ई-रिक्शा, स्ट्रीट वेण्डर्स आदि को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत खाद्यान्न का वितरण सुनिश्चित किया जा रहा है। इस योजना के तहत मई व जून माह में तथा जून माह से राज्य सरकार द्वारा खाद्यान्न वितरण सुनिश्चित किया जाएगा। भरण-पोषण भत्ता भी उपलब्ध कराया जाएगा।सभी जनप्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री योगी ने कम से कम 01 सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 गोद लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि इससे इन केन्द्रों पर स्वास्थ्य व चिकित्सा सुविधाएं बेहतर होंगी। उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन का व्यापक अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है।

01 जून से सभी 75 जनपदों में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण प्रारम्भ हो जाएगा। वर्तमान में यह 23 जनपदों में संचालित किया जा रहा है। 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग का टीकाकरण पहले से ही पूरे प्रदेश में हो रहा है। उन्होंने कहा कि 12 वर्ष से कम उम्र के अभिभावकों के लिए अभिभावक स्पेशल बूथ भी बनाए जाएंगे। इसी प्रकार मीडिया कर्मियों व न्यायिक कर्मियों के लिए प्रत्येक जनपद में वैक्सीनेशन की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि जून माह से वैक्सीनेशन अभियान में और तेजी लाते हुए 18 से 44 आयु वर्ग के 48 लाख युवाओं को वैक्सीन उपलब्ध करायी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने मीडिया बन्धुओ से अपील करते हुए कहा कि आप जागरूक नागरिक हैं । अभियान का हिस्सा बनंे। लोगों के अन्दर सकारात्क उर्जा का संचार करने मे योगदान दंे। मुख्यमंत्री जी ने हाई रिस्क कैटेगरी को लोगों को बाहर न निकलने की सलाह दी। 60 वर्ष से उपर के बुजुर्ग, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाए, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले तथा एक से अधिक बीमारी से ग्रस्ति व्यक्तियों को सतर्कता बरतने की सलाह दी। अन्त में, उन्होंने मास्क एवं कोरोना बचाव के लिए जागरूक करने को व्यापक प्रचार-प्रसार करने की बात की तथा कहा कि ‘देश जीतेगा, कोरोना हारेगा’।

जनपद कुशीनगर के भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री जी ग्राम सुसवलिया (पडरौना) पहुँचे। वहां कोविड पीड़ित के घर गए। उनका कुशलक्षेम पूछा तथा ऑक्सीजन, जाँच आदि की सुविधा के बारे में जानकारी ली। इसके बाद वे ग्राम प्रधान तथा आशा कार्यकत्री से मिले। महिला ग्राम प्रधान से बातचीत के क्रम में उन्हांेने पूछा ग्राम में निगरानी समिति कार्य करती है, इसमें कितने लोग हंै। उन्होंने आशा कार्यकत्री से भी जानकारी ली।मुख्यमंत्री ने पूछा कि वे चिन्हित लोगों की सूची किसे सौंपती हंै, जाँच की टीम आती है कि नहीं, अभी तक कितने लोगों को दवा दी गई है, यहाँ कितने कोरोना पीड़ित है उनका इलाज चल रहा है कि नही, डॉक्टर बराबर विजिट करते हैं कि नहीं। उन्होंने ग्राम प्रधान को गाँव में सेनेटाइजेशन, साफ-सफाई आदि के निर्देश दिए।

nishpakshdastak.com पर देश-प्रदेश की ताजा और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ते हुए अपने आप को अप-टू-डेट रखिए। हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर और koo पर फॉलो करें।