उत्तर प्रदेश में वर्चुअल विज्ञान महोत्सव

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लखनऊ। देश के प्रधानमंत्री की ऐतिहासिक घोषणा “आज़ादी का अमृत महोत्सव (15 अगस्त, 2021 से 15 अगस्त, 2022 ) में निहित दूरदृष्टि व प्रदेश के मुख्यमंत्री के दृढ़ संकल्प में उत्तर प्रदेश में 13 सितम्बर से “विज्ञान महोत्सव “का आगाज़ हो गया। ज्ञातव्य हो कि भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय व विभाग द्वारा “आत्म निर्भर भारत ” के लिए प्रत्येक राज्य में प्रति माह अलग- अलग वैज्ञानिक कार्यों व भविष्य की महान उपलब्धियों के साथ आत्म निर्भर बनने के विषय निर्धारित किये गये हैं।केंद्रीय योजना में देश के लिए 12 विषय चुने गये है जिन पर 75 वर्षों में प्राप्त उपलब्धियों के साथ भविष्य के विज्ञान पर बौद्धिक मंथन करने का जिम्मा अन्य राज्यों के साथ विज्ञान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश को दिया गया है। इसी अभियान के अंतर्गत प्रदेश में “विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवान्वेषण के लिए आवश्यक वैज्ञानिक सम्पदा का परीस्थितिकी तंत्र ” के विषय पर प्रथम चरण में राज्य की चुनिंदा सी एस आई आर, आई सी ए आर की वैज्ञानिक प्रयोग शालाओं, बाबा साहब केंद्रीय विश्वविद्यालय , एस जी पी आई , सेन्टर फ़ॉर बायो मेडिकल रिसर्च , रिमोट सेंसिंग सहित 17 संगठनों के निदेशकों व ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिकों ने अपनी वर्चुअल प्रस्तुतियाँ दी जिन्हें देश के 20 राज्यो के 200 से अधिक वैज्ञानिक मेधा ने लाभ लिया।

अन्य राज्यों की तुलना में उत्तर प्रदेश की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद को ब्यापक भागीदारी के लिए प्रथम स्थान के साथ उत्कृष्ट कार्यों के लिए सर्वाधिक सराहना की गयी है।भारत सरकार के तमाम उच्चाधिकारियों की वर्चुअल उपस्थिति में कार्यक्रम का उदघाटन उत्तर प्रदेश सरकार में विशेष सचिव एवं परिषद के निदेशक डॉ वेदपति मिश्रा ने किया । कार्यक्रम के सफल संयोजन और आयोजन के लिये परिषद के सचिव आई डी राम, परियोजना समन्वयक अनिल यादव संयुक्त निदेशक डॉ हुमा मुस्तफा, डॉ डी के श्रीवास्तव, डॉ राजेश कुमार गंगवार, राधेलाल, श्रीमती पूजा यादव व वैज्ञानिक अधिकारी सुमित श्रीवास्तव की सराहना की गयी।अक्टूबर माह व आगे के कार्यक्रम के लिए प्रदेश विज्ञान वैज्ञानिक , महिला वैज्ञानिक तथा जिज्ञासु संयुक्त निदेशक एस एम प्रसाद से दूरभाष 9415001303 व ई मेल प्रसादसम1463@ gmail .com पर ले सकते हैं।


परिषद की ओर से जनहित में जारी कर्ता- एस एम प्रसाद, संयुक्त निदेशक, वि प्रौ प, उ0 प्र0।