
राजभवन के सामने महिला का प्रसव कराने पर उठे स्वास्थ्य महकमे पर सवाल। जन्म लेते ही उखड़ी बच्चे की सांसें। राजभवन के सामने महिला का प्रसव बच्चे की मौत
लखनऊ। राजधानी में महिला का सड़क पर प्रसव कराने के मामले का चारों तरफ स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं पर प्रश्नचिन्ह लगाते सुनाई देते रहते हैं। अधिकांश में एंबुलेंस समय पर न पहुंचने का मुख्य कारण बताया जाता है। मगर जिस स्थल से सूबे के सत्ता-शासन का संचालन हो रहा हो, यानी राजभवन गेट के पास कोई गर्भवती महिला समय से एम्बुलेंस नहीं पहुंचने के चलते तीव्र प्रसव पीड़ा सहन कर रही हो और आखिर में मजबूरीवश वहीं सड़क पर ही कुछ मददगार राहगीरों के सहारे अपने नवजात शिशु को जन्म दे तो कहीं न कहीं ऐसी विषम परिस्थितियां अकेले स्वास्थ्य महकमे पर ही नहीं बल्कि इससे जुड़े सभी सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हैं।
घटना की सूचना पाकर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक पत्नी नम्रता के साथ अस्पताल पहुंचे और महिला का हाल लिया। इसके बाद डिप्टी सीएम बच्चे के शव के साथ महिला के पति को अपनी गाड़ी में बिठाकर बैकुंठ धाम तक ले गए। वे अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए।
गौर हो कि पीड़ित महिला पिछले महीने इलाज के लिए सिविल अस्पताल की इमरजेंसी ट्रीममेंट ले रही थी जब कभी दर्द होता वो वहां पहुंंच जाती। ऐसे में रविवार को पीड़ित महिला को दिक्कत बढ़न लगी तो उसके परिजन फिर सिविल अस्पताल लेकर आए और उन्हें प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ को दिखाने की सलाह दी गई। इसके बाद तीमारदार मरीज को रिक्शा से ले जाने लगा, कि रास्ते में ही राजभवन के पास गेट नंबर 13 पर महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ गई और मौजूद महिलाओं ने जैसे-तैसे चादर आदि की ओट देकर प्रसव कराया। प्रसव पीड़ित महिला रूपा उम्र 26 वर्ष सिधौली सीतापुर की रहने वाली है और उसका पति ब्रजेश कुमार सोनी बाराबंकी के फतेहपुर का रहने वाले है। ब्रजेश भूमिहीन होने के चलते लखनऊ में प्रेरणा केंद्र के पीछे किराए के मकान में रहकर परिवार का भरणपोषण पेंटिंग और सब्जी का ठेला लगाकर करता रहा।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का कहना है कि सूचना मिलते ही मैं पत्नी के साथ मौके पर पहुंचा और पीड़ित परिवार से मिलकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मैं खुद भ्रूण को लेकर अंतिम संस्कार में शामिल हुआ। एंबुलेंस समय पर न पहुंचने संबंधित प्रकरण को लेकर जांच के निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें कोई दोषी मिला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
झलकारी बाई अस्पताल पहुंचे उपमुख्यमंत्री, बंधाया ढांढस
ब्रजेश सोनी का कहना है कि एंबुलेंस को बुलाने के लिए फोन किया, पर उसमें देरी हो गई और प्रसव पीड़ा वहीं बढ़ने लगी। राजभवन की सड़क से गुजर रहे वहां मौजूद महिलाओं ने मदद की। कहा कि उस दौरान मौजूद पुलिस कर्मियों ने एंबुलेंस वाले को फोन कर बुलाया होगा। ऐसा मामला बढ़ता देख शासन प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगे और जैसे ही मामले की जानकारी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को होती है तो अपनी पत्नी समेत झलकारीबाई अस्पताल पहुंचते हैं और मरीज को ढांढस बंधाते हुए मृत बच्चे को बालू अड्डा स्थित बैकुंठधाम में अंतिम संस्कार कराने में सहयोग करते हैं। फिर डिप्टी सीएम ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं जो भी दोषी होगा उस पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। रूपा का झलकारीबाई अस्पताल में इलाज चल रहा है। पीड़ित महिला अस्पताल पहुंचने तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। राजभवन के सामने महिला का प्रसव बच्चे की मौत