‘‘कुपोषण मिटाएगा, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएगा गाय का दूध’’

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मुसहर समुदाय के दो अति कुपोषित बच्चों के परिवार को जिलाधिकारी ने सौंपी गाय।

  • मार्तण्ड गुप्ता

महराजगंज, सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह से तृतीय राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है। इसी क्रम में जिलाधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार ने मुसहर समुदाय के दो अति कुपोषित बच्चों के परिवार वालों को सोमवार को एक-एक गाय सौंपा। उन्होंने कहा कि गाय के दूध से जहाँ बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, वहीं कुपोषण से मुक्ति भी मिलती है।

मधवलिया गोसदन से डीएम ने ग्राम पंचायत बड़हरा चरगहा के स्थान टोला निवासी मुसहर समुदाय के 14 माह की रागिनी तथा 15 माह के आदित्य (दोनों अतिकुपोषित) बच्चों के परिवार को गाय सौंपते हुए कहा कि कुपोषित तथा अति कुपोषित बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पहले से भी पोषाहार सहित अन्य महत्वाकांक्षी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन योजना का लाभ लाभार्थियों को मिलता रहता है।

मुख्य विकास अधिकारी पवन अग्रवाल ने कहा कि इस साल मनाए जा रहे तृतीय राष्ट्रीय पोषण माह में अति कुपोषित बच्चों को कुपोषण से बचाने तथा प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए गाय भी उपलब्ध कराई जा रही है। इतना ही नहीं गौसेवा के लिए नौ सौ रूपये भी देने की व्यवस्था है।
उन्होंने कहा कि पोषण माह के तहत जहां सभी 3133 आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से कुपोषित अतिकुपोषित बच्चों का वजन तथा लंबाई का माप लेकर चिन्हित किया जा रहा है, वहीं किचन गार्डेन को बढ़ावा भी दिया जा रहा है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी शैलेन्द्र कुमार राय ने कहा कि जिले में नए सिरे से कुपोषित तथा अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है, ताकि सभी को कुपोषण से मुक्त करने की व्यवस्था बनायी जा सके।

कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना विभाग के अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे। इस अवसर पर डीएम, सीडीओ सहित अन्य अधिकारियों ने मधवलियां गोसदन में पौधरोपण भी किया।

उन्होंने कहा कि इस माह हो रहे चिन्हीकरण कार्यक्रम में जो बच्चे अति कुपोषित पाए जा रहे हैं उन्हें पोषण पुनर्वास केन्द्र पर भेजा जा रहा है ताकि वहां उचित देखभाल करके कुपोषण से मुक्त किया जा सके। बाल विकास परियोजना अधिकारी निचलौल मनोज कुमार शुक्ला ने कहा कि पोषण माह के तहत बच्चों, किशोरियों, गर्भवती व धात्री महिलाओं में पोषाहार से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर सेवन करने की भी सलाह दी जा रही है।

निचलौल क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंजू देवी ने अपने क्षेत्र के जिन अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया उन दोनों को गाय उपलब्ध कराई गयी है। इसी प्रकार अन्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित करें।

गाय के दूध से फायदे …..

  • बच्चों के वौद्धिक विकास में लाभदायक है।
  • बच्चों की पाचन शक्ति मजबूत होती है।
  • बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।बच्चों को सूखा रोग से भी बचाता है
  • बच्चों की आंखों की रोशनी बढ़ाता है।
  • विभिन्न बीमारियों से निपटने की शक्ति प्रदान करता है।
  • बच्चों को संपूर्ण पोषक तत्व मिलता है।
  • बच्चों को पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए मिलता है।
  • बच्चों को सूखा रोग से भी बचाता है
  • बच्चों की आंखों की रोशनी बढ़ाता है।
  • विभिन्न बीमारियों से निपटने की शक्ति प्रदान करता है।