पीड़ित परिवार को डरा रही योगी सरकार-गांधी

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हाथरस में कथित गैंगरेप का शिकार हुई दलित युवती के परिवार से आज प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने मुलाकात की.उन्होंने बंद कमरे में परिजनों से बात की. बाहर मीडिया की भारी भीड़ थी. प्रियंका गांधी पीड़िता की मां के गले लगीं.उन्होंने फेसबुक पर लाइव वीडियो शेयर भी किया. इस दौरान पीड़िता के घर पत्रकारों की भारी भीड़ रही.मीडिया के कैमरे उनकी एक झलक हासिल करने की कोशिशें करते रहे.पीड़िता के परिजनों ने प्रियंका गांधी को बताया कि सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराए जाते समय उसकी हालत ठीक थी.

पीड़िता के परिवार ने कहा कि पुलिस को ये बताना चाहिए कि उन्होंने किसको जलाया है. परिवार ने डीएम प्रवीण कुमार पर धमकाने का आरोप लगाया है. परिवार ने यूपी पुलिस पर मारपीट का भी आरोप लगाया है. उन्होंने ये भी कहा कि किसी से बात नहीं करने दी. बाहर नहीं निकलने दिया.

प्रियंका गांधी ने कहा, “पीड़ित परिवार न्यायिक जांच चाहता है. परिवार वाले बेटी का चेहरा भी नहीं देख पाए. पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने तक संघर्ष जारी रहेगा.”प्रिंयका गांधी ने पीड़ित लड़की की मां को गले लगा लिया. प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से उनका दर्द पूछा. परिवार ने अपनी आप बीती सुनाई. इसके साथ ही जानकारी है कि कांग्रेस की तरफ से सिर्फ तीन नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अधीर रंजन चौधरी ही मौजूद हैं.

राहुल गांधी ने कहा, “हम इस दुख में पीड़ित परिवार के साथ हैं. सरकार इन्हें डरा रही है, धमका रही है. इन्हें सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है. सुरक्षा देने में यूपी सरकार फेल रही है. इन्हें धमका कर कागजों पर दस्तखत करवाए गए हैं.” जानकारी के मुताबिक पीड़ित परिवार ने राहुल गांधी से कहा कि हमें न्याय दिलवाइए.

 अमिताभ ठाकुर ने यूपी आईपीएस एसोसियेशन से अपील की है कि वह हाथरस के जिलाधिकारी को निलंबित किये जाने के लिये हस्तक्षेप करे. यूपी एसोसिएशन तथा सेंट्रल आईपीएस एसोसिएशन को भेजे पत्र में अमिताभ ने कहा कि पुलिस अफसरों पर कार्यवाही अपेक्षित थी, लेकिन साथ ही इस मामले में डीएम हाथरस प्रवीण कुमार लक्षकार के खिलाफ भी अत्यंत प्रतिकूल तथ्य मीडिया व सोशल मीडिया से सामने आ रहे हैं, जिसमे उनके द्वारा व्यक्तिगत रूप से पीड़िता के परिवार को धमकी देने जैसे गंभीर आरोप तक शामिल हैं.उन्होंने आईपीएस एसोसिएशन को इन तथ्यों को शासन को अवगत कराते हुए विभिन्न सेवाओं में समानता एवं न्याय के सिद्धांत के अनुसार इस प्रकरण में मौजूदा डीएम हाथरस के विरुद्ध भी निलंबन सहित अन्य समतुल्य कार्यवाही किये जाने के लिये पत्राचार करने का अनुरोध किया है.