बेलगाम बेरोजगारी,महंगाई की मार-सत्ता के दिन बचे हैं चार-अखिलेश यादव

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  • नरेश उत्तम पटेल

बेलगाम बेरोजगारी,बढ़ती महंगाई और पांच साल की संविदा पर नौकरी के विरोध में आज महिलाएं एवं नौजवान सड़क पर उतर आए। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आज प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में जोरदार प्रदर्शन करते हुए भीख मांगकर पकौड़े तल कर तथा जूता पालिश करके भाजपा सरकार के खिलाफ जनता के आक्रोश को अभिव्यक्ति दी। रोजगार की मांग कर रहे युवाओं एवं महिलाओं पर पुलिस ने जगह-जगह लाठियां भांजी और बड़ी संख्या में गिरफ्तारी की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन मौके को विपक्षी पार्टियां राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रूप में मना रही हैं। ऐसे में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। ट्विटर पर भी राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस ट्रेंड कर रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्विटर के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि सत्ता के अब चार दिन बचे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शायराना अंदाज में केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘जब जवान भी ख़िलाफ़, किसान भी ख़िलाफ, तब समझो दंभी सत्ता के दिन अब बचे हैं चार।’

     समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने युवाओं के प्रदर्शन पर पुलिसिया जुल्म को घोर निंदनीय बताते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा उत्तर प्रदेश के जिलों में ज्ञापन देकर शांतिपूर्ण तरीके से रोजगार की मांग करने वाले युवाओं पर सरकार ने लाठी उठाकर अच्छा नहीं किया। बेरोजगारी के कारण निराश युवा के साथ ऐसा व्यवहार सरकार की असंवेदनशीता दर्शाता है।

सपा नेता ने बढ़ी हुई सब्जियों के दाम को लेकर सरकार को निशाने पर लिया था। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि आसमान छूते सब्ज़ियों के दामों से आम जनता की थैली और थाली दोनों पर मार पड़ी है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन ग्रीन्स योजना की नाकामी साफ़ दिख रही है। बेलगाम दामों ने सस्ती थाली का अर्थशास्त्रीय-जुमला समझाने वालों की थोथी समझ की पोल खोल दी है। महंगाई ने थालीनॉमिक्स की थाली में ही छेद कर दिया है।

    लखनऊ में आज समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने कई स्थानों पर प्रदर्शन कर भाजपा सरकार के विरूद्ध नारेबाजी की। लखनऊ विश्वविद्यालय में समाजवादी छात्र सभा के नौजवानों ने प्रदर्शन किया। पुलिस ने 13 छात्रों को गिरफ्तार कर लिया। प्रदर्शन में सर्वश्री महेन्द्र सिंह, कांची सिंह, माधुर्य सिंह, हिमांशु, धीरज, गौरव पाण्डेय, रोहित कुमार, अमित कुमार, सुमित, विनय, अनुज आदि शामिल थे। कैसरबाग बस अड्डे के पहले भी प्रदर्शन हुआ। महानगर लखनऊ महिला सभा की अध्यक्ष श्रीमती किरन पाण्डेय के साथ महिलाओं के जत्थे को, जो जिलाधिकारी महोदय के कार्यालय तक ज्ञापन देने जा रहा था, पुलिस ने रोक लिया और उन्हें हिरासत में ले लिया। महानगर महिला सभा के प्रदर्शन में मुख्यतः कीर्ति सिंह, कहकशां सिद्दीकी, शीला यादव तथा विभूति शुक्ला शामिल थी। महिलाएं गले में सब्जियों की मालाएं पहने थी। बख्शी का तालाब में भी प्रदर्शन हुआ। लखनऊ में कई अन्य स्थानों पर भी प्रदर्शन हुए। प्रदर्शन में शामिल नौजवानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कई कार्यकर्ताओं को घरों से ही नहीं निकलने दिया गया। एक रंगीन शर्ट पहने व्यक्ति को गाड़ी में बुरी तरह ठूंसे गए नौजवानों पर निर्ममता से डंडे बरसाते देखा गया।


      कानपुर में विधायक इरफान सोलंकी के नेतृत्व में सैकड़ों युवा कार्यकर्ताओं ने घंटी, थाली पीटकर जबर्दस्त प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल बहुत से युवक अर्धनग्न थे। तमाम समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने हाथों में कटोरा लेकर भीख मांगी, पकौड़े भी तले। विधायक जी ने राह चलते लोगों के जूतों में बूट पालिश की। बिल्हौर में भी प्रदर्शन हुआ। कानपुर में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता गिरफ्तार हुए। गोण्डा में गांधी पार्क में प्रदर्शनकारी एकत्र हुए। अमेठी, झांसी और मेरठ के अलावा नोएडा में गांधी पार्क में प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर पकौड़े तल कर विरोध प्रदर्शन किया।

अमेठी में नौजवानों ने रोजगार की मांग करते हुए जूता पालिश की। हरदोई में केला बेचकर प्रदर्शन किया। प्रतापगढ़, संतकबीरनगर, गोरखपुर, सहारनपुर, मुरादाबाद, वाराणसी, गाजियाबाद, कुशीनगर, आगरा में भी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंहगाई, बेकारी और सरकारी कुनीतियों के खिलाफ नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। सुल्तानपुर में भीख मांगकर पकौड़े तल कर बेकारी की लाचारी जताई। प्रयागराज में आज जबर्दस्त प्रदर्शन हुआ जिस पर पुलिस ने लाठियां चलाई। नौजवान बड़ी संख्या में यहां एकत्र हुए थे। उन्नाव में बेरोजगारी के लिए भाजपा को दोषी ठहराते हुए नौजवानों ने प्रदर्शन किया। प्रदेश के कोने-कोने से प्रदर्शन की खबरें मिली हैं।