राम मंदिर मॉडल ने प्रदेश का मान बढ़ाया

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दिल्ली – दिल्ली के राजपथ पर 72 वें गणतंत्र दिवस की झांकी राम मंदिर मॉडल ने प्रदेश का मान बढ़ाया। उत्तर प्रदेश की झांकी को प्रथम पुरस्कार मिला। उत्तर प्रदेश की राम नगरी अयोध्या में दीपोत्सव और राम मंदिर निर्माण पर आधारित झांकी ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया था। श्री राम मंदिर निर्माण पर आधारित बनी झांकी को सभी झांकियों में प्रथम स्थान मिला। खेल मंत्री किरण रिजिजू ने आज इस झांकी को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया। योगी सरकार की तरफ से उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल और सूचना निदेशक शिशिर ने टीम के साथ दिल्ली में पुरस्कार ग्रहण करते हुए प्रफुल्लित हुए। इस पुरस्कार की जानकारी सूचना निदेशक ने ट्वीट कर दी।

दीपोत्सव की झलक के साथ राम मंदिर निर्माण की झांकी इस बार गणतंत्र दिवस पर उत्तर प्रदेश की झांकी अयोध्या के राम मंदिर पर आधारित थी। यह पहली बार मौका था कि राजपथ पर अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर और दीपोत्सव की झांकी निकाली गई। उत्तर प्रदेश की झांकी के एक हिस्से में रामायण की रचना करते हुए महर्षि बाल्मीकि को दिखाया गया तथा मध्य भाग में राम मंदिर का पूरा मॉडल दिखाएं गया। विभिन्न चित्रों के माध्यम से भगवान श्री राम के शबरी के जूठे बेर खाना, अहिल्या का उद्धार, हनुमान का संजीवनी बूटी लाना,प्रभु श्री राम का निषाद राज को गले लगाना, जटायु राम संवाद, लंका नरेश की अशोक वाटिका और दृश्यों को भी काफी खूबसूरती के साथ दर्शाया गया था।

राजपथ पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी ने लोगों का मन मोह लिया। अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर मॉडल पर आधारित झांकी को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को यूपी की झांकी के प्रथम स्थान पर रहने के लिए सम्मानित किया। इसके अलावा, त्रिपुरा की झांकी दूसरे व उत्तराखंड की तीसरे स्थान पर रही।गणतंत्र दिवस परेड में निकली झांकियों में इस बार उत्तर प्रदेश की झांकी ने बाजी मार ली है।राजपथ पर परेड में शामिल हुई सभी झांकियों में से प्रदेश की झांकी को पहला स्थान मिला, जिसमें राम मंदिर का मॉडल दिखाया गया था।

उत्तर प्रदेश नंबर 1 केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री किरण रिजिजु ने यूपी की राममंदिर वाली झांकी को पहला पुरस्कार प्रदान किया। अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल सूचना निदेशक शिशिर और टीम ने आज दिल्ली में पुरस्कार ग्रहण किया। कहते है जब व्यक्तित्व ऊंचा हो तो सरहदों के पार भी सब झलकता है,उत्तर प्रदेश की झांकी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया,ये समझ और आश्चर्य, तत्क्षण के लिए नही दीर्घकाल के लिए स्थापित बना है,यहां बहुविध अपने पेशे के सर्वोच्च बोध तथा कुशल प्रबंधकीय कौशल का प्रशासनिक परिणाम दे रही है,सुमार,साधना,संरचना और शक्ति के गठाव की कार्यशीलता ही राष्ट्रीय स्तर पर आज गौरव ज्ञापन ले रही है. हम निदेशक सूचना के सार्थकता को अभिमान से लेते है।

सूचना निदेशक शिशिर ने इस संबंध में ट्वीट कर  जानकारी दी थी। इस वर्ष के गणतंत्र दिवस उत्तर प्रदेश की भव्य  झांकी को प्रथम स्थान पाने का गौरव प्राप्त ,सारी टीम को दिल से बधाई।सीएम योगी ने तस्वीर के साथ लिखा था कि ‘जहां अयोध्या सियाराम की, देती समता का संदेश, कला और संस्कृति की धरती, धन्य-धन्य उत्तर प्रदेश।’ वहीं प्रदेश सरकार के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि राजपथ, नई दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड के सुअवसर पर आज देश विभिन्न संप्रदायों की आस्था के प्रतीक प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या के वैभव से अवगत हुआ। उत्तर प्रदेश की ओर से प्रस्तुत की गई झांकी में सामाजिक सद्भाव व सांस्कृतिक विरासत के उत्कृष्टतम उदाहरण की झलक दिखी।

नई दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड के सुअवसर पर आज देश विभिन्न संप्रदायों की आस्था के प्रतीक प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या के वैभव से अवगत हुआ। उत्तर प्रदेश की ओर से प्रस्तुत की गई झांकी में सामाजिक सद्भाव व सांस्कृतिक विरासत के उत्कृष्टतम उदाहरण की झलक दिखी।

अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की झलक इस झांकी में पेश की गई थी। जब यह राजपथ से गुजरी थी, तो कई लोगों ने खड़े होकर न सिर्फ तालियां बजाई बल्कि कुछ लोग हाथ जोड़कर भी खड़े हो गए थे।  यूपी की सांस्कृतिक धरोहर नाम से पेश की गई इस झांकी में राम मंदिर के मॉडल को दिखाया गया था, आगे वाल्मिकी जी को रामचरित मानस लिखते हुए दिखाया गया था।