विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी तेज

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उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी तेज हो गई हैं। अब सपा ने 26 जनवरी 2021 तक कैंडिडेट के आवेदन लेकर जून 2021 से पहले कैंडिडेट फाइनल करने का प्लान बनाया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस बार मायावती की राह चल पड़े हैं। सपा मुखिया ने 2022 के लिए ‘कैंडिडेट तलाशो अभियान’ शुरू किया है। 2022 में पार्टी से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए दावेदारों से आवेदन मांगे हैं। गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी अपने कैंडिडेट करीब एक साल पहले ही घोषित कर देती है। बीएसपी का तर्क रहता है कि ऐसे में कैंडिडेट क्षेत्र को जान लेता है और कार्यकर्ताओं से व्यक्तिगत रसूख बना लेता है।

अखिलेश यादव ने संकेत दिए हैं कि 2022 में वह अपने विधायकों पर ही भरोसा कायम रख सकते हैं। उनकी तरफ से आवेदन के लिए लगाई शर्त इसी की तरफ इशारा कर रही हैं। आवेदन करने में शर्त लगाई गई है कि मौजूदा विधायकों वाली सीट के साथ ही प्रदेश की उपचुनाव वाली सीटों पर कोई आवेदन नहीं करेगा। जानकार मान रहे हैं कि ऐसा फिर से विधायकों को मैदान में उतारने की तैयारी की तरफ इशारा है।

प्रदेश सचिव चौधरी दिनेश गुर्जर और मेरठ में जिलाध्यक्ष चौधरी राजपाल सिंह के मुताबिक हाईकमान की तरफ से आवेदन मांगने का पत्र रविवार की देर शाम मिला है। सोमवार को खुद अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर और फेसबुक पर भी आवेदन देने की आह्वान वर्करों से किया है। इन नेताओं के मुताबिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव-2022 के लिए संभावित कैंडिडेट्स के आवेदन सोमवार से ही देने को कहा है।

आखरी तारीख 26 जनवरी 2021 रखी गई है। सभी को आवेदन लखनऊ पार्टी दफ्तर में करने होंगे। प्लान है कि जून 2021 तक कैंडिडेट घोषित कर दिए जाए। दिनेश चौधरी और राजपाल सिंह के मुताबिक इसी के साथ फिलहाल ब्लाक और बूथ स्तर तक संगठन को मजबूती देने, कार्यकर्ताओं और नेताओं को सघन जनसंपर्क कर जनता मे पैठ बनाने के निर्देश दिए हैं।

पार्टी ने संगठन के साथ ही विधानसभावार चेहरों के चयन की कवायद भी शुरू कर दी है। सपा से टिकट के लिए दावेदारी जता रहे कार्यकर्ताओं को पार्टी कार्यालय में अपना बॉयोडेटा जमा करने को कहा है। उनका दम परखने के बाद पार्टी नाम तय करेगी।