सरयू नदी की धारा को राम की पैड़ी के समीप लाने हेतु डे जिंग कार्य धनराशि स्वीकृत

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अयोध्या, अनेकों प्रख्यात राजा यथा इक्ष्वाकु, पृथु, मान्धाता, हरिश्चंद्र, सागर, भागीरथ, रघु, दिलीप, दशरथ तथा राम ने कोशल देश की राजधानी अयोध्या से शासन किया। उनके शासन काल में राज्य का वैभव शिखर पर पहुंचा तथा राम राज्य का प्रतीक बना। सरयू नदी के पूर्वी तट पर बसा अयोध्या नगर पुरातन काल के अवशेषों से भरा हुआ है। प्रसिद्ध महाकाव्य रामायण व श्री रामचरितमानस अयोध्या के ऐश्वर्य को प्रदर्शित करते हैं।

रामायण का एक प्रकरण, प्राचीन इतिहास का एक पन्ना तथा पर्यटन आकर्षण का एक समूह यह नगर तीर्थयात्रियों, इतिहासविदों, पुरातत्ववेत्ताओं तथा विद्यार्थियों  हेतु प्रमुख केंद्र रहा है।सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा अयोध्या में सरयू नदी की धारा को राम की पैड़ी के समीप (गुप्तार घाट से गोला घाट के नजदीक तक) लाने के लिए ड्रेजिंग कार्य की परियोजना के अवशेष कार्यों के लिए 79.89 लाख रूपए की धनराशि स्वीकृत की गयी है।

धनराशि से कराये जाने वाले कार्यों पर नियमानुसार सेंटेज चार्ज एवं लेबर भुगतान करने के साथ ही मितव्ययिता बरतने के लिए कहा गया है। इसी प्रकार सोन पम्प नहर क्षमता वृद्धि के लिए चालू वित्तीय वर्ष में प्राविधानित धनराशि 3040.37 लाख रूपए के सापेक्ष कुल धनराशि 1540.37 लाख रूपए सिविल कार के लिए 750 लाख रूपए यांत्रिक कार्य के लिए 790.37 लाख रूपए अवशेष कार्यों हेतु स्वीकृति प्रदान की गयी है। परियोजना के कार्यों में गुणवत्ता एवं समयबद्धता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी मुख्य अभियन्ता को सौंपी गयी है।

शारदा मुख्य नहर क्षतिग्रस्त बांये किनारे के आन्तरिक स्लोप की मरम्मत कार्य परियोजना के लिए बजट में प्राविधानित 29.13 लाख परियोजना के अवशेष कार्यों पर व्यय हेतु स्वीकृत की गयी है। इन तीनों परियोजनाओं के सम्बन्ध में विशेष सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन श्री मुश्ताक अहमद द्वारा आवश्यक शासनादेश जारी करते हुए प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग को अग्रेत्तर कार्यवाही सुनिश्चित करने की अपेक्षा की गयी है।